सिकंदरपुर में नाला जाम है। एक दिन पहले जब जाम नाले के कारण सड़क पर पानी बहने लगा तो आनन फानन में नाले में कुदाली चलाकर पानी निकाला गया, लेकिन अब भी स्थिति यह है कि इस नाले में कई टन गाद जमा है। नाले की नियमित उड़ाही नहीं होने के कारण इससे पानी निकलना मुश्किल हो जाता है। सबसे अहम बात यह कि सिकंदरपुर का मुख्य नाला अब भी कच्ची ही है। इसकी वजह से गाद ज्यादा जमा होती है। बरसात के दिनों में तो इसका पानी सड़क पर बहता है।
सिकंदरपुर का नाला गुड़हट्टा चौक से निकलता है और गोराडीह रोड के बड़े नाले में मिलता है। इसमें गुड़हट्टा चौक के पास बौंसी रोड का पानी मिलता है तो मोजाहिदपुर पूर्वी इलाके का पानी भी आकर इसी नाले में मिलता है। जितनी चौड़ाई का नाला रेलवे कॉलोनी से लेकर पटेल नगर और सिकंदरपुर पानी टंकी तक बना है, उतनी चौड़ाई मुख्य सड़क के नाले की भी नहीं है। यही कारण है कि आए दिन इस नाले का पानी ओवर फ्लो होता है। बारिश के दौरान सिर्फ स्थानीय लोगों को ही नहीं बल्कि इस रास्ते से आने जाने वाले तमाम लोगों को दिक्कत होती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि दो साल पहले इस सड़क का पुन: निर्माण कराया गया तो ऊंचा किया गया। पहले की स्थिति और खराब थी। क्योंकि सड़क की ऊंचाई कम थी और नाले का पानी ओवर फ्लो कर सड़क पर आ जाता था। नाला अब भी ओवर फ्लो हो रहा है, लेकिन पहले की तुलना में कुछ कम हुआ है। स्थानीय पार्षद सदानंद मोदी ने बताया कि इस नाला के निर्माण के लिए प्रस्ताव दिया गया है। अभी पानी टंकी के बगल वाले रोड में नाला का निर्माण हुआ है। संभावना है कि इस नाले का निर्माण भी जल्द ही शुरू हो जाएगा। क्योंकि इसमें कई मोहल्लों का पानी आता है।
मेयर बोलीं
सिकंदरपुर रोड, शीतला स्थान रोड और गोराडीह रोड में नाला निर्माण कराने का निर्देश योजना शाखा को दिया गया है। इसका टेंडर जल्द हो और काम शुरू हो, इसके लिए नगर आयुक्त से जानकारी लूंगी।
सीमा साहा, मेयर।