नई सीढ़ी घाट अजगैवीनाथ पुल के समीप इन दिनों मगरमच्छ देखा जा रहा है। शुक्रवार को अजगैबीनाथ मंदिर के समीप पर्यटन विभाग द्वारा बनाए गए पक्की सीढ़ी पर कुछ लोग स्नान कर रहे थे जिसका बैरिकेडिंग नहीं किए जाने के कारण यहां छिटपुट स्नान कर रहे कांवरिया को स्नान करने से रोका गया। इस जगह बैरिकेडिंग शाम में कराई गई।
इधर मगरमच्छ होने की सूचना पर बीडीओ मनोज कुमार मुर्मू, सीओ शंभू शरण राय, पुलिस इंस्पेक्टर रामप्रीत कुमार पहुंचते रहे। सभी अपने-अपने वरीय पदाधिकारी को इसकी सूचना देते रहे। सूचना पर वन विभाग से उप परिषर पदाधिकारी अजीत कुमार पहुंचे। पहले तो उन्होंने घड़ियाल होने की बात कही। कुछ देर के बाद जब मगरमच्छ ने मुंह खोला तो उन्हें यकीन होने लगा कि वह घड़ियाल नहीं मगरमच्छ है।
इस संबंध में वन विभाग के बांका भागलपुर चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. संजीत कुमार ने बताया कि मां गंगा की सवारी मगरमच्छ अपने घर में है। कहलगांव बटेश्वर स्थान से अजगैवीनाथ मंदिर तक विक्रमशिला गंगेटिक डॉल्फिन सेंचुरी घोषित किया गया है। उन्होंने बताया कि वो अपने घर में है। इधर दिन भर मगरमच्छ देखने वालों की आवाजाही यहां बनी रही।