प्रखंड के खानपुर पंचायत के किसान अपने जनप्रतिनिधियों के नेतृत्व में ई-किसान भवन सुल्तानगंज पहुंचे। प्रखंड कृषि पदाधिकारी से खानपुर पंचायत को सुखाड़ घोषित किए जाने के साथ-साथ किसान सलाहकार को हटाने की मांग की गई।
किसानों का कहना था कि पंचायत की विडंबना है कि यहां आधा बाढ़ और आधा सुखाड़ हो जाता है। परिणाम यह होता है कि न बाढ़ का और न सुखाड़ का लाभ मिल पाता है। किसान अनिल कुमार सिंह, संजय कुमार सिंह, राजीव कुमार सिंह, अजय कुमार सिंह ने बताया कि हमारी मांग है कि खानपुर पंचायत को सुखाड़ घोषित करते हुए किसान सलाहकार को हटाया जाय। साथ आए जनप्रतिनिधियों ने किस पंचायत में कितने किसानों को डीजल अनुदान दिया गया है, उसकी सूची की मांग की।
इधर प्रखंड कृषि पदाधिकारी अजय मणि ने बताया कि सुखाड़ घोषित करने का निर्णय उच्च स्तर पर लिया गया है। किसान सलाहकार की शिकायत पर बताया कि इसकी जांच अपने स्तर से करते हुए वरीय पदाधिकारी को प्रतिवेदन देंगे। साथ ही जनप्रतिनिधियों द्वारा मांगा गया डीजल अनुदान की सूची पर उन्होंने सूची उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया। इधर जनप्रतिनिधियों ने सुखाड़ घोषित करने की मांग को लेकर जिला में आवेदन देने की बात कही। विदित हो कि पिछले दो साल से इस पंचायत के किसानों के खेतों में लगी धान की फसल बडुआ तटबंध के क्षतिग्रस्त होने से बर्बाद हो गई थी। लगातार तीसरे साल आपदा से पीड़ित होने से किसानों में व्यवस्था के प्रति नाराजगी देखी गई।