सैंडिस कंपाउंड के चारों ओर लगाए गए होर्डिंग और यूनीपोल को हटाने की कार्रवाई शुरू हो गई है। नगर निगम प्रशासन ने इसके लिए एक टीम को लगाया है। इसकी शुरुआत मंगलवार की रात से ही हो गई थी। गुरुवार को भी शाम के 4 बजे के बाद यह अभियान शुरू किया गया। सबसे पहले उन दो यूनीपोल को हटाया गया जो पुलिस लाइन रोड में सड़क चौड़ीकरण के आड़े आ रहा था। बता दें कि हिन्दुस्तान ने इस मामले में प्रमुखता से खबर प्रकाशित किया था।
यूनीपोल को हटाने के लिए पूर्व में नोटिस निर्गत किया गया था। लेकिन यूनीपोल लगाने वाली एजेंसी ने न तो नगर निगम कार्यालय से संपर्क किया न ही यूनीपोल को हटाया। अब नगर निगम को यूनीपोल हटाने में मशक्कत करनी पड़ रही है। पहले डिस्पले स्ट्रक्चर को हटाया गया। इसके बाद पोल को हटाया गया। लेकिन उसकी बुनियाद के लिए जो पीलर दिया गया था उसको हटाने में काफी परेशानी हुई। टीम का नेतृत्व कर रहे शंकराचार्य उपाध्याय ने बताया कि जेसीबी से जमीन को खोदना पड़ रहा है। इसके बाद पीलर को निकाला जा रहा है। इधर होर्डिंग शाखा के प्रभारी शब्बीर अहमद ने बताया कि सैंडिस के पास होर्डिंग या यूनीपोल लगाने के लिए किसी एजेंसी ने जगह के नाम के साथ अनुमति नहीं ली थी। इसलिए ये सभी होर्डिंग और यूनीपोल अवैध हैं। उन्होंने बताया कि कुछ यूनीपोल के लिए निगम में शुल्क जमा किया गया था लेकिन उसमें भी जगह चिह्नित नहीं है। विषहरी पूजा के बाद पूरे शहर से अवैध होर्डिंग को हटाया जाएगा। बता दें कि कुछ दिन पहले इस मामले को लेकर नगर आयुक्त ने समीक्षा की थी। उन्होंने निर्णय लिया है कि अब शहर में यूनीपोल या होर्डिंग के लिए टेंडर किया जाएगा। एक ही एजेंसी के माध्यम से होर्डिंग लगाए जाएंगे। निगम एजेंसी से बोली के आधार पर शुल्क लेगी।