अखिल भारतीय साहित्य कला मंच की ओर से रविवार को बरारी स्थित संतनगर में मंच का 46वां स्थापना दिवस समारोह मनाया। मुख्य अतिथि परमहंस आगमानंद महाराज ने कहा-अंगिका की सेवा करने वाला हर साहित्यकार देवता है। अपनी मातृभाषा की सेवा के लिए हमें हर गांव में जाना चाहिए। मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. मधुसूदन झा ने कहा कि अंगिका के प्रचार-प्रसार के लिए लेखन प्रकाशन की नियुक्ति आवश्यक है। उन्होंने संरक्षक मंडल, सलाहकार समिति, शिक्षक प्रकोष्ठ, महिला प्रकोष्ठ और समन्वय की जरूरत पर भी प्रकाश डाला।
डॉ. अजीत मिश्र ने कहा कि अंगिका भाषा में अनुवाद साहित्य की भी आवश्यकता है। अमोद मिश्र ने भी विचार रखे। मंच का संचालन गीतकार राजकुमार ने की । मौके पर छोटे लाल दास, अनरुद्ध प्रभास, उलूपी झा, डॉ. शोभा, डॉ. अंजनी सुमन, महामंत्री हीरा प्रसाद हरेंद्र, सरस्वती माही, आशा, निशा, राजनंदिनी, ललिता, कथाकार रंजन, कुमार गौरव, डॉ. पीसी पांडेय, डॉ. इंदु भूषण, देवेंदु सहित कई लोग उपस्थित थे।