भागलपुर शहर में निगम के बड़े बकायेदारों की सूची बनेगी। साथ ही हर वार्ड में कॉमर्शियल होल्डिंग की सूची अलग से तैयार की जाएगी। सोमवार को नगर आयुक्त डा. योगेश कुमार सागर ने कर संग्राहकों के साथ मासिक समीक्षा में यह निर्देश दिया। बैठक में लक्ष्य के अनुसार कर वसूली नहीं करने वाले 4 तहसीलदारों का वेतन रोक दिया गया तो 7 तहसीलदारों से स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। बैठक में सिटी मैनेजर रवीश चन्द्र वर्मा भी मौजूद थे।
नगर निगम के सभी सभी 51 वार्डों में कर संग्रहण का काम 37 तहसीलदार करते हैं। समीक्षा बैठक में सभी मौजूद थे। बैठक दिन के 12 बजे से 2.30 बजे तक चली और एक-एक तहसीलदारों से जवाब पूछा गया। वैसे तहसीलदार जिन्होंने लक्ष्य से 10-20 हजार कम वसूली की है उन्हें मौका दिया गया है कि जून में मई और जून दोनों का लक्ष्य पूरा होना चाहिए। समीक्षा के क्रम में कपिदेव दास, वार्ड- 1, 2, मो. राहत वार्ड – 39, 40, राधारमण चौधरी, वार्ड- 19, शंभूनाथ झा, वार्ड- 21, 22, जाबिर आलम, वार्ड- 24, 26, रोहन कुमार, वार्ड- 25, 27, मनोज कुमार हरि, वार्ड- 45 में कम वसूली के कारणों का संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। इसलिए इनसे लिखित स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। अत्यंत दयनीय वसूली करने वाले कर संग्राहक मो. रहात वार्ड- 39, 40, अर्जुन हरि वार्ड- 41, रवि हरि, वार्ड- 42, मो. मतहर हुसैन, वार्ड- 47, को स्पष्टीकरण भी पूछा गया और इनका वेतन भी रोक दिया गया है। वसूली में मासिक निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध अच्छा काम करने वाले कर संग्राहक अंकेश कुमार, उत्तम कुमार दास, प्रभू हरि, विनोद हरि और बेहतर काम करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।
कहा गया कि राजस्व संग्रहण की समीक्षा दैनिक, साप्ताहिक एवं मासिक रूप से की जाएगी। 25000 से अधिक बड़े बकायेदारों की सूची दो दिनों के अंदर कर शाखा प्रभारी के पास जमा करने का निर्देश दिया गया। शाखा प्रभारी को निर्देश दिया गया कि ऐसे लोगों को अविलंब नोटिस भेजा जाए। यह भी कहा गया कि अगर किसी दिन कोई तहसीलदार राशि जमा नहीं करता है तो यह माना जाएगा कि उस दिन उन्होंने वसूली कार्य नहीं की और उन्हें अनुपस्थित माना जाएगा। बिना नगर आयुक्त के स्वीकृति के अब कोई अवकाश पर नहीं जा सकेंगे। सभी तहसीलदारों से कहा गया कि वाणिज्यिक, मिश्रित और सामन्य होल्डिंग का वर्गीकरण करते हुए रिपोर्ट दें। जिन कर दाताओं का चेक बाउंस कर गया है उनसे मिलकर वह राशि लेना सुनिश्चित करने को कहा गया।