नगर निगम के हड़ताली कर्मचारियों पर नगर आयुक्त डॉ. योगेश कुमार सागर ने सख्त रुख अख्तियार किया है। सोमवार को कार्यालय आते ही उन्होंने सबसे पहले हड़ताल के कारण बाधित काम की समीक्षा की। उन्होंने सिटी मैनेजर को निर्देश दिया कि किसी भी स्थिति में सफाई और जलापूर्ति का काम बाधित नहीं होना चाहिए। काम में बाधा पहुंचाने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराएं। जो नियमित कर्मचारी हड़ताल पर हैं, उनकी सूची दें। उन्हें तत्काल निलंबित किया जाएगा। जो दैनिक कर्मचारी हड़ताल पर हैं, उन्हें कार्यमुक्त करने को कहा।
नगर आयुक्त का फरमान जारी होते ही सबसे पहले बरारी वाटर वर्क्स के इंजीनियर को सूचित किया गया। शाम में इंजीनियर और शाखा प्रभारी ने वाटर वर्क्स जाकर दैनिक कर्मचारियों के माध्यम से वाटर वर्क्स से जलापूर्ति शुरू करा दिया। सहायक अभियंता राकेश कुमार सिन्हा ने बताया कि अधिकांश पंप हाउस चल रहे हैं। एक-दो जगहों पर जहां पंप हाउस को बंद किया गया है, वहां भी मंगलवार से जलापूर्ति शुरू हो जाएगी। इससे पहले सुबह में अधिकांश वार्डों में दैनिक सफाईकर्मियों के जरिये सफाई का काम कराया गया। मुख्य सड़कों से कॉम्पैक्टर और हाईवा से कूड़े का उठाव कराया गया। मोटे तौर पर सफाई में कहीं कोई बाधा नहीं रही।
बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी संघ और लोकल बॉडीज कर्मचारी संयुक्त मोर्चा की हड़ताल को दैनिक कर्मचारियों के बड़े गुट ने स्थानीय स्तर पर समर्थन नहीं दिया है। वहीं सोमवार को नगर निगम के कार्यालय कर्मियों ने भी हड़ताल का समर्थन नहीं किया। सभी शाखाओं में काम किया जा रहा था। स्वास्थ्य शाखा प्रभारी शब्बीर अहमद, लेखा शाखा प्रभारी पंकज कुमार आदि कर्मचारी अपनी अपनी शाखा में काम कर रहे थे। स्थानीय स्तर पर हड़ताल की हवा कमजोर पड़ती दिख रही है। अब नगर निगम के नियमित सफाईकर्मी और जलकल शाखा के नियमित कर्मचारी ही हड़ताल पर रह गए हैं। सिटी मैनेजर रवीश चन्द्र वर्मा ने बताया कि जलापूर्ति का काम लगभग जगहों पर शुरू करा दी गई है। सफाई भी हो रही है। जो काम में बाधा पहुंचाएंगे, उनपर नगर आयुक्त के निर्देशानुसार कार्रवाई की जाएगी।