गंगा के जलस्तर में वृद्धि से बाढ़ का पानी सबौर में एनएच 80 के करीब पहुंच गया है। एनएच पर पानी चढ़ने में महज दो से 3 फीट शेष है। नदी में बढ़ोतरी की रफ्तार यही रहा तो चार से 5 दिन में पानी एनएच के पार हो जाएगा। पिछली बार भी बाढ़ का पानी यहां एनएच के पार हो गया था। इससे पहले 2017 व 2019 में भी एनएच के पार हुआ था। इंजीनियरिंग कॉलेज, सबौर से लेकर शंकरपुर तक एक दर्जन से अधिक जगहों पर गंगा के बाढ़ का पानी धीमी रफ्तार में आ रहा है। खानकितता से मसाढू तक एनएच किनारे दोनों तरफ खेतों में गंगा का पानी फैल चुका है। बाढ़ का पानी कई घरों में भी घुस चुका है। इधर, नवटोलिया चौका ग्रामीण सड़क पर पानी भर रहा है। जबकि बाबूपुर के मंठ टोला में बाबूपुर हनुमान मंदिर से लेकर बगडेर तक ग्रामीण सड़क पर पानी आ गया है। हढवा वहियार में पानी घुस चुका है। इसके अलावा शंकरपुर, पुरानी शंकरपुर, इंग्लिश, घोषपुर, फरका, रजंदिपुर, संतनगर, बगडेर सहित अन्य जगहों पर पानी फैल रहा है। राजपुर भिटठी वहियार में पानी लबालब है। ममलखा के मुखिया अभिषेक कुमार अर्णव ने बताया कि पंचायत के घरों में पानी नहीं घुसे इसके लिए बोरी डलवाया जा रहा है।
फरका में रिंग बांध पानी के दबाव में टूटा
फरका पंचायत के खेल मैदान के समीप मंगलवार की देर शाम गंगा का पानी का दबाव बढ़ने से रिंग बांध टूट गया है। यहां एक माह पूर्व हरदा इंग्लिश के लोगों को बाढ़ से बचाव के लिए पंचायत स्तर से मिट्टी भरवा गया था। लेकिन पानी के दबाव से टूट गया। अब पूरे फरका क्षेत्र में लोगों के घरों में पानी फैलना शुरू हो गया है। फरका पंचायत के मुखिया राजेंद्र प्रसाद मंडल ने कहा कि 3 दिन से मजदूर से बांध की निगरानी करवा रहे थे लेकिन पानी के दबाव के कारण देर शाम बांध टूट गया और गांव में पानी फैलने लगा है।