गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि से भागलपुर में नेशनल हाईवे 80 पर आवगमन बाधित हो गया है। बाढ़ का पानी नेशनल हाईवे के ऊपर चल रहा है। सबौर के पास एनएच 80 पर बाढ़ का पानी चढ़ गया है। एनएच 80 पर अन्य जगहों पर भी बाढ़ के पानी का दबाव बना हुआ है। शहर के रिहायशी इलाकों में बाढ़ का पानी तेजी से घुस रहा है। जिले में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गयी है।
हर जगह खतरे के निशान के ऊपर बह रही गंगा
भागलपुर जिले के सुल्तानगंज से लेकर पीरपैंती तक गंगा के जलस्तर में वृद्धि हो रही है। सभी जगहों पर गंगा खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। भागलपुर में गंगा 23 सेमी. ,कहलगांव में 89 सेमी.,इस्माईलपुर में 110 सेमी. और राघोपुर में 13 सेमी. खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। कोसी से जलस्तर में भी लगातार वृद्धि हो रही है।
बाढ़ के पानी से घिरे स्कूल
बाढ़ का असर शिक्षण संस्थानों पर भी देखने को मिल रहा है। जिले में दो दर्जन से अधिक स्कूल बाढ़ के पानी से घिर चुके हैं। जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि जो स्कूल पानी से घिर गये हैं। उन्हें छात्रों के लिए बंद करने का निर्देश दिया गया है। प्रधानाचार्य और अन्य शिक्षकों को बगल के स्कूल में उपस्थिति बनाने को कहा गया है। रविवार को सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों की बैठक बुलायी गयी है।
रिहायशी इलाकों में घुसा बाढ़ का पानी
टीएमबीयू और इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में पानी घुस गया है। टीएमबीयू में महिला छात्रावास को खाली करा दिया गया है। लालबाग प्रोफेसर कॉलोनी में भी पानी आने से परेशानी बढ़ गयी है। शहरी क्षेत्र के बैंक कॉलोनी, बूढ़ानाथ,सखीचंद घाट,सराय और नाथनगर के कई मोहल्लों में गंगा पहुंच गयी है।
जनजीवन हुआ अस्त व्यस्त
तिलकामांझी विश्वविद्यालय परिसर,टीएनबी कॉलेजियेट और हवाई अड्डे पर सैकड़ों की संख्या में बाढ़ प्रभावित लोग मवेशियों के साथ पहुंच गये हैं। जिला प्रशासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने प्रभावित लोगों के स्वास्थ्य की जांच की। नाथनगर,सुल्तानगंज,शाहकुण्ड, सबौर,कहलगांव,पीरपैंती, रंगरा चौक,इस्माईलपुर और गोपालपुर प्रखंड के 50 से अधिक गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। सबौर के कई गांव की सड़कों पर पानी बहने के संपर्क भंग हो चुका है। जिला प्रशासन ने तटबंधों की नियमित निगरानी करने का निर्देश इंजीनियरों को दिया है।