मधेपुरा : पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ ले रहे किसानों को ई केवाईसी कराना है। लेकिन जिले में किसानों के द्वारा ई केवाईसी कराने की रफ्तार काफी धीमी है। अभी तक सिर्फ 22 हजार 364 किसानों ने ही ई केवाईसी कराया है। ऐसे में बड़ी संख्या में किसान ई केवाईसी नहीं कराया है। ई केवाईसी नहीं कराने वाले किसान इस योजना के लाभ से वंचित हो सकते हैं। मालूम हो कि 31 मई तक ही ई केवाईसी कराने की समय सीमा निर्धारित की गई थी। लेकिन किसानों के द्वारा ई केवाईसी कराने की धीमी रफ्तार को देखते हुए अब ई केवाईसी कराने की समय सीमा बढ़ा दी गई है। कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले के सभी 13 प्रखंडों में पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ पाने वाले दो लाख 52 हजार किसान है। ऐसे में अभी तक सिर्फ 22 हजार 364 किसानों ने ही ई केवाईसी कराया है। जिला कृषि पदाधिकारी राजन बालन ने बताया कि 31 मार्च तक ई-केवाईसी करने की समय सीमा तय की गई थी। अब इसे बढ़ा कर 31 मई कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि ई-केवाईसी हो जाने के बाद किसान निर्बाध रूप से पीएम किसान सम्मान निधि योजना की किश्त पा सकेंगे।
ई-केवाईसी कराने में हो रही परेशानी
पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लाभुक ई केवाईसी कराने के लिए परेशान है। इसकी बड़ी वजह है कि ई केवाईसी कराने के लिए कई तकनीकी अड़चन आ रही है। विभाग का सर्वर काम नहीं करने की वजह से ई केवासी कराने में काफी परेशानी का
सामना करना पड़ रहा है। इस वजह से किसान इधर-उधर भटक रहे हैं। किसान साइवर कैफे और सीएचसी का चक्कर लगा कर परेशान हो चुके है। 31 मई तक किसान अगर ई केवाईसी नहीं करा पाते हैं तो इस योजना के लाभ से वंचित हो जाएंगे। काफी धीमी रफ्तार है ई केवाईसी कराने का
पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत ई केवाईसी कराने की रफ्तार काफी धीमी है। जिले में अब तक सिर्फ 22 हजार 264 किसानों ने ई केवाईसी कराया है। मालूम हो कि दो लाख 52 हजार किसानों को इस योजना के तहत तीन किश्तों में छह हजार रुपया पीएम किसान सम्मान निधि योजना से मिल रहा है।
किसान सम्मान निधि योजना के तहत ई केवाईसी नहीं कराने वाले किसान इस योजना के लाभ से वंचित हो जाएंगे। ई केवाईसी कराने की धीमी रफ्तार को देखते हुए अब इसकी समय सीमा 31 मई तक बढ़ा दी गई है। किसान अनिवार्य रूप से ई केवाईसी करवा लें।