जिले के स्वास्थ्य पदाधिकारियों को विभिन्न अस्पतालों का जायजा लेने के बाद उन्हें लॉगबुक भी भरना होगा। इसको लेकर सूबे के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने सिविल सर्जन को पत्र भेजा है। पत्र में कहा गया है कि अधिकारियों को अस्पताल की व्यवस्था-इलाज का निरीक्षण एवं समीक्षा करने के लिए एक तो खुद ही जाना होगा, दूसरी उसकी रिपोर्ट भी उन्हें तैयार करनी होगी। साथ ही पूरे निरीक्षण/समीक्षा को लेकर रिपोर्ट बनाकर उसे अपने वरीय पदाधिकारियों को भेजनी होगी। इससे सरकार की योजनाओं व डॉक्टरों की कार्यशैली व व्यवस्था की जमीनी हकीकत जानी सके।
अस्पतालों के प्रभारी व हेल्थ मैनेजर करेंगे सप्ताह में दो दिन विजिट:
इसको लेकर सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा ने कहा कि उन्होंने जिले के सभी अस्पतालों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को पत्र लिखकर निर्देश दिया है कि वे सप्ताह में कम से कम दो दिन अपने क्षेत्र के अस्पतालों का निरीक्षण करने के लिए निकलेंगे। यही काम अस्पतालों के हेल्थ मैनेजर को भी करना होगा। अस्पतालों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व हेल्थ मैनेजर अपने-अपने क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्रों का भ्रमण करेंगे और वहां तैनात डॉक्टर, नर्सों, स्वास्थ्यकर्मियों की ड्यूटी व मरीजों के इलाज की व्यवस्था की पड़ताल करेंगे। पूरी पड़ताल की रिपोर्ट उन्हें उसी दिन जिला मुख्यालय को भेज देंगे। ताकि अगले दिन लापरवाहों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।