गलपुर। जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालेज अस्पताल में मरीजों को पानी की किल्लत है वहीं उन्हें गर्मी में राहत भी नहीं मिल रही। आउटडोर, इमरजेंसी से लेकर अन्य विभागों में दर्जन भर पंखों में खराबी की वजह से बंद है। वहीं कई ऐसे पंखे हैं जिनकी धीमी गति से हवा नहीं मिलती। मरीज और स्वजन खुद ही पंखा झेलते हैं और पसीने-पसीने हो रहे हैं। विभागों में कई ऐसे बेड लगाए गए हैं जहां पंखा लगाया ही नहीं गया है। शिकायत करने पर भी पंखा दुरुस्त नहीं किया गया है। हालांकि जिन पंखों की गति धीमी है नया कंडेशनर लगाकर चाल को तेज करने का प्रयास किया गया है।
आउटडोर विभाग के बरामदे में पंखों खराबी की वजह से बंद है। इमरजेंसी के बरामदे में भी दो पंखे खराब हैं। वहीं पसीने से तर-बतर चिकित्सक मरीज का इलाज करते हैं। नर्सों ने कहा कि गर्मी से हालत खराब है। पंखों की मांग की गई है। पंखे लगाए गए लेकिन खराब हो गए। विभाग में तीन पंखे बदले भी गए हैं। इंडोर आब्स गायनी विभाग में 10 पंखों में 4 चार पंखों की गति धीमी है।
10 पंखों के कंडेशनर बदले भी गए हैं। ड्रेसिंग रुम के पंखा की हालत भी पतली है। कर्मचारी गर्मी से परेशान रहता है। शिशु विभाग में चार पंखे धीरे-धीरे चल रहे हैं, हवा नहीं मिलती। शिशु विभाग में एक पंखा खराब है। मेडिसीन विभाग में नौ अप्रैल को बेड संख्या 17 पर बुजुर्ग मरीज भर्ती है। स्वजन आशीष कुमार ने कहा कि जब से मरीज भर्ती है तब से पंखा बंद है। वहीं बेड संख्या 20 के समीप भी पंखा बंद है। विभाग की दीवाल पर बिजली विभाग एंव अन्य कर्मचारियों के मोबाइल नंबर का बोर्ड लगाए गए हैं।