टीएमबीयू के प्रभारी कुलपति प्रो. हनुमान प्रसाद पांडेय के नहीं होने की वजह से छह हजार के करीब छात्र स्नातक से लेकर पीजी तक डिग्री के लिए परेशान हैं। हर दिन छात्र विश्वविद्यालय परीक्षा विभाग का चक्कर लगा रहे हैं। डिग्री के बदले छात्रों को सिर्फ आश्वासन मिल रहा है कि जल्द ही डिग्री मिल जाएगी। जबकि सच्चाई है कि छह हजार के करीब डिग्री कुलपति के हस्ताक्षर का इंतजार कर रहा है। युवा राजद के प्रदेश महासचिव डॉ. आनन्द आजाद ने कहा कि विश्वविद्यालय में कुलपति नहीं होने की वजह से स्थिति काफी खराब है। अभ्यर्थी से लेकर छात्र तक डिग्री के लिए विवि का चक्कर लगा रहे हैं।
कुलसचिव डॉ. निरंजन प्रसाद यादव ने कहा कि कुलपति के हस्ताक्षर के बिना डिग्री नहीं दी जा सकती है। इसलिए जो भी जरूरी कागजात की मांग की जा रही है उसे फौरन दिया जा रहा है ताकि छात्रों को किसी भी तरह की परेशानी न हो। इधर अभाविप के सदस्यों ने कहा कि रिजल्ट से लेकर डिग्री के लिए छात्रों को विवि का चक्कर लगाना पड़ रहा है। यही हाल रहा तो आने वाले दिनों में चरणबद्ध आंदोलन चलाया जाएगा। सीनेट सदस्य जयप्रीत मिश्रा ने कहा कि कुलपति को खुद समझना चाहिए कि उनके नहीं होने से कितनी परेशानी छात्रों को होती है। नैतिक रूप से कुलपति को काम पर लौटना चाहिए।
तीन दिनों में डिग्री मिलना मुश्किल
बिहार स्टेट यूनिवर्सिटी सर्विस कमिशन से हो रही सहायक प्राध्यापक के पद के साक्षात्कार में शामिल हुए अभ्यर्थी संजय को तीन दिनों के अंदर डिग्री उपलब्ध कराना है लेकिन यह संभव नहीं दिख रहा है। विवि की लापरवाही से अभ्यर्थी और छात्र काफी परेशान हैं।