भीषण तपिश के साथ बच्चों को जाम का दोहरा मार झेलना पड़ रहा है। बुधवार को रानी तालाब से लेकर जीरो माईल चौक तक भीषण जाम लगा था। जिसके कारण बच्चों को घर पहुंचने में तीन घंटे का समय लग गया। इस दौरान बच्चे प्यास से भी परेशान थे। कई अभिभावकों ने दुकान से खरीदकर बच्चों को पानी पिलाया।
अभिभावक आभा देवी ने बताया कि स्कूल में दस बजे छुट्टी हुई, लेकिन जाम के कारण वैन हवाई अड्डा के पास 12 बजे पहुंची। इस दौरान बच्चे पसीना से नहा चुके थे। आदमपुर में रहने वाले रमेश चंद्र ने बताया कि उनका लड़का माउंट असीसि में पढ़ता है, जो छुट्टी के बाद दूसरी बस से घर आता है। जाम के कारण वह 1:15 बजे घर पहुंचा। इस दौरान स्कूल ऑफिस का फोन नंबर बंद रहा। इस कारण बच्चों की बस की जानकारी नहीं मिल रही थी। एक और अभिभावक ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से जब भी स्कूल ऑफिस में फोन करते हैं तो फोन या तो नहीं उठता है या फिर बंद मिलता है। स्कूल प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए।
उधर बुधवार को विक्रमशिला पुल पर भी जाम लगा था। जाम के कारण यात्रियों को लगभग एक घंटे तक परेशानी का सामना करना पड़ा। दरअसल पुल के पास एक ट्रक में तकनीकी गड़बड़ी आ गयी थी। जिसके कारण गाड़ी आगे नहीं बढ़ सकी। बाद में मिस्त्री को बुलाकर गाड़ी को ठीक किया गया। इस दौरान गाड़ी को वनवे चलाया गया। यात्रियों ने बताया कि गर्मी के कारण जाम में काफी परेशानी हो रही है। दो दिन पहले भी पुल पर जाम था। जिसके कारण खगड़िया पहुंचने में पांच घंटे का समय लग गया था।
जीरोमाइल से जाम छुड़ाने की जिम्मेदारी लोकल थाना की
स्कूलों में छुट्टी के वक्त पुलिस की व्यवस्था नहीं होने के कारण बच्चों को जाम से जूझना पड़ रहा है। इस संबंध में ट्रैफिक प्रभारी ब्रजेश कुमार ने बताया कि ट्रैफिक पुलिस की जिम्मेदारी जीरो माईल से पहले तक है। जीरो माईल से रानीतालाब की जिम्मेदारी स्थानीय थाना की है।