भागलपुर : बिहार सरकार द्वारा छात्राओं को निशुल्क शिक्षा देने की बाबत कई वर्ष पहले ही निर्णय लिया गया है। बावजूद छात्राओं से स्नातक से पीजी तक हर शुल्क वसूला जाता है। इस बारे में कई बार छात्राओं ने विवि को आवेदन दिया। बावजूद उनकी नहीं सुनी गई। इसके विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने विरोध का अनूठा तरीका अख्तियार किया। अभाविप के छात्रों ने शनिवार को पीजी इतिहास विभाग से भिक्षाटन की शुरूआत की।
छात्रों हेड डा. अशोक कुमार सिन्हा से एक रुपये की भिक्षा ली। इसके बाद मारवाड़ी कालेज समेत अन्य विभाग पहुंचे। विभाग सह संयोजक कुणाल पांडेय ने कहा कि पीजी का शुल्क माफ करने का आश्वासन पूर्व में दिया गया था। बावजूद शुल्क माफ नहीं किया गया। इसके अलावा छात्राओं की मुफ्त शिक्षा की घोषणा हुई है, किंतु उन लोगो को शुल्क देना होता है। कुणाल ने कहा कि यदि विवि जल्द इसे लागू नहीं करती है तो वे लोग टीएमबीयू, शिक्षकों, अधिकारियों और आम लोगों से भिक्षा मांगकर छात्राओं का शुल्क चुकता करेंगे।
- – शुल्क माफी के लिए भिक्षा मांगने पीजी विभाग पहुंचा अभाविप
- – पीजी इतिहास विभाग के हेड से एक रूपये मांगकर की शुरूआत
- – 2017 में ही सरकार ने की थी छात्राओं के मुफ्त शिक्षा की घोषणा
रोहित राज ने कहा कि विवि प्रशासन अविलंबर सभी छात्राओं का शुल्क माफ करते हुए कोविड के समय का शुल्क माफ करें। अन्यथा लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन करेगी। इस मौके पर आनंद कुमार, सूर्यप्रताप, सौरभ शर्मा, सुमन, अभिषेक, नवनीत, अभिनव समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।