भागलपुर के गंगा से सटे प्रखंडों में दोबारा बाढ़ आने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इन प्रखंडों में एक माह पहले भी बाढ़ आयी थी। इन प्रखंडों की पंचायतों में दोबारा बाढ़ आने से लोगों को ऊंचे स्थलों पर फिर से शरण लेनी पड़ रही है। गंगा के जलस्तर में वृद्धि से सबसे अधिक परेशानी नाथनगर और सबौर के ग्रामीणों को उठानी पड़ रही है। यहां के दर्जनों गांवों में पानी घुस गया है। नाथनगर के शंकरपुर दियारा और रत्तीपुर बैरिया के दिलदारपुर गांव के लोगों को दोबारा टीएमबीयू कैंपस में टिल्हा कोठी के पास शरण लेनी पड़ी है। इन पंचायतों के दर्जनों बाढ़ पीड़ित परिवार बाल-बच्चों व मवेशियों के साथ ऊंचे स्थल पर रहने लगे हैं। ज्यादातर लोग टिल्हा कोठी और चर्च मैदान में रहने आए हैं। सुल्तानगंज में गनगनिया के वार्ड 6 व 8 में बाढ़ का व्यापक असर है। यहां के लोग पानी से घिर गए हैं। महेशी पंचायत के कल्याणपुर टोला के लोग भी बाढ़ से घिर गए हैं। इन पंचायतों के सैकड़ों एकड़ में लगी फसल-सब्जियां बर्बाद हो गई हैं।
सबौर की 20 हजार आबादी दोबारा प्रभावित
सबौर की रजंदीपुर, फरका, ममलखा एवं शंकरपुर के अलावा अन्य पंचायतों के दर्जन भर गांव आंशिक रूप से दोबारा बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। रजंदीपुर पंचायत के संतनगर, बाबूपुर, बगडेर, बालाजी टोला, रजंदीपुर, फरका, इंग्लिश एवं ममलखा पंचायत के रामनगर, हरिदासपुर, मसाढू आदि गांव में दोबारा गंगा का पानी घुस गया है। दक्षिणी क्षेत्र के अमदाढ व कुरपट में भी पानी घुसने के साथ-साथ खानकित्ता, राजपुर, चंदेरी, हढवा बहियार में बाढ़ से सैकड़ों एकड़ जमीन में लगी फसल प्रभावित हो गई है। प्रखंड की करीब 20 हजार आबादी प्रभावित हुई है।
नवगछिया के कुछ स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों में भी बाढ़
नवगछिया के गोपालपुर, इस्माइलपुर, खरीक, नवगछिया प्रखंड में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। यहां गंगा और कोसी दोनों के जलस्तर से परेशानी है। इस्माइलपुर प्रखंड के कमलाकुंड, भिट्ठा, लक्ष्मीपुर, गोपालपुर प्रखंड के बिंदटोली, करारी तीनटंगा, खरीक प्रखंड के अठगामा, रंगरा प्रखंड के भीम दास टोला, मदरौनी में बाढ़ का पानी कई घरों में घुस आया है। बाढ़ के पानी से हजारों की आबादी प्रभावित हुई है। दर्जनों बाढ़ पीड़ित बांध और स्कूलों में शरण लिए हुए हैं। कई विद्यालयों व आंगनवाड़ी केंद्रों में भी बाढ़ का पानी घुस आया है। इलाके की खेती-बाड़ी भी प्रभावित हुई है।
गंगा के जलस्तर में आज भी बढ़ोतरी की संभावना
इधर, जल संसाधन विभाग से जारी रिपोर्ट के मुताबिक भागलपुर में गंगा के जलस्तर में 24 घंटे के अंदर सुल्तानगंज में 2 सेमी, भागलपुर में 6 सेमी, कहलगांव में 9 सेमी, राघोपुर में 10 सेमी, इस्माइलपुर बिंदटोली में 3 सेमी बढ़ोतरी हुई है। केंद्रीय जल आयोग ने बढ़त की प्रवृति बतायी है। आयोग ने संभावना जताया है कि बुधवार शाम 4 बजे तक भागलपुर में 5 सेमी और कहलगांव में बुधवार रात 10 बजे तक 8 सेमी की बढ़ोतरी होगी। आपदा प्रबंधन शाखा के प्रभारी पदाधिकारी विकास कर्ण ने बताया कि संभव है कि गुरुवार से गंगा घटने लगेगी। पानी के बहाव में निरंतर कमी आ रहा है। पानी उतरने के बाद ही बाढ़ प्रभावित इलाकों की सही स्थिति का पता चल सकेगा।