राजस्व मामले में भागलपुर और बांका जिले में अच्छी प्रगति हुई है। बांका जिला सूबे में पहले स्थान पर बना हुआ है। वहीं भागलपुर 15वें से तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। आयुक्त दयानिधान पांडेय ने रैंकिंग में सुधार की प्रशंसा करते हुए और बेहतर करने को कहा। उन्होंने कहा कि नियमित समीक्षा से दोनों जिले की प्रगति बेहतर हुई है। मंगलवार को आयुक्त की अध्यक्षता में भागलपुर और बांका जिले के विकास योजनाओं की समीक्षा हुई। भागलपुर के डीएम सुब्रत कुमार सेन और बांका डीएम अंशुल कुमार ने जिले की योजनाओं की प्रगति की जानकारी दी। पंचायतों में स्वच्छता अभियान के लिए सामग्री की खरीद में बांका जिले का प्रदर्शन अच्छा नहीं मिलने पर आयुक्त ने बांका डीएम को इसमें पहले करने का निर्देश दिया। सरकार के निर्देश पर पंचायतों में स्ट्रीट लाइट लगाया जा रहा है। आयुक्त ने दोनों डीएम को इसमें तेजी लाने को कहा।
आयुक्त ने कहा कि समाज कल्याण से संबंधित योजनाओं पर अधिकारी विशेष फोकस करें। वृद्धाआश्रम, अनाथालय, रिमांड होम और दत्तक ग्रहण केन्द्र आदि का नियमित निरीक्षण कर कमियों को दूर करने का निर्देश दिया। भागलपुर में डीआरसीसी की स्थिति बेहतर नहीं मिलने पर डीएम को इसमें सुधार लाने को कहा गया। आयुक्त ने कहा कि एससी, एसटी अत्याचार अधिनियम में लाभुकों को त्वरित न्याय मिले इस दिशा में अधिकारी नियमित रूप से काम करते रहें। कई कस्तुरबा विद्यालय में चारदीवारी नहीं होने पर आयुक्त ने प्राथमिकता के आधार पर चारदीवारी का निर्माण कराने का निर्देश दिया। उद्योग विभाग की योजनाओं को लेकर ऋण के लिए बैंकों में आावेदन भी आ रहा है। लेकिन बैंक समय से राशि का भुगतान नहीं कर रहे हैं। आयुक्त ने बैंकों से ऋण समय से उपलब्धता कराना सुनिश्चित करने को कहा। बैठक में क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार के सचिव मो.वारिस खान और आयुक्त के सचिव अभय कुमार सिंह के अलावा दोनों जिले के अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।