भागलपुर | मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश के बाद जल संसाधन विभाग से अभियंताओं की टीम बुधवार शाम भागलपुर पहुंची। पटना में कार्यरत चीफ इंजीनियर राकेश कुमार और सच्चिदानंद साह ने विभागीय अभियंताओं के साथ बैठक कर नदी की प्रवृति और मैप को देखा। टीम गुरुवार सुबह गंगा से कटाव के तीन प्रमुख स्थलों का निरीक्षण करेगी। निरीक्षण के दौरान कटाव के कारण और बचाव के उपाय ढूंढे जाएंगे। टीम तीन दिन के अंदर इंजीनियर इन चीफ को रिपोर्ट सौंपेगी। जहां से प्रधान सचिव की अनुशंसा के बाद विभागीय मंत्री को पेश की जाएगी। विभागीय मंत्री रिपोर्ट लेकर सीएम को दिखाएंगे। फिर कैबिनेट से प्रस्ताव पास कराकर कटाव रोकने का काम शुरू की जाएगी। टीम में भागलपुर में कार्यरत मुख्य अभियंता अनिल कुमार, अधीक्षण अभियंता शशिकांत सिन्हा, कार्यपालक अभियंता आदित्य प्रकाश भी शामिल रहेंगे।
टीम पहले सबौर फिर नवगछिया जाएगी
टीम सबसे पहले सबौर के इंग्लिश फरका जाएगी। यहां नदी के बहाव व करंट क्षेत्र का अध्ययन करने जियाउद्दीन चौका के पास जाएगी। जहां से कटाव बढ़ा है। यहां टीम कटाव से प्रभवित टोला का अध्ययन करेगी। टीम फिर झल्लू दास टोला और ज्ञानीदास टोला भी जाएगी। यहां अब तक हुए कटावरोधी कार्य के बाद भी कटाव बढ़ने के कारणों का पता करेगी। जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता अनिल कुमार ने बताया कि नवगछिया के ज्ञानी दास टोला गांव में हो रहे कटाव से स्थाई कटाव से बचाव को लेकर पूर्व में एक से डेढ़ किलोमीटर लंबाई में एंटी रोजन कार्य के लिए प्रस्ताव भेजा गया था। यहां पर स्थाई निदान मिले। इसके लिए भी पटना से आये विशेषज्ञों के साथ बैठक हुई है। विशेषज्ञों की टीम के निरीक्षण के बाद ही यहां पर कटाव से बचाव के स्थाई निदान का निर्णय होगा। मालूम हो कि ज्ञानी दास टोला लगभग दो से तीन किलोमीटर लंबाई में कटाव हुआ है। जिसे 200 परिवार विस्थापित हैं। बतादें कि मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विभागीय मंत्री संजय झा एवं प्रधान सचिव के साथ हवाई सर्वेक्षण किया था।