स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत पुलिस लाइन परिसर में बन रहे कंट्रोल एंड कमांड सेंटर (ट्रिपल सी) के कार्य की प्रगति का जायजा लेने बुधवार को डीआईजी विवेकानंद पहुंचे। इस दौरान उन्होंने भवन के सभी तल पर जाकर कार्य का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि ट्रिपल सी का कार्य तेजी से चल रहा है और अगले साल मार्च में इसका कार्य पूरा हो जाएगा। डीआईजी ने बातचीत में यह भी बताया कि शहर में कुल 1800 सीसीटीवी लगाए जाने हैं जिनमें एक हजार कैमरे इंस्टॉल कराए जा चुके हैं। उन सभी कैमरों का कंट्रोल और मॉनिटरिंग ट्रिपल सी भवन से ही किया जाएगा। पुलिस लाइन परिसर में पांच फ्लोर का ट्रिपल सी भवन तैयार हो रहा है। डीआईजी के कार्य का जायजा लेने के दौरान स्मार्ट सिटी योजना के तहत कार्य करा रही कंपनी एचपी राजगुरु एंड जयनाम कंस्ट्रक्शन के डायरेक्टर अमित कुमार और सार्जेंट इंस्पेक्टर केके शर्मा भी मौजूद थे।
ट्रैफिक सिग्नल को क्रॉस किया तो घर पहुंचेगा ई चालान
ट्रिपल के चालू हो जाने पर शहर में न सिर्फ ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार होगा बल्कि आपराधिक घटनाओं को रोकने और घटनाएं होने पर अपराधियों को पकड़ने में भी मदद मिलेगी। डीआईजी ने बताया कि नियम को तोड़ते हुए अगर कोई ट्रैफिक सिग्नल को तोड़ेगा तो उसके मोबाइल पर ई चालान भेज दिया जाएगा। चौक चौराहों पर लगने वाले उच्च क्षमता वाले सीसीटीवी उक्त वाहन के रजिस्ट्रेशन को कैच करेगा और उसी नंबर के आधार पर वाहन मालिक को चिह्नित कर उन्हें ई चालान भेज दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि उन कैमरों और कंट्रोल सेंटर की मदद से चोरी और छिनतई कर भागने वाले अपराधी भी पकड़े जाएंगे। डीआईजी ने स्मार्ट सिटी योजना के तहत शहर के विभिन्न इलाकों में हो रहे कार्य की सराहना की और कहा कि शहर की सूरत बदल रही है।