भागलपुर,। रेलवे मुख्यालय द्वारा यात्रियों की सहूलियत के लिए कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। यही नहीं उनकी सुविधा को लेकर विभिन्न यूनिट अलग-अलग तरह के अभियान चला रही है। जो यात्रियों को रेल यात्रा के दौरान आने वाली विषम परिस्थतियों से बाहर निकालती है। रेलवे के सात प्रमुख अभियान हैं, जो यात्रियों को उनकी मुस्कान लौटाते हैं। मालदा डिवीजन के भागलपुर स्टेशनों पर भी इन अभियानों से लगातार यात्रियों को तत्काल मदद पहुंचाई गई है। 2022 में इस तरह के कई मामले सामने आए हैं।
भागलपुर और आसपास के स्टेशनों पर रेलवे और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) द्वारा ऑपरेशन मातृ शक्ति, ऑपरेशन जीवन रक्षा, ऑपरेशन नार्को, ऑपरेशन अमानत, ऑपरेशन किलेप, मिशन सुधार, नन्हें फरिश्ते जैसे अभियान चलाए जा रहे हैं। इसकी मदद से प्रत्येक माह विभिन्न अभियान की मदद से यात्रियो़ की मदद की जाती है। इन अभियानों में ऑपरेशन मातृ शक्ति गर्भवती महिला यात्रियों की सुविधा के लिए है। इसके तहत ट्रेन यात्रा के दौरान यदि किसी को मदद की जरूरत होती है तो तत्काल मेडिकल टीम उपलब्ध कराई जाती है।ऑपरेशन नन्हें फरिश्ते के माध्यम से मालदा डिवीजन के भागलपुर आरपीएफ पोस्ट ने अब तक सौ से ज्यादा भटके और लावारिस बच्चों को उनके परिवार से मिलाया है। इसके अलावा चाइल्ड लाइन के माध्यम से रेस्क्यू किया है। इसमें 55 से जयादा लड़की जबकि 49 से ज्यादा लड़के शामिल हैं। इसी तरह ऑपरेशन अमानत के तहत 2022 से अब तक तीन सौ से ज्यादा लोगों को उनका ट्रेन या प्लेटफार्म पर छूटा कीमती सामान लौटाया है। मिशन सुधार के तहत हर दिन गंदगी फैलाने वाले लोगों से जुर्माना वसूला जा रहा है। 2022 से अब तक सात हजार से ज्यादा लोगों पर गंदगी फैलाने पर कार्रवाई हुई है। भागलपुर जंक्शन पर इन अभियानों की क्लोज मॉनिटरिंग मुख्यालय स्तर पर होती है। इन अभियानों की डीआरएम विकास चौबे भी निगरानी कर रहे हैं। यही नहीं रेलवे के इन अभियानों के तहत बेहतर प्रदर्शन करने वाले रेल और आरपीएफ कर्मियों को मुख्यालय स्तर पर सम्मानित भी किया जाता है। इससे उनका उत्साहवर्द्धन होता है।
कोट :
रेलवे का अभियान यात्रियों की सुविधाओं के लिए है। इन अभियानों की मदद से तत्काल यात्रियों को सहायता मिलती है।
– रूपा मोंडल, पीआरए मालदाा डिवीजन