इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्राेल सेंटर फरवरी के अंत तक बनकर तैयार हाे जाएगा। संभावना जताई जा रही है कि मार्च में हाेली के बाद से यह व्यवस्था पूरी तरह से चालू हाे जाएगी। इससे पूरे शहर की निगरानी की जाएगी। फरवरी के अंत तक काम पूरा करने की समय सीमा तय की गई है। कमांड एंड कंट्राेल से सुरक्षा से लेकर ट्रैफिक व्यवस्था तक की माॅनिटरिंग हाेगी। किसी ने ट्रैफिक नियम ताेड़ा ताे घर पर चालान पहुंच जाएगा। हालांकि यह व्यवस्था पूरी तरह से जून के अंत तक लागू हाे पाएगी।
भागलपुर स्मार्ट सिटी कंपनी की रिपाेर्ट के मुताबिक कमांड एंड कंट्राेल सेंटर के लिए 27.33 कराेड़ रुपए की लागत से भवन 75 फीसदी बनकर तैयार हाे गया है। वहां साॅफ्टवेयर लगाने की प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है। कमांड एंड कंट्राेल सेंटर शुरू हाेने से सुरक्षा के साथ ट्रैफिक व्यवस्था की भी निगरानी हाेगी। कंट्रोल एंड कमांड सेंटर को इंट्रीग्रेटेड बनाया जा रहा है। वहां बैठकर पूरे शहर की निगरानी की जाएगी। नगर निगम के एक से 51 वार्डों की गतिविधियाें पर नजर रखी जाएगी। इसके लिए 250 पब्लिक सर्विलांस लाेकेशन चिह्नित किए गए हैं।
इनमें से 216 में काम भी पूरे हाे गए हैं। शहर में 1844 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने हैं। इनमें से 1030 कैमरे लग चुके हैं। 5 जगहों पर इनवारमेंटल सेंसर लगाने का काम भी पूरा हाे गया है। शहर में स्मार्ट सड़क बनाई जा रही है। अंडर ग्राउंड ऑटिकल फाइबर लगाए जा रहे हैं। स्ट्रीट लाइट, कैमरा, स्मार्ट पोल और वाइफाई को सिस्टम से जोड़ने की प्रक्रिया चल रही है। कंट्रोल एंड कमांड सेंटर के लिए सिटी फाइवर नेटवर्क, सीसीटीवी सर्विलांस, डेटा सेंटर, रिकवरी सेंटर, स्मार्ट सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, इंटेलिजेंट ट्रैफिक सिस्टम, वाई-फाई, ई-गर्वनेंस, एम-गर्वनेंस और मोबाइल एप की सुविधा शहर के लाेगाें काे उपलब्ध कराई जाएगी।
इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से ये सुविधाएं मिलेंगी
1. एडप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम : कंट्रोल रूम से हर चौराहे के सिग्नल की टाइमिंग में बदलाव करने के साथ उन्हें कंट्रोल करने की व्यवस्था रहेगी। वीआईपी मूवमेंट की हालत में सभी सिग्नल काे कंट्रोल किया जाएगा।
2. रेड लाइट वाइलेशन डिटेक्शन सिस्टम : रेड लाइट वाइलेशन डिटेक्शन सिस्टम 16 जगहों पर लगाए जाएंगे। स्पीड वाइलेशन डिटेक्शन सिस्टम 8 जगहों पर लगाए जाएंगे। ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों काे घर पर चालान भेजा जाएगा। कैमरों में तय स्पीड से तेज गाड़ी चलाने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
3. ट्रैफिक कंट्रोल, इनफर्मेशन एंड मैनेजमेंट सिस्टम : स्मार्ट सिटी को ट्रैफिक कंट्रोल, चौराहों की जानकारी और उन्हें मैनेज करने के प्लान की जानकारी मिलेगी। इनफार्मेशन कियोस्क 20 जगहों पर बनाए जाएंगे, ताकि ट्रैफिक समेत बाकी जरूरी जानकारी इस पर लाेगाें काे मिलेगी।
4. पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम : ट्रैफिक में बदलाव से लेकर सूचना देने के लिए शहर में 10 जगहों पर पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम लगाए गए हैं। इनवारमेंटल सेंसर भी 5 जगहों पर लगाए गए हैं। इससे लाेगाें काे पर्यावरण से संबंधित जानकारी मिलेगी।
5. इमरजेंसी कॉल बॉक्स : शहरी क्षेत्र में 10 इमरजेंसी कॉल बॉक्स लगाए गए हैं। इसमें एक बटन लगा है। संकट के समय में इसे दबाने पर मैसेज कंट्रोल रूम में पहुंचेगा। वहां से सहायता मिलेगी। यह बॉक्स पूरी तरह से इलेक्ट्रोनिक हैं और इनमें कैमरे भी लगे हैं।
कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का काम जल्द हाेगा पूरा
^इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का काम तेजी से चल रहा है। जल्द पूरा हाेगा। मार्च तक में इसके चालू हाेने की संभावना है। लेकिनआईसीसीसी का काम पूरा हाेने के बाद यह व्यवस्था जून के अंत तक में पूरी तरह से लागू हाे पाएगा।- सुब्रत कुमार सेन, डीएम