राज्य के सभी विश्वविद्यालयाें में जनगणना आंकड़ा शाेध केंद्र खुलना है। इसी कड़ी में टीएमबीयू में भी यह केंद्र बनना है। जनगणना कार्य निदेशालय दाे साल में टीएमबीयू काे पांच बार पत्र भेज चुका है, लेकिन विवि ने केंद्र स्थापित करने की सहमति नहीं दी है। एक बार फिर से निदेशालय के निदेशक ने कुलपति काे पत्र भेजा है। विवि अब इस पर विमर्श करेगा। गृह मंत्रालय के तहत जनगणना कार्य निदेशालय की ओर से भेजे गए पत्र में कहा गया है कि विवि में जनगणना आंकड़ा शाेध केंद्र स्थापित किया जाना है।
केंद्र से शोध और विकास के कामाें में मिलेगा सहयाेग
जनगणना आंकड़ा शाेध केंद्र पर माइक्राे लेवल के आंकड़े उपलब्ध हाेते हैं। जबकि माइक्राे लेवल के जनगणना आंकड़ाें की जरूरत हाेगी या विकास के काम में इसकी जरूरत हाेगी ताे यहां से आंकड़ा मिल जाएगा। शाेधार्थियाें काे भी केंद्र से फायदा हाेगा।
निदेशालय ने डीएम काे भी भेजा है पत्र
निदेशालय ने डीएम काे भी पत्र भेजी है। साथ ही कहा कि टीएमबीयू अगर अपने परिसर में शाेध केंद्र स्थापित करना चाहता है ताे इसकी जानकारी भेजने के लिए निर्देश दिया जाए। ताकि आगे के काम के लिए महारजिस्ट्रार कार्यालय काे जानकारी दी जा सके।
शोध केंद्र खाेलने के लिए टीएमबीयू करेगा विचार
जनगणना आंकड़ा शोध केंद्र के लिए पत्र मिला है। पत्र प्लानिंग सेक्शन में है। अभी इस पर विचार नहीं हुआ है। लेकिन केंद्र खोलने को लेकर विचार किया जाएगा। – गिरिजेश नंदन कुमार, रजिस्ट्रार, टीएमबीयू