TMBU के कर्मियों का रूक सकता है वेतन:काम में उदासीनता दिखाने का आरोप, 15 फरवरी तक AQR अपलोड करने का निर्देश;

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तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के करीब एक दर्जन पीजी विभागों ने नैक मूल्यांकन कराने को लेकर एक्यूएआर को अपलोड कराने की दिशा में उदासीनता दिखायी है। जिस पर कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने नाराजगी जतायी है। उन्होंने वेतन रोकने की बात कही है। दरअसल विश्वविद्यालय के आईक्यूएसी सेल के कोऑर्डिनेटर ने सभी पीजी विभागों को पत्र भेजकर 13 फरवरी तक हर हाल में एक्यूएआर अपलोड कर विश्वविद्यालय को सूचना देने को कहा था। पत्र के बावजूद भी 13 तक पीजी विभागों ने इस दिशा में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है। अंतिम तिथि 15 फरवरी तक दी गई है। अपलोड नहीं करने पर सभी विभागाध्यक्षों का वेतन रोक दिया जाएगा।

समीक्षा के दौरान बात आई सामने

कुलपति को आईक्यूएसी सेल के कार्यों की समीक्षा के दौरान बताया गया कि एक दर्जन पीजी विभागों ने एक्यूएआर अपलोड करने की सूचना विश्वविद्यालय को नहीं दिया है।कुलपति ने बताया कि टीएमबीयू के पीजी अंगिका, ग्रामीण अर्थशास्त्र एवं सहकारिता प्रबंधन, एंसीएन्ट हिस्ट्री, गांधियन थॉट, इतिहास, मैथिली, लाइब्रेरी साइंस, संगीत, संस्कृत, समाजशास्त्र, एंथ्रोपोलॉजी, स्टेटिस्टिक्स और जूलॉजी विभाग ने अब तक एक्यूएआर अपलोड करने की सूचना विश्वविद्यालय प्रशासन को नहीं दी है। जबकि सूचना देने की अंतिम तिथि 13 फरवरी ही निर्धारित थी।

15 फरवरी तक हर हाल में करें अपलोड

कुलपति ने हिदायत देते हुए उन विभागों को अंतिम मौका दी है। उन्होंने 15 फरवरी तक हर हाल में एक्यूएआर रिपोर्ट अपलोड करके उसकी सूचना विश्वविद्यालय को सूचना देने को कहा है। यह सूचना सम्बंधित विभागाध्यक्ष को देंगे।

फरवरी माह का रूक सकता है वेतन

यदि 15 फरवरी तक भी उन विभागों द्वारा एक्यूएआर अपलोड नहीं किया और उसकी सूचना विश्वविद्यालय को नहीं दी गयी, तो उन विभागाध्यक्षों के फरवरी माह का वेतन रोक दिया जाएगा। साथ ही आदेश की अवहेलना करने पर कार्रवाई भी की जाएगी। कुलपति ने पीजी विभागों को एक्यूएआर अपलोड करने में गंभीरता दिखाने का निर्देश दिया है। वीसी ने कहा कि टीएमबीयू को नैक से अच्छी ग्रेडिंग दिलाने के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। अच्छी ग्रेडिंग मिलने से विश्वविद्यालय का विकास तेजी से होगा साथ ही विश्वविद्यालय की साख भी बढ़ेगी। उन्होंने सभी पीजी विभागों के विभागाध्यक्षों और कॉलेजों के प्राचार्यों को निर्देश दिया है, कि वे नैक मूल्यांकन को लेकर गंभीरता दिखाएं।