तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय अपने विवादों के कारण हमेशा से सुर्खियों में रहता है। कभी छात्रों की समस्या तो कभी विश्वविद्यालय के कर्मियों की समस्या को लेकर विवाद होते रहता है। शुक्रवार को कुलपति आवास के सामने संविदा कर्मियों ने घंटों तक प्रदर्शन किया।
कर्मचारियों का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा कुछ लोगों का एक्सटेंशन कर दिया गया है। वहीं ज्यादातर लोगों का एक्सटेंशन नहीं किया गया है। इन लोगों का कहना है कि बिहार सरकार के नियमावली के अनुसार 60 साल तक संविदा पर नौकरी कर सकते हैं। उसके बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन अपनी मनमानी कर रहा है।
कुछ लोगों का ही हुआ एक्सटेंशन
वहीं कर्मियों ने कहा कि कुछ लोगों का एक्सटेंशन कर बाकी लोगों को छोड़ दिया गया है। इन लोगों का कहना है कि कोई 9 साल तो कोई 10 साल से काम कर रहा है। ऐसी स्थिति में अब यह लोग कहां जाएं। हमलोगों की रोजी रोटी कैसे चलेगी। सरकार को यह सोचना चाहिए था।
हमलोग हो जाएंगे बेरोजगार
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि हमलोग बेरोजगार हो जाएंगे। हमलोगों के लिए कोई उपाय नहीं सोचा गया। अब हमलोग कहां जाएंगे। ऐसे में भूखे मर जाएंगे। इसको लेकर विश्वविद्यालय के अधिकारियों के द्वारा कुछ भी बोलने से इनकार किया गया।