जिले के जेलाें में कैदियाें की हर गतिविधियाें की निगरानी की दिशा में पहल तेज हाे गई है। इसके लिए शहीद जुब्बा साहनी सेंट्रल जेल, विशेष सेंट्रल जेल, महिला जिला जेल और नवगछिया उपकारा में 400 सीसीटीवी कैमरा लगाने की व्यवस्था की जा रही है। अभी इन जेलाें में सिर्फ 32 कैमरे लगे हैं। ये कैमरे मुख्य द्वार, मुलाकाती रूम से लेकर सैलून तक में लगाए जाएंगे। साथ ही, अभी तक केवल जेल के अंदर में कुछ चुनिंदा जगहाें पर कैमरे लगे हैं। जबकि अब जेल के अंदर और बाहरी हिस्साें में करीब 38 जगहाें पर कैमरा लगाने की पहल की जा रही है।
जेल परिसर के चारों तरफ की गतिविधि पर नए कैमरों से नजर रखा जाएगा। इससे पूरे जेल परिसर पर नजर रख जा सकेगी। साथ ही पुराने कैमरे हाेने की वजह से फुटेज भी सही नहीं आते थे, नए कैमरों से इस तरह की दिक्कत दूर होगी। इसके साथ ही पुराने कैमरे में बराबर कुछ न कुछ दिक्कत आती रहती है। लेकिन नए में इसकी तरह की परेशानी नहीं हाेगी। कारण यह है कि कैमरा लगाने के अगले दाे साल तक किसी भी उपकरण के खराब हाेने पर उसकी जगह पर नए लगाए जाएंगे। साथ ही यह 24 घंटे तक चालू रहेगा।
ऐसे में किसी भी उपकरण के खराब या क्षतिग्रस्त हाेने पर उसे 24 घंटे के अंदर ठीक कर चालू करने की जवाबदेही चयनित एजेंसी की हाेगी। साथ ही इसके संचालन और देख-रेख के लिए एजेंसी की ओर से एक कर्मी की प्रतिनियुक्ति करनी हाेगी। इसके लिए टेंडर निकाला गया है। 13 मार्च काे टेक्निकल बिड खुलेगा और 14 मार्च काे फिनांशियल बिड खुलेगा। फिनांशियल बिड डीएम कार्यालय में 14 मार्च की सुबह 11 बजे खुलेगा। इसमें चयनित एजेंसी काे 30 दिनाें के अंदर सभी 400 कैमराें काे लगाना हाेगा।
इसमें चयनित एजेंसी काे सीसीटीवी कैमरा लगाने के साथ उसका मेंटेनेंस भी किया जाएगा। इसमें एजेंसी काे लाइव की व्यवस्था के साथ आईजी कैमरा, एचडी क्वालिटी, आईआर बुलेट, वाटर प्रूफ, जूम की सुविधा, डिस्प्ले स्क्रीन, रिमाेट संचालन, एंटी ब्रेक, दाे साल की वारंटी तक की व्यवस्था रहेगी। इस संबंध में विशेष केंद्रीय कारा के अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने बताया कि फिलहाल 32 कैमरे लगे हुए हैं। चार सौ के करीब नए कैमरे लगाने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी। इसके लिए राशि भी आवंटित हो गई है। क्रय समिति की ओर से टेंडर की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही जेल में कैमरे लग जाएंगे।
14 मार्च काे हाेगा एजेंसी का चयन, 30 दिनाें के अंदर लग जाएंगे
इन जगहाें पर कैमरे लगाए जाएंगे
जेल कैंप के मुख्य द्वार अंदर व बाहर, प्रशासनिक ब्लाॅक के मुख्य गेट, दाखिला काउंटर, जेल की चहारदीवारी, बरामदा, सहायक अधीक्षक व उप अधीक्षक कार्यालय, जेल कैंपस, वाॅच टावर, बैरक, हाई सिक्याेरिटी सेल, अस्पताल, ओपीडी, मरीज वेंटिंग एरिया, जिम, लाइब्रेरी, टेलीफाेन बूथ, सैलून, प्लेग्राउंड, किचन, डाइनिंग एरिया, कूकिंग एरिया, अनाज गाेदाम, गैस बैंक, मुलाकाती रूम समेत अन्य संवेदनशील जगहाें पर कैमरे लगाए जाएंगे।
कैमरा लगाने से ये होंगे फायदे
जेल में बंदी की ओर से मोबाइल के इस्तेमाल पर राेक लगेगी।
जेल के अंदर नशीले पदार्थाें की आपूर्ति की हाेगी निगरानी।
बंदियों की हरकत सीसीटीवी कैमरे में हाेगी कैद।
दबंग बंदियों के आगे बाकी बंदी की बेबसी भी दिखेगी।
रूटीन चेकअप के दाैरान अफसर सीसीटीवी कैमरे की फुटेज काे देख सकेंगे।
जेल में प्रतिबंधित सामान के आदान-प्रदान पर राेक लग सकेगी।