शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में जिन बिजली उपभोक्ताओं पर 2,000 से अधिक रुपये या 2 माह से ज्यादा समय से बिल बकाया है तो आज से उनका कनेक्शन काट दी जाएगा। यह फैसला साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के रेवेन्यू जनरल मैनेजर अरविंद कुमार ने शुक्रवार को भागलपुर विद्युत मंडल के अधिकारियों के साथ बैठक में लिया। उन्होंने निर्देश दिया है कि कंपनी की जो भी बकाया राशि है उसे जल्द जमा कराई जाए।
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार से शहरी क्षेत्र में विशेष अभियान चलाया जाएगा। शहरी विद्युत कार्यपालक अभियंता प्रकाश झा ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि जो भी राशि बकाया है उसे जल्द भुगतान करें दें। इसको लेकर शहरी डिवीजन में माइकिंग कराई जाएगी। इसके बाद कनेक्शन काटने की कार्रवाई की जाएगी। वहीं, तिलकामांझी विद्युत सब डिवीजन के सहायक अभियंता प्रणव मिश्रा ने बताया कि 2,000 से अधिक की बकाया राशि या 2 माह से ज्यादा समय से बिल जमा नहीं कराने वाले उपभोक्ताओं की ही बिजली काटी जाएगी।
शहर में 196 करोड़, 140 करोड़ सिर्फ बुनकरों पर बकाया
शहरी क्षेत्र में बिजली कंपनी ने तीन सबडिवीजन बनाई हैं। जिसमें तिलकामांझी, मोजाहिदपुर और नाथनगर सबडिवीजन शामिल हैं। इन तीनों में बिजली कंपनी का बिल बकाया 196 करोड़ रुपए के आसपास है। इसमें सरकारी कार्यालय, आवास के साथ आम उपभोक्ताओं की राशि भी शामिल है। रेवेन्यू विभाग के अनुसार तिलकामांझी सबडिवीजन में 23 करोड़ से अधिक, मोजाहिदपुर सबडिवीजन में 22 करोड़ से अधिक, जबकि नाथनगर सबडिवीजन में 151 करोड़ की राशि बकाया है। नाथनगर सब डिवीजन में उपभोक्ताओं पर लगभग 11 करोड़ जबकि बुनकरों पर 140 करोड़ रुपए बकाए है।
स्मार्ट मीटर लगने वाले इलाकों में किस्तों में काटी जा रही उपभोक्ताओं से पहले के बकाए की राशि
बिजली कंपनी ने जिन क्षेत्रों में स्मार्ट मीटर लगा दिया है उन इलाकों में बकाए की राशि को उनके रिचार्ज की राशि से 300 किस्तों में 10 माह तक काटने का प्रावधान शुरू किया है। दरअसल, ये 300 किस्त 10 माह के लिए है। यानी हर दिन एक किस्त आपके रिचार्ज राशि से कटेगी। कंपनी के नियमानुसार पूर्व के मीटर की खपत के आधार पर जो बिल बकाया है उसकी राशि के भुगतान के लिए उपभोक्ताओं को दस माह (तीन सौ दिन) में किस्तों में भुगतान की सुविधा दी गई है। अर्थात यदि पूर्व के मीटर की बकाया राशि 3000 है तो हर दिन मीटर की शेष राशि से फिक्सड चार्ज, मीटर रेन्ट, ऊर्जा खपत के अलावा 10 रुपये की कटौती जो पूर्व के बकाए की किस्त के रूप में काटी जाएगी।
शहर में सितंबर तक एक लाख 10 हजार घरों में लग जाएंगे मीटर
शहरी इलाके के तीन सबडिवीजन में लगभग एक लाख 10 हजार उपभोक्ता हैं। जिनके घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं। शुक्रवार शाम तक 11500 स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। स्मार्ट मीटर लगा रही कंपनी जीनस पावर के प्रोजेक्ट मैनेजर विकास सिंह ने बताया कि शहरी इलाके में सितंबर तक स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।