भागलपुर के सांसद अजय मंडल ने घोषणा की है कि अगले साल राष्ट्रीय स्तर का बड़े पैमाने पर साहित्य समागम का आयोजन कवयित्री सम्मेलन लाजपत पार्क या सैंडिस कॉम्पाउंड में होगा। इसके लिए तन, मन, धन से अंग मदद फाउंडेशन की मदद करेंगे। सांसद ने यह आश्वासन केन्द्रीय हिंदी संस्थान और अंग मदद फाउंडेशन की ओर से समाजसेवी कुणाल सिंह की मदद से एक होटल में आयोजित राष्ट्रीय कवयित्री सम्मेलन के उद्घाटन समारोह के बाद दिया।
अबला नहीं सबला बन गई हैं महिलाएं
सम्मेलन का आगाज प्रसिद्ध कवि लक्ष्मी शंकर वाजपई के वक्तव्य से हुआ। उन्होने कहा कि मौजूदा दौर महिलाओं का है, क्योंकि उन्होंने आज पुरुषों के वर्चस्व वाले सभी क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है। उन्होनें सुभ्रदा कुमारी चौहान की कविता की पंक्ति को दोहराने हुए कहा कि महिलाएं अब अबला नहीं है, सबला बन गई है। अंग राष्ट्रीय साहित्य समागम के समापन पर दिल्ली से आई ममता किरण की अध्यक्षता में राष्ट्रीय कवयित्री सम्मेलन की शुरुआत स्वाराक्षी स्वरा द्वारा सरस्वती वंदना से हुई। उन्होनें अपनी गजल गाकर श्रोताओं की वाहवाही लूटी।