जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा के तहत बुधवार को सदर अस्पताल से जागरूकता रैली निकाली गयी। परिसर में परिवार नियोजन मेले का आयोजन किया गया। सबसे पहले सदर अस्पताल से एएनएम स्कूल की छात्राओं और आशा कार्यकर्ताओं ने बुधवार की सुबह करीब आठ बजे रैली निकाली। रैली बड़ी पोस्ट ऑफिस, घंटाघर चौक, भगत सिंह चौक होते हुए वापस सदर अस्पताल में आकर खत्म हुई। इसके बाद सदर अस्पताल में एएनएम स्कूल की छात्राओं ने नाटक के जरिये लोगों को परिवार नियोजन के उपाय को अपनाने को लेकर जागरूक किया। ओपीडी के बाहर लगे परिवार नियोजन मेले में लोगों की काउंसिलिंग से लेकर परिवार नियोजन को लेकर अस्थायी सामग्री का वितरण भी किया गया।
इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा ने कहा कि जिले में जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा का आगाज 11 जुलाई को ही हो गया है, जो 31 जुलाई तक चलेगा। इसके तहत लोगों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक किया जा रहा है। परिवार नियोजन में अस्थायी सामग्री के इस्तेमाल के फायदे के बारे में जानकारी दी जा रही है। साथ ही अगर किसी के मन में अस्थायी सामग्री के इस्तेमाल को लेकर डर या आशंका थी तो उसे दूर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कंडोम, कॉपर-टी, अंतरा जैसे परिवार नियोजन की अस्थायी सामग्री के इस्तेमाल से किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होता है। इसलिए लोगों से अपील है कि इन उपायों का इस्तेमाल करें। इस मौके पर एसीएमओ डॉ. अंजना ने कहा कि जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा के तहत लोगों को बताया जा रहा है कि कम से कम 20 साल की उम्र में मां बनना जच्चा-बच्चा के लिए ठीक रहेगा। दो बच्चों के बीच कम से कम तीन साल का अंतर जरूर रखें। डीपीएम फैजान आलम अशर्फी ने कहा कि 31 जुलाई तक जिले के सभी अस्पतालों में परिवार नियोजन को लेकर कार्यक्रम होते रहेंगे। इस मौके पर सदर अस्पताल के मैनेजर जावेद मंजूर करीमी और केयर इंडिया के आलोक कुमार, मनीषा और विजय आदि की मौजूदगी रही।