अतिथि शिक्षकों के लिए 13 जुलाई को होने वाले साक्षात्कार को लगातार दूसरी बार आगे बढ़ाने से नाराज संघर्षशील अतिथि शिक्षक संघ के सदस्यों एवं साक्षात्कार के अभ्यर्थियों ने बुधवार को सभी कर्मचारियों को बाहर निकालकर विवि के प्रशासनिक भवन को बंद करा दिया।
संघर्षशील अतिथि शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ कपिलदेव मंडल की अगुवाई में बुधवार को तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय भागलपुर के अधिकारियों से मिलने साढ़े 12 बजे विवि प्रशासनिक भवन पहुंचे। लेकिन वहां प्रॉक्टर को छोड़कर कोई अधिकारी उपस्थित नहीं था। अंत में संघ के सदस्यों ने कहा कि जब कोई अधिकारी विश्वविद्यालय मुख्यालय में हैं ही नहीं तो विश्वविद्यालय क्यों खुला है, किसके लिए खुला है। इससे बेहतर है कि विश्वविद्यालय बंद रहे। जब तक विश्वविद्यालय को स्थाई कुलपति नहीं मिल जाए। स्थाई कुलपति के अभाव में विश्वविद्यालय के छात्र शिक्षक और कर्मचारी त्राहिमाम कर रहे हैं।
संघ के अध्यक्ष ने कहा कि अतिथि शिक्षक बहाली हेतु पहले आठ अप्रैल को वेबसाइट पर नोटिस जारी किया गया कि 21 अप्रैल को साक्षात्कार होगा। उसे टाल कर 13 जुलाई से किया गया। 13 जुलाई को बॉटनी और केमेस्ट्री का साक्षात्कार होना था। अब इसे भी विश्वविद्यालय प्रशासन आगे बढ़ा कर 25 अगस्त कर दिया जो कहीं से भी न्यायोचित नहीं है। विश्वविद्यालय को बंद कराते हुए संघ ने मांग की है कि अतिथि शिक्षक बहाली के लिए साक्षात्कार अविलंब लिया जाए। 25 अगस्त निर्धारित तिथि को निरस्त किया जाए। अतिथि शिक्षक से संबंधित कुलसचिव के पास लंबित तंत्रिका पर त्वरित कार्रवाई की जाये। साक्षात्कार में अंगिका विषय को शामिल किया जाए। छात्रों के लंबित प्रमाण पत्रों पर अविलंब कुलपति का हस्ताक्षर कराया जाए। संघ ने निर्णय लिया है कि विश्वविद्यालय अधिकारियों का घेराव उनके कार्यालय में किया जाएगा। मौके पर डॉ सौरभ झा, डॉ रोहित मिश्रा, डॉ प्रकाश कुमार, डॉ वसी हैदर, डॉ विभू रंजन, डा. आलोक वर्धन, डॉ अनंत कुमार दास आदि साथी मौजूद थे।
छात्रों को हुई परेशानी
विश्वविद्यालय में काम कराने के लिए कई छात्र पहुंचे लेकिन इन लोगों द्वारा विवि बंद करा दिये जाने के कारण इन छात्रों को काफी परेशानी हुई। इन छात्रों को वापस लौटना पड़ा। गेट बंद करा दिये जाने के कारण ये छात्र प्रशासनिक भवन के अंदर नहीं जा सके।