महानगरों में भागलपुर की बेटी के बनाये पर्स की मांग बढ़ गयी है। निफ्ट से लेदर डिजाइनिंग की कोर्स कर चुकी वंशीपुर, खलीफाबाग की श्रुति जीवराजिका ऑनलाइन व ऑफलाइन बाजार में 20 से अधिक डिजाइन के पर्स बेच रही हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि वह हर पर्स का डिजाइन खुद से तैयार करती हैं और इसका फिनिशिंग कोलकाता में करवाती हैं। श्रुति ने बताया कि अभी वह मुंबई से मास्टर की डिग्री कर रही हैं। एक-दो साल मात्र नौकरी करना चाहती हैं। इसके बाद खुद का एक ब्रांडेड लेदर का अपना शोरूम होगा। पर्स की डिजाइन खुद करेंगी और ऑनलाइन व ऑफलाइन बाजार में अधिक बिक्री करेंगी।
उन्होंने बताया कि वह अभी कोलकाता, दिल्ली, अहमदाबाद, भागलपुर आदि जगहों पर पर्स की प्रदर्शनी भी लगा चुकी हैं। जिसकी अच्छी बिक्री रही। इस कारण उनका मनोबल बढ़ा है और इस क्षेत्र में भागलपुर को अलग पहचान दिलाने का आगे प्रयास करूंगी। उनका पर्स ऑरिजनल लेदर का है। इसमें कोई मिलावट नहीं है। वह गुणवत्तापूर्ण पर्स बनाती हैं। इस कारण ऑनलाइन मांग भी खूब होती है।
सेंट जोसेफ की छात्र रह चुकी हैं
श्रुति सेंट जोसेफ से 2013 में दसवीं की परीक्षा पास की और कोलकाता से निफ्ट में लेदर डिजाइनिंग का कोर्स कर अभी मुंबई से मास्टर की डिग्री प्राप्त कर रही हैं। उन्होंने बताया कि उनकी सफलता में उनकी मां सरिता जीवराजिका, पापा सिद्धार्थ जीवराजिका व शिक्षक राजीवकांत मिश्रा का अहम योगदान है। जो समय-समय पर गाइड करते रहते हैं।
अभी 400 से 25 सौ का पर्स कर रहीं तैयार
श्रुति अभी चार सौ से 25 सौ रुपये का पर्स तैयार कर रही हैं। जो 20 से अधिक डिजाइन में ग्राहकों के लिए उपलब्ध है। इसमें पुरुष व महिला दोनों के लिए पर्स है। उन्होंने बताया कि पर्स की कमाई से कुछ हद तक पॉकेट खर्च अभी निकल जा रहा है लेकिन भविष्य में वह कई लोगों को लेदर के क्षेत्र में रोजगार देने का लक्ष्य रखी हैं।