बिजली बिल के बकाया भुगतान को लेकर कहलगांव प्रखंड के चार पंचायतों एकचारी, भोलसर, पक्कीसराय, महेशामुंडा के लगभग दो दर्जन ट्रांसफार्मर की बिजली काट दी गई है। बिजली काटे जाने से लोगों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है। कई स्थानों पर बिजली विभाग के जेई को ग्रामीणो के कोपभाजन का शिकार बनना पड़ा।
एकचारी, भोलसर एवं पक्कीसराय के बिजली उपभोक्ताओं ने बताया कि भीषण गर्मी में बिजली पानी की कमी से लोग हलकान हैं। बिजली ऐसे समय में विभाग द्वारा काटी जा रही है। जब इस क्षेत्र में सुखाड़ की स्थित बनी हुई है। लोग बिजली के सहारे अपने धान के बिचड़े को पटवन कर रहे हैं। ग्रामीणो ने यह भी बताया कि बिना कोई पूर्व सूचना के विभाग के सहायक अभियंता और कनीय अभियंता ने अपना तुगलकी फरमान जारी कर बिजली काटने का काम किया जो घोर अन्याय है। पक्कीसराय के सुधांशु कुमार, पप्पू यादव, विनय यादव आदि ने बताया कि जो उपभोक्ता बिल भुगतान नहीं किए हैं उनकी बिजली कनेक्शन कटा जाना उचित था। नियमित भुगतान करने वाले का लाइन बाधित किया जाना उचित नहीं है।
इस संबंघ में बिजली विभाग के सहायक अभियंता दीपक चौधरी ने बताया कि विभाग के निर्देश के आलोक में जिस ट्रांसफार्मर से 25% से कम भुगतान हो रहा है। वैसे ट्रांसफार्मर की बिजली काटे जाने का निर्देश है। जिस इलाके की बिजली काटी गई है उस इलाके से बिजली का बिल भुगतान नहीं हो रहा है। उन्होंने बताया कि पक्कीसराय, भोलसर नया टोला, महेशामुंडा बिन्द टोली, एकचारी पंचायत के कलेश्वरी पोखर, एकचारी बाजार, रामपुर खड़हरा, जहानपुर, चकराजु, आमापुर, रसलपुर आदि स्थानों के ट्रांसफर्मर की बिजली काटी गई है। उन्होंने यह भी बताया कि बिजली बिल भुगतान होने पर ही बिजली आपूर्ति की जायेगी।
खड़हरा के ग्रामीणों ने टीम को खदेड़ा
बिजली विभाग कि टीम जब रामपुर खड़हरा गांव के ट्रांसफार्मर की बिजली काटने गई तो ग्रामीणों ने ट्रांसफार्मर से बिजली काटने का विरोध किया। जिसपर बिजली विभाग के कनीय अभियंता और ग्रामीणों में बहस हो गई। ग्रामीणों का कहना था कि गांव के सभी उपभोक्ता बिजली का बिल नहीं दे रहे हैं, ऐसा नहीं है। कुछ प्रतिशत ही बिल का भुगतान नहीं कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में ट्रांसफार्मर से सभी की बिजली काटना गलत है। इसी बात को लेकर हुए विवाद में ग्रामीणों ने बिजली विभाग के लाइन मैन व जेई की पिटाई भी कर दी। बिजली विभाग के सहायक अभियंता ने बताया कि कनीय अभियंता के साथ मारपीट करने एवं सरकारी काम में बाधा डालने को लेकर रसलपुर थाने में आवेदन दिया गया है।