रावतमल नोपानी छात्रावास एवं वेलफेयर सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) की दुर्दशा एवं कुलपति की नियुक्ति विषय पर एक सार्वजनिक सभा का आयोजन किया गया। सभा की अध्यक्षता नोपानी छात्रावास एवं भागलपुर वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष रामगोपाल पोद्दार ने की। सभा में रामगोपाल पोद्दार ने कहा कि विश्वविद्यालय की वर्तमान स्थिति अत्यंत दुखद है। पूरा विश्वविद्यालय अराजकता का क्षेत्र बन गया है। प्रभारी कुलपति रहने के बावजूद पिछले आठ महीनों से वे यहां नहीं आ रहे हैं। इससे शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों को काफी परेशानी हो रही है। छात्रों का भविष्य पूर्णरूप से अंधकारमय है। छात्रों को सिर्फ कुलपति के हस्ताक्षर के अभाव में प्रमाण पत्र नहीं मिलता है। यह अत्यंत ही निराशाजनक है।
वेलफेयर सोसाइटी के महामंत्री गिरधारी केजरीवाल ने कहा कि प्रभारी कुलपति के आठ महीनों से टीएमबीयू में नहीं आने के कारण छात्र-छात्राओं के साथ-साथ शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मियों को लगातार परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। छात्र-छात्राओं को परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद भी डिग्री मुहैया नहीं होना तो अत्यंत निराशाजनक स्थिति है। भागलपुर वेलफेयर सोसाइटी के महासचिव गिरधारी केजरीवाल ने कहा, डिग्री नहीं प्राप्त होने के कारण छात्र-छात्राएं अपनी आगे की पढ़ाई कैसे जारी रखेंगे और नौकरी के लिए अपना आवेदन कैसे दे पाएंगे। देव ज्योति मुखर्जी ने भी गंभीर समस्या पर अपने विचार रखे। उन्होंने भागलपुर विश्वविद्यालय में व्याप्त घोर अराजकता पर चिंता और आक्रोश व्यक्त किया और समाज को इस समस्या का समाधान की ओर ध्यान देने की ओर आह्वान किया। इंजीनियर अंशु सिंह ने सरकार और महामहिम कुलाधिपति का ध्यान आकृष्ट कराने के लिए चरणबद्ध आंदोलन करने का सुझाव दिया। सभा में वर्षा ने कहा कि सरकार यदि शांतिपूर्ण आंदोलन की भाषा नहीं समझती है, तो हमें आक्रोशित रुख अख्तियार करना चाहिए। ताल नामक नृत्य संस्था की संस्थापिका श्वेता भारती ने कहा कि स्थायी कुलपति के लिए जनआंदोलन की आवश्यकता है।
अपने-अपने संगठनों के माध्यम से स्थायी कुलपति की मांग को लेकर करेंगे पत्राचार
सभा में शिरकत करने वाले वैश्य चेतना समिति के संजीव कुमार पोद्दार ने कहा कि हम अपनी समिति के माध्यम से राजभवन और बिहार सरकार को तत्काल स्थायी कुलपति के लिए पत्राचार की मुहिम चलाएंगे। सभा को नोपानी छात्रावास के महासचिव आशीष सर्राफ ने भी संबोधित किया। सभा में मारवाड़ी पाठशाला की वित्त समिति के अध्यक्ष सज्जन किशोरपुरिया, बद्री प्रसाद छापोलिका, अभिषेक डालमिया, कन्हैया अग्रवाल, मनीष डोकानिया, अनिल कड़ेल, संजय झा और इस्टर्न बिहार चेंबर ऑफ कॉमर्स के जनसंपर्क पदाधिकारी दीपक शर्मा भी उपस्थित थे। सभा में सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया कि सरकार से यह मांग की जाएगी कि 15 दिनों के अंदर स्थायी कुलपति की नियुक्ति की जाए। साथ ही इस सभा ने सभी सामाजिक संगठनों से अनुरोध किया कि अपने-अपने संगठनों के माध्यम से राजभवन और बिहार सरकार को स्थायी कुलपति की नियुक्ति के लिए पत्राचार करें। 15 दिनों के अंदर स्थायी कुलपति की बहाली नहीं होने पर एक बड़ी सभा बुलाकर जन आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी। सभा का संचालन कर रहे सुनील जैन ने अंत में आगत अतिथियों का स्वागत किया।