अकबरनगर शाहकुण्ड मुख्य पथ के नजदीक चानन नदी के पानी में लगातार बढ़ोतरी होने से पूरे बहियार में पानी फैलना शुरू हो गया है। जिससे किसानों को खेती से लेकर मवेशियों के चारा की परेशानी बढ़ने लगी है। साथ ही किसान अभी से ही सुरक्षित स्थान पर पलायन करने की तैयारी शुरू कर दिए हैं। अकबरनगर में चानन नदी के पानी उफनाने से बहियार स्थित खेतों में पानी प्रवेश करने लगा है। साथ ही गंगा में उफान आने पर किसान मवेशी को लेकर गांव आने लगे हैं। इसके साथ ही मवेशियों के लिए चारे के प्रबंध करना मुश्किल हो गया है।
गंगा का पानी आ जाने से किसानों के खेत में लगी धान और मकई की फसलें डूब गई हैं। ग्रामीणों का कहना है की गंगा नदी व बहियार का जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो जल्द ही पूरा गांव डूबने के कगार पर आ जायेगा। वही इंग्लिश चिचरौंन, पैन, मकन्दपुर, खेरेहिया गंगा घाट से लोग नाव से आवाजाही कर पशुओं के लिए चारे का प्रबंध कर रहे हैं। दियारा के निचले इलाके में खेतों में पानी प्रवेश करने के कारण घास तथा सब्जियों के लतर गलना शुरू हो गया है। ग्रामीणों ने बताया कि एक तो कोरोना की मार से अभी उबरे नहीं कि बाढ़ ने डराना शुरू कर दिया।