A roadside grave is said to be that of Miran, the son of the erstwhile Nawab of Bengal, Mir Jaffar, who plotted against Siraj-ud-daulah. Its simplicity is unusual in that era of large elaborate tombs and mausoleums. This tomb is situated in Mahajantoli of Rajmahal with pin code 816109. This Tomb is on the verge of extinction with encroachment being the major problem.
/*! elementor - v3.20.0 - 20-03-2024 */ .elementor-widget-divider{--divider-border-style:none;--divider-border-width:1px;--divider-color:#0c0d0e;--divider-icon-size:20px;--divider-element-spacing:10px;--divider-pattern-height:24px;--divider-pattern-size:20px;--divider-pattern-url:none;--divider-pattern-repeat:repeat-x}.elementor-widget-divider .elementor-divider{display:flex}.elementor-widget-divider .elementor-divider__text{font-size:15px;line-height:1;max-width:95%}.elementor-widget-divider .elementor-divider__element{margin:0 var(--divider-element-spacing);flex-shrink…वाटर वर्क्स वर्कर्स यूनियन का औजार बंद हड़ताल शुरू;
भागलपुर वाटर वर्क्स वर्कर्स यूनियन की मंगलवार की मध्य रात्रि से औजार बंद हड़ताल शुरू हो गयी है। इस कारण लोगों को अब पानी के संकट से जूझना पड़ेगा। यूनियन ने हड़ताल की जानकारी प्रधान सचिव, नगर आयुक्त के साथ कई अधिकारियों को भी दी है। अध्यक्ष मो. सिकंदर ने बताया कि उनलोगों को समय पर वेतन नहीं दिया जा रहा है। अधिकार भत्ता से वंचित रखा जा रहा है। डेलीवेजेज पर काम करने वाले कर्मचारियों को भी रुपये नहीं मिल रहा है। इस कारण यहां के लगभग 150 कर्मचारियों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।
चंद्रशेखर सिंह संग्रहालय, जमुई (Chandrashekhar Singh Museum) – Jamui
It is situated near the Ashok Town hall.It is founded by Prof. Dr. Shyam Nandan Prasad on 16 March 1983. Various statues of Lord Vishnu, Lord Buddha,. Goddess Uma, Durga, Surya, ancient rocks and terracotta seals etc. are available.
/*! elementor - v3.20.0 - 20-03-2024 */ .elementor-widget-divider{--divider-border-style:none;--divider-border-width:1px;--divider-color:#0c0d0e;--divider-icon-size:20px;--divider-element-spacing:10px;--divider-pattern-height:24px;--divider-pattern-size:20px;--divider-pattern-url:none;--divider-pattern-repeat:repeat-x}.elementor-widget-divider .elementor-divider{display:flex}.elementor-widget-divider .elementor-divider__text{font-size:15px;line-height:1;max-width:95%}.elementor-widget-divider .elementor-divider__element{margin:0 var(--divider-element-spacing);flex-shrink:0}.elementor-widget-divider .elementor-icon{font-size:var(--divider-icon-size)}.elementor-widget-divider .elementor-divider-separator{display:flex;…लॉ कॉलेज और मारवाड़ी कॉलेज में एबीवीपी ने किया पौधरोपण;
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा 20 जुलाई तक चल रहे पौधरोपण अभियान के तहत मंगलवार को तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय की स्थापना दिवस के अवसर पर कॉलेज कैंपस में पौधरोपण किया गया। इसके तहत एबीवीपी टीएनबी लॉ कॉलेज इकाई द्वारा पौधरोपण किया गया। जिसमें कॉलेज प्राचार्य डॉ संजीव सिन्हा, शिक्षक डॉ धीरज कुमार मिश्रा, अमित कुमार मौजूद रहे। पौधरोपण के बाद प्राचार्य डॉ सिन्हा ने कहा कि अभी के पर्यावरण स्थिति को देखकर पौधरोपण करना एक सकारात्मक और बहुत ही नेक कार्य है। इस कड़ी में विद्यार्थी परिषद द्वारा चलाया जा रहा पौधरोपण अभियान एक अच्छी पहल है और यह लोगों को जागरूक करने के साथ उनकी सहभागिता सुनिश्चित करता है। उधर मारवाड़ी कॉलेज में भी पौधरोपण किया गया जिसमें मारवाड़ी कॉलेज के शिक्षक इमरान मंजूम ने पौधरोपण किया। इस मौके पर छात्र-छात्राएं मौजूद थे|
विद्युतीकरण और कोचिंग डिपो बनने से ट्रेनों की संख्या बढ़ सकती है;
गोड्डा में कोचिंग डिपो बन जाने से यहां से खुलने वाली तमाम ट्रेनों का मेंटेनेंस गोड्डा में होने लगेगा। अभी गोड्डा से चलने वाली हमसफर एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेन का भागलपुर और साहिबगंज में मेंटेनेंस होता है। प्रधानमंत्री ने हंसडीहा से गोड्डा के बीच हुए रेल विद्युतीकरण का भी उद्घाटन किया है। हालांकि विद्युतीकरण के बाद इस रेलखंड पर इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेनों का परिचालन कुछ दिन पहले ही शुरू कर दिया गया है। विद्युतीकरण और कोचिंग डिपो बनने से ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी और इसका लाभ भागलपुर और आसपास के लोगों को भी मिलेगा।
मालदा रेल मंडल के सीनियर डीएमई एसके तिवारी ने बताया कि गोड्डा में अभी ट्रेनों के मेंटेनेंस की सुविधा नहीं है। जिसकी वजह से लंबी दूरी की गाड़ियों का मेंटेनेंस यहां नहीं किया जा सकता है। सिर्फ पासिंग रूट के तहत गोड्डा स्टेशन का इस्तेमाल हो रहा है। क्योंकि यहां पर कोच मेंटेनेंस की सुविधा नहीं है। अब इसकी स्वीकृति मिल गई है और शिलान्यास के बाद फेज वन का काम शुरू हो जाएगा। गोड्डा में बनने वाले कोचिंग कॉम्प्लेक्स डिपो में एलएचबी रैक मेंटेनेंस की फैसिलिटी होगी। पहले…
कात्यानी स्थान, खगड़िया (Katyani Asthan) – Khagaria
Katyayani Asthan, Khagaria
Katyayani :- Katyayani Asthan is situated at distance of approximately 12 km from the District headquarters It is on the bank of river Koshi, between the stations Badlaghat and Dhamaraghat , which are stations on Mansi-Saharsa rail line.
/*! elementor - v3.20.0 - 20-03-2024 */ .elementor-widget-divider{--divider-border-style:none;--divider-border-width:1px;--divider-color:#0c0d0e;--divider-icon-size:20px;--divider-element-spacing:10px;--divider-pattern-height:24px;--divider-pattern-size:20px;--divider-pattern-url:none;--divider-pattern-repeat:repeat-x}.elementor-widget-divider .elementor-divider{display:flex}.elementor-widget-divider .elementor-divider__text{font-size:15px;line-height:1;max-width:95%}.elementor-widget-divider .elementor-divider__element{margin:0 var(--divider-element-spacing);flex-shrink:0}.elementor-widget-divider .elementor-icon{font-size:var(--divider-icon-size)…मुंगेर से दोगच्छी तक हरेक एक किमी पर एक बस स्टॉप;
मुंगेर से दोगच्छी तक वर्तमान एनएच-80 के चौड़ीकरण और निर्माण योजना के तहत 58 जगहों पर बस स्टॉप बनाए जाएंगे। 58.5 किमी की दूरी में 58 जगहों पर स्टॉप बनाने का अर्थ है कि हर एक किमी पर एक बस स्टॉप बनाए जाएंगे। इस पथ के चौड़ीकरण व निर्माण का ठेका राजस्थान की एमजी कंस्ट्रक्शन को मिला है। निर्माण एजेंसी ने अब तक काम शुरू नहीं किया है। दरअसल, उसे वन विभाग से अनापत्ति प्रमाणपत्र (एफआरए) का इंतजार है।
कुछ जगहों पर 14.80 किमी तक चौड़ी होंगी
एजेंसी के अधिकारियों ने बताया कि डीपीआर के मुताबिक निर्माण के दौरान 299 छोटे और 6 बड़े जंक्शन बनाए जाएंगे। 58.5 किमी रोड के दोनों ओर ड्रेनेज व फुटपाथ भी बनेगा। इस परियोजना में कहीं भी फ्लाईओवर, पार्किंग एरिया और टोल प्लाज नहीं बनेगा। वर्तमान सड़क कुछ जगहों पर 14.80 किमी चौड़ी होंगी। पांच जगह पर पुल बनेगा। बड़ा पुल कहीं नहीं बनेगा, जबकि 12 जगहों पर छोटे पुल में पांच की मरम्मत होगी।
35 नये आरसीसी बॉक्स कल्वर्ट बनाये जाएंगे
बरियारपुर शहर में 6-6 मीटर का नया छोटा पुल बनाया जाना है। इसके लिए 0.032 एकड़ जमीन की जरू…
भागलपुर से झारखंड ही नहीं अब बंगाल तक जाएगी फोरलेन सड़क;
भागलपुर से झारखंड ही नहीं, अब बंगाल तक जाना और आसान हो जाएगा। मुंगेर से मिर्जाचौकी तक जाने वाली फोरलेन सड़क का विस्तार फरक्का (मुर्शिदाबाद) तक किया जाएगा। इस परियोजना की घोषणा देवघर में मंगलवार को आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की। इस परियोजना का लाभ भागलपुरवासियों को भी ज्यादा होगा। ग्रीनफील्ड कॉरिडोर बनने से कार्गो ट्रक निर्माणाधीन फोरलेन (एनएच-333) पर फर्राटे भरेंगे। इस फोरलेन के बन जाने के बाद पटना से मुंगेर, भागलपुर, साहेबगंज, राजमहल, बरहड़वा वाया कोलकाता तक यात्री बसें भी अधिक मात्रा में चलेंगी। इससे समय भी कम लगेगा और यात्रियों को यात्रा के कई विकल्प भी मिलेंगे।
इस महीने निकल जायेंगे स्नातक पार्ट वन के रिजल्ट;
टीएमबीयू के स्नातक पार्ट वन का रिजल्ट जुलाई के तीसरे सप्ताह से जारी हो सकता है। अभी मात्र कुछ उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन बाकी है। पार्ट वन की परीक्षा के बाद से छात्र-छात्राएं रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं लेकिन अभी तक जारी नहीं किया गया है। अभी उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन ही चल रहा है।
परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि अधिकतर उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन हो गया है। उनके अंक चढ़ाये जा रहे हैं। आरबी हिन्दी की कुछ उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन बाकी है। उसका मूल्यांकन चल रहा है। जल्द ही सभी उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कर लिया जायेगा। दो संकायों का रिजल्ट अगले कुछ दिनों में जारी कर दिये जायेंगे। उसके बाद तीसरे संकाय के रिजल्ट जारी होंगे। सूत्रों ने बताया कि सबसे पहले साइंस और कॉमर्स का रिजल्ट जारी होगा। इस महीने के अंत तक सभी रिजल्ट जारी हो जायेंगे।
तिलकामांझी में लगा जाम, हुई परेशानी;
तिलकामांझी चौक पर मंगलवार को जाम लग गया। जिसके कारण लोगों को परेशानी हुई। सुबह साढ़े सात बजे के आसपास पुलिस के नहीं रहने के कारण गाड़ियां जैसे-तैसे सड़क पर लगा दी गयी थीं। खासकर टोटो चालकों ने बीच सड़क पर टोटा लगा दी थी। ट्रैफिक प्रभारी ब्रजेश कुमार ने बताया कि सुबह आठ बजे के बाद पुलिस की वहां तैनाती की जाती है। इस कारण कुछ देर के लिए जाम लगा होगा।
शुक्रवासिनी मंदिर, साहिबगंज (Shukravasini Temple) – Sahibganj
This is a place of worship of goddess situated at Mirzapur village in the Barharwa block. In spite of the remote and difficult-to-approach location of this temple,
Its architecture, portrays the vivid lifestyle and artistic sense of the ancient people of Mirzapur.
/*! elementor - v3.20.0 - 20-03-2024 */ .elementor-widget-divider{--divider-border-style:none;--divider-border-width:1px;--divider-color:#0c0d0e;--divider-icon-size:20px;--divider-element-spacing:10px;--divider-pattern-height:24px;--divider-pattern-size:20px;--divider-pattern-url:none;--divider-pattern-repeat:repeat-x}.elementor-widget-divider .elementor-divider{display:flex}.elementor-widget-divider .elementor-divider__text{font-size:15px;line-height:1;max-width:95%}.elementor-widget-divider .elementor-divider__element{margin:0 var(--divider-element-spacing);flex-shrink:0}.elementor-widget-divider .elementor-icon{font-size:var(--divider-icon-size)}.elementor-widget-divider .elementor…तेलियागढ़ी किला, साहिबगंज (Teliagarhi Fort) – Sahibganj
Teliagarhi situated at the Shahibganj thana of the Santal Parganas in Bihar of India, is a famous 'pass' which formerly commanded the military approaches of Bengal proper. In Abul Fazl's time (late 16th century AD) Teliagarhi formed the northwestern limit of Bengal. Bengal could be linked with the rest of the subcontinent only through three hazardous passages: Teliagarhi route, Tirhut route and Jharkhand route. The route of Teliagarhi is a narrow passage by the southern bank of the Ganges, with the steep river bank in the north and the rajmahal hills in the south.
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The Bhagwa Kuan is a very old well, which was constructed in 1815 during English rulers in the memory of Edward VII. The Bhagwa Kuan is a historic structure .One can still see the well at present,which is known as the Bhagwa Kuan.
/*! elementor - v3.20.0 - 20-03-2024 */ .elementor-widget-divider{--divider-border-style:none;--divider-border-width:1px;--divider-color:#0c0d0e;--divider-icon-size:20px;--divider-element-spacing:10px;--divider-pattern-height:24px;--divider-pattern-size:20px;--divider-pattern-url:none;--divider-pattern-repeat:repeat-x}.elementor-widget-divider .elementor-divider{display:flex}.elementor-widget-divider .elementor-divider__text{font-size:15px;line-height:1;max-width:95%}.elementor-widget-divider .elementor-divider__element{margin:0 var(--divider-element-spacing);flex-shrink:0}.elementor-widget-divider .elementor-icon{font-size:var(--divider-icon-size)}.elementor-widget-divider .elementor-divider-separator{displ…शिवगादी मंदिर, साहिबगंज (Shivgadi Temple) – Sahibganj
The Shivgadi Temple is situated 8 km north of Barhait in Sahibganj district.Shivgadi Temple is dedicated to Lord Shiva.This temple is located inside a cave. The specialty of this temple is that the mountain here continuously drops water on the Shiva Lingam present here.
/*! elementor - v3.20.0 - 20-03-2024 */ .elementor-widget-divider{--divider-border-style:none;--divider-border-width:1px;--divider-color:#0c0d0e;--divider-icon-size:20px;--divider-element-spacing:10px;--divider-pattern-height:24px;--divider-pattern-size:20px;--divider-pattern-url:none;--divider-pattern-repeat:repeat-x}.elementor-widget-divider .elementor-divider{display:flex}.elementor-widget-divider .elementor-divider__text{font-size:15px;line-height:1;max-width:95%}.elementor-widget-divider .elementor-divider__element{margin:0 var(--divider-element-spacing);flex-shrink:0}.elementor-widget-divider .elementor-icon{font-size:var(--divider-icon-size)}.elementor-widget-divider .elementor…मोती झरना, साहिबगंज (Moti Jharna) – Sahibganj
Moti Jharna is a natural attraction of Sahibganj District. The stream flowing in this place has its source at the Rajmahal Hills. This place is also a popular picnic spot of the district. Moti Jharna (pearl cascade) is the most picturesque waterfall in Sahebganj district, at the head of a picturesque glen of the Rajmahal hills. The water of a small hill stream tumbles over two ledges of rock, each 50 to 60 feet high.
Moti Jharna, SahibganjMoti Jharna is a village located in Talasari block of Sahebganj district of Jharkhand. The scene here is panoramic. As well as the root of water falling from the waterfalls entices the mind. Moti Jharna is located at 25.207144°N 87.726189°E and it has an area of 117 hectares (290 acres)
/*! elementor - v3.20.0 - 20-03-2024 */ .elementor-widget-divider{--divider-border-style:none;--divider-border-width:1px;--divider-color:#0c0d0e;--divider-ic…राजमहल की पहाड़ियां, साहिबगंज (Rajmahal Hills) – Sahibganj
The Rajmahal Hills are located in the Santhal Pargana division of Jharkhand, India. They were located on the northern margin of the Gondwana supercontinent, and its hills are today inhabited by the Sauria Paharia people whilst its valleys are dominated by the Santhal people. The hills span over an area of 2,600 km2 (1,000 sq mi).
/*! elementor - v3.20.0 - 20-03-2024 */ .elementor-widget-divider{--divider-border-style:none;--divider-border-width:1px;--divider-color:#0c0d0e;--divider-icon-size:20px;--divider-element-spacing:10px;--divider-pattern-height:24px;--divider-pattern-size:20px;--divider-pattern-url:none;--divider-pattern-repeat:repeat-x}.elementor-widget-divider .elementor-divider{display:flex}.elementor-widget-divider .elementor-divider__text{font-size:15px;line-height:1;max-width:95%}.elementor-widget-divider .elementor-divider__element{margin:0 var(--divider-element-spacing);flex-shrink:0}.elementor-widget-divider .elementor…कन्हैया स्थान, राजमहल (Kanhaiya Asthan) – Rajmahal
Kanhaiya Sthan (Iskcon Temple), Rajmahal
साहिबगंज जिला मुख्यालय से 26 किलोमीटर दूर गंगा के तट पर स्थित कन्हैयास्थान का नाम देश ही नहीं विदेशों तक है। कृष्णभक्त इसे भगवान श्रीकृष्ण की लीला स्थली मानते हैं। कहा जाता है कि प्राचीनकाल में यहां भगवान श्रीकृष्ण ने वैष्णव धर्म के प्रचारक श्रीचैतन्य महाप्रभु को बाल रूप का दर्शन दिए थे।
/*! elementor - v3.20.0 - 20-03-2024 */ .elementor-widget-divider{--divider-border-style:none;--divider-border-width:1px;--divider-color:#0c0d0e;--divider-icon-size:20px;--divider-element-spacing:10px;--divider-pattern-height:24px;--divider-pattern-size:20px;--divider-pattern-url:none;--divider-pattern-repeat:repeat-x}.elementor-widget-divider .elementor-divider{display:flex}.elementor-widget-divider .elementor-divider__text{font-size:15px;line-height:1;max-width:95%}.elementor-widget-divider .elementor-divider__element{margin:0 var(--divider-element-spacing);flex-shrink:0}.elementor-…अकबरी मस्जिद, राजमहल (Akbari Masjid) – Rajmahal
Quite close to the Sanghi Dalan is the Akbari Mosque, built in 1556, it is one of the oldest mosque of India built during Akbar period. It is believed that first namaz was offered here by Great Mughal Emperor Akbar himself. It is a well maintained mosque where many muslims come to offer namaz.
/*! elementor - v3.20.0 - 20-03-2024 */ .elementor-widget-divider{--divider-border-style:none;--divider-border-width:1px;--divider-color:#0c0d0e;--divider-icon-size:20px;--divider-element-spacing:10px;--divider-pattern-height:24px;--divider-pattern-size:20px;--divider-pattern-url:none;--divider-pattern-repeat:repeat-x}.elementor-widget-divider .elementor-divider{display:flex}.elementor-widget-divider .elementor-divider__text{font-size:15px;line-height:1;max-width:95%}.elementor-widget-divider .elementor-divider__element{margin:0 var(--divider-element-spacing);flex-shrink:0}.elementor-widget-divider .elementor-icon{font-size:var(--divider-icon-si…बारादरी के खंडहर, राजमहल (Ruins of Baradari/Baradwari/Nageswarbagh) – Rajmahal
Baradari (Lat. 250 04‘ 31’’ N., Long. - 870 46’ 47’’ E.) is situated in Rajmahal, about 35 km from the district headquarter of Sahebganj and about 430 km from Ranchi, the capital city of Jharkhand. Baradari is also known as Nageswarbagh.
Baradari =, Rajmahal /*! elementor - v3.20.0 - 20-03-2024 */ .elementor-widget-divider{--divider-border-style:none;--divider-border-width:1px;--divider-color:#0c0d0e;--divider-icon-size:20px;--divider-element-spacing:10px;--divider-pattern-height:24px;--divider-pattern-size:20px;--divider-pattern-url:none;--divider-pattern-repeat:repeat-x}.elementor-widget-divider .elementor-divider{display:flex}.elementor-widget-divider .elementor-divider__text{font-size:15px;line-height:1;max-width:95%}.elementor-widget-divider .elementor-divider__element{margin:0 var(--divider-element-spacing);flex-shrink:0}.elementor-widget-divider .elementor-icon{font-size:var(--divider-icon-size)}.elem…
जामी मस्ज़िद, राजमहल (Jami Mosque / Hadafe Mosque) – Rajmahal
Jami Masjid, Rajmahal
The Jami Mosque (Lat. 250 04‘ 29’’ N., Long. - 870 46’ 46’’ E.) is located at Mangalhat, 7 km from Rajmahal and about 32 km from the district headquarter Sahibganj and about 480 km from Ranchi, the capital city of Jharkhand. Jami Mosque was built in the last quarter of the 16th century AD by Raja Mansingh, the Governor of Emperor Akbar.
/*! elementor - v3.20.0 - 20-03-2024 */ .elementor-widget-divider{--divider-border-style:none;--divider-border-width:1px;--divider-color:#0c0d0e;--divider-icon-size:20px;--divider-element-spacing:10px;--divider-pattern-height:24px;--divider-pattern-size:20px;--divider-pattern-url:none;--divider-pattern-repeat:repeat-x}.elementor-widget-divider .elementor-divider{display:flex}.elementor-widget-divider .elementor-divider__text{font-size:15px;line-height:1;max-width:95%}.elementor-widget-divider .elementor-divider__element{margin:0 var(--divider-element-spa…सिंघी दालान / राजा मान सिंह पैलेस, राजमहल (Singhi Dalan/Sangi Dalan/Hall of Stone/Raja Man Singh Palace) – Rajmahal
Singhi Dalan, Rajmahal
The Singhi Dalan or Hall of Stone, dates from the mid-17th century, and is one of the principal remaining sections of Sultan Shah Shuja's palace. Rajmahal, located along the right bank of the Ganges in Bihar, was chosen in 1592 as the capital of Bengal by Man Singh, a Rajput general who worked for Mughal Emperor Akbar (r.1556-1605).
/*! elementor - v3.20.0 - 20-03-2024 */ .elementor-widget-divider{--divider-border-style:none;--divider-border-width:1px;--divider-color:#0c0d0e;--divider-icon-size:20px;--divider-element-spacing:10px;--divider-pattern-height:24px;--divider-pattern-size:20px;--divider-pattern-url:none;--divider-pattern-repeat:repeat-x}.elementor-widget-divider .elementor-divider{display:flex}.elementor-widget-divider .elementor-divider__text{font-size:15px;line-height:1;max-width:95%}.elementor-widget-divider .elementor-divider__element{margin:0 var(--divider-element-spacin…