कार्यक्रम:किसानों ने सब्जी, मशरूम व कतरनी चूड़ा का लगाया स्टॉल;

जिला कृषि भवन परिसर में तीन दिवसीय जिलास्तरीय किसान मेला सोमवार से शुरू हो गया। आत्मा विभाग की ओर से लगाए गए मेले में 100 से अधिक किसानों ने प्रदर्शनी लगाने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया। मेला में केला, पपीता, बटन मशरूम, कतरनी चूड़ा-चावल, ऑयस्टर मशरूम, नींबू, कदिमा, गाजर, अमरूद, टमाटर, चेरी टमाटर, कद्दू, शिमला मिर्च, बैगन, फूलगोभी, सिम, शलजम मूली, पत्तागोभी, स्ट्रॉबेरी सहित कई तरह के स्टॉल लगाया गया है। बिहार कृषि महाविद्यालय, सबौर के उद्यान वैज्ञानिक विजय कुमार सिंह ने समानों की जांच कर प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान के लिए 88 किसानों का चयन किया। साथ ही किसानों को वैज्ञानिक विधि से खेती करने के तरीकों और उससे होने वाले फायदे के बारे में बाताया। इस दौरान विक्रम सिंह व उनकी संगीत मंडली ने किसानों को गीत-संगीत के माध्यम से कतरनी धान, जैविक जर्दालु आम, मशरूम उत्पादन के विषयों पर जागरूक किया। किसान गोष्ठी कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ। जिसमें वेदव्यास चौधरी ने किसानों को जर्दालु आम प्रबंधन विषय पर विस्तृत जानकारी दी। कहलगांव के आम उत्पादक किसान कृष्णानंद सिंह ने जैविक तरीके से जर्दालु आम उत्पादन करने के बारे में बताया। पटना के उत्थान निदेशक संतोष कुमार ने किसानों को बकरी पालन करने के बारे में बताया। आत्मा परियोजना के निदेशक प्रभात सिंह ने बताया कि किसान मेला शुरू हो गया है। मंगलवार को डीएम सुब्रत कुमार सेन मेला का उद्घाटन करेंगे। मेला के तीसरे दिन बुधवार को सभी किसानों को पुरस्कृत किया जाएगा। जिला कृषि पदाधिकारी अनिल कुमार यादव ने बताया कि बारिश होने की सूचना पहले से नहीं होने के कारण पंडाल बिना तिरपाल लगाए बनाया गया था। हालांकि अब पंडाल में तिरपाल को भी लगा दिया जाएगा। ताकि किसानों को कोई दिक्कत नहीं हो।