ग्रेस अंक से पैट में चयन का छात्रों ने जताया विरोध;

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पास होने के बाद भी ग्रेस अंक नहीं मिलने से चयन नहीं | तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में पैट (पीएचडी एडमिशन टेस्ट) में नामांकन को लेकर फिर से आवाज उठने लगी है। इसको लेकर एक बार फिर छात्र विवि में पहुंचकर अपनी बातें रखी। कॉमर्स व राजनीति विज्ञान विषय के करीब आधा दर्जन छात्र बुधवार को विवि पहुंचे। इन छात्रों ने बताया कि इस बार ग्रेस अंक से पास छात्रों का मेथेडोलॉजी कोर्स में नामांकन के लिए चयन किया गया है। वहीं बिना ग्रेस अंक यानी क्वालीफाई वाले छात्रों का चयन नहीं किया गया है। छात्रों ने मामले को लेकर कुलपति, प्रतिकुलपति व डीएसडब्ल्यू कार्यालय में लिखित शिकायत की है। छात्रों ने दिये आवेदन में कहा कि पैट परीक्षा-2021 के प्रथम मेरिट लिस्ट में उत्तीर्ण हुए हैं, लेकिन उनलोगों का मेथेडोलॉजी कोर्स में नामांकन के लिए चयन नहीं किया गया है।

पैट परीक्षा में राजनीति विज्ञान विषय से उत्तीर्ण छात्रा प्रतिमा कुमारी, कॉमर्स संकाय से पास छात्र सौरभ कुमार, मो इजराइल खान व प्रतिक्षा वर्मा ने आरोप लगाया है कि पीजी राजनीति विज्ञान विभाग व पीजी कॉमर्स विभाग में विवि के शिक्षकों व अधिकारियों के बेटा-बेटी का मेथेडोलॉजी कोर्स के लिए चयन किया गया है। इन छात्रों ने 16 ग्रेस अंक मिलने के बाद पास किया है। जबकि वे लोग बिना ग्रेस अंक यानी क्वालीफाई वाले छात्र हैं। उन छात्रों ने आरोप लगाया कि प्रथम व दूसरी मेधा सूची में जिन छात्रों को फेल किया था। विभाग ने उन छात्रों का मेथेडोलॉजी कोर्स के लिए नामांकन चयन किया है।

विवि के निर्देशों के अनुसार छात्रों को ग्रेस अंक दिया गया है। इसमें सभी निर्देशों का पालन किया गया है। इसलिये आरोप लगाने वाले छात्रों को समझना चाहिये। विवि के निर्देश में वे क्या कर सकते हैं।

प्रो वेदव्यास मुनि, विभागाध्यक्ष, पीजी राजनीति विज्ञान विभाग

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मेरिट व एकेडमिक स्तर पर बोर्ड ने छात्रों का चयन किया है। जिन छात्रों का चयन हुआ है वे एकेडमिक स्तर से भी काफी मजबूत रहे हैं, जिसका उन्हें अंक मिला है। पूरी तरह विवि के निर्देशों के अनुसार चयन हुआ है।

प्रो अजय कुमार झा, विभागाध्यक्ष, पीजी कॉमर्स विभाग