डीबीए मतदान भागलपुर : बिना तनातनी के अरसे बाद हुआ मतदान, कुछ ही देर में हो जाएगा भाग्‍य का फैसला;

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भागलपुर। जिला विधिज्ञ संघ की 2022-24 की नई कार्यसमिति चुनाव के लिए शनिवार को लंबे अरसे बाद बिना तनातनी के मतदान संपन्न हो गया। 2618 मतदाताओं में से 1918 मतदाता अधिवक्ताओं ने वोट डाले। एक मत को रद माना गया। मतदान के दौरान डीबीए परिसर में सुरक्षा के दृष्टिकोण से एसएसपी बाबू राम ने पुलिस की पर्याप्त बंदोबस्त कर रखी थी जो अधिवक्ताओं की भागीदारी वाले इस चुनाव में मूक रहते हुए सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक मतपेटी सील होने तक चौकस रही। निर्वाचन कर्तव्य में लगाए गए अधिवक्ताओं की टीम सभी मतदान केंद्रों पर खुद चौकसी बरतते रहे थे। सीसी कैमरे से निगरानी की जा रही थी। शांतिपूर्ण तरीके से मतदान के लिए कतार में लगे अधिवक्ताओं के लिए पर्याप्त संख्या में पेडेस्टल फैन, कूलर आदि भी लगाए गए थे और धूप से बचाव के लिए टेंट-शामियाने और कारपेट का भी इंतजाम किया गया था। कहीं कोई हंगामा नहीं, ना ही किसी प्रत्याशी या उनके समर्थकों की तरफ से विवाद किया गया। आठ बजे सुबह से आरंभ हुआ मतदान शाम पांच बजे संपन्न हो गया। उसके बाद निर्वाची पदाधिकारी और प्रत्याशियों की मौजूदगी में मतपेटियों को वज्रगृह में सील कर दिया गया। रविवार को मतगणना का कार्य कराया जाएगा। इसके लिए सारी तैयारी पूरी कर ली गई है। वज्रगृह में सील मतपेटियों की सुरक्षा -व्यवस्था को पारदर्शी बनाए रखने के लिए निर्वाची पदाधिकारी ने कहा है कि यदि प्रत्याशी चाहें तो प्रत्याशी या उनके मनोनीत प्रतिनिधि सुरक्षा निगरानी खुद भी कर सकते हैं।

कम जोखिम और चुनौती भरा नहीं था चुनाव

डीबीए का मतदान शांतिपूर्ण और बिना लड़ाई-झगड़े के संपन्न कराना कम जोखिम और चुनौती भरा नहीं था जिसे वरीय अधिवक्ताओं और चुनाव कराने वाले पूर्व के मजे हुए अधिवक्ताओं की राय लेकर निर्वाची पदाधिकारी विनोद यादव, सहायक निर्वाची पदाधिकारी आनंद कुमार सिंह, अजय कुमार यादव के अलावा टीम में शामिल नारायण पाठक, विनोद साह, दिलीप लाल, विकास चंद्र चौधरी, राजेश सिंह, अमित कुमार झा, जितेंद्र घोष के अलावा प्रमोद कुमार यादव, अंजनी कुमार दुबे, योगेश पांडेय आदि ने डीबीए परिसर में मतदान समय में प्रत्याशियों के प्रवेश पर रोक लगाने का निर्णय ले रखा था। यही नहीं नियमित रूप से विधि-व्यवसाय से नाता नहीं रखने वाले मतदाताओं को बहुत हद तक रोकने के लिए यूनिफार्म और परिचय पत्र की अनिवार्यता का संदेश दे बहुत हद तक उन्हें रोकने का प्रयास किया। इसमें शांतिपूर्ण मतदान कराने में लगी टीम को काफी सफलता भी मिली। मतदान केंद्र परिसर में प्रत्याशियों के प्रवेश पर रोक होने के कारण मतदान समय में किसी तरह का हंगामा या विरोध-प्रदर्शन की गुंजाइश भी नहीं रही। मतदान केंद्र परिसर से बाहर प्रत्याशियों को प्रचार-प्रसार और वोटरों से संपर्क की छूट दे दी गई थी। इस चुनाव में एक बात और प्रशंसनीय रही कि किसी प्रत्याशियों की तरफ से मदतान केंद्र में मतदान समय में प्रवेश नहीं होने देने का विरोध भी नहीं हुआ। सभी मतदान केंद्र के बाहर वोटरों से संपर्क करते रहे। वोट डालने वालों में विधायक सह अधिवक्ता भूदेव चौधरी भी शामिल थे।

इन प्रत्याशियों के भाग्य मतपेटियों में बंद

अभयकांत झा, अशोक कुमार वर्मा, वीरेश प्रसाद मिश्रा, विनोद कुमार यादव, जयकरण गुप्ता, समरजीत प्रधान, उदय नारायण ङ्क्षसह, आलोक कुमार झा, चंद्र शेखर झा, देवेंद्र प्रसाद, दिलीप कुमार, मुक्ति प्रसाद ङ्क्षसह, ओमप्रकाश तिवारी, राजेश चंद्र झा, रेणु कुमारी घोष, अरुणाभ शेखर, अशोक कुमार बनर्जी, अवधेश कुमार सिन्हा, वंदना कुमारी, विनोद कुमार चाौधरी, वीरेंद्र कुमार पांडेय, चंद्र प्रकाश ङ्क्षसह, मुहम्मद सलीम, राजकमल मिश्रा, संजीव कुमार, सुदेश कुमार यादव, अजय कुमार सिन्हा, अमर कुमार मिश्रा, अनिता कुमारी पंडित, वरुण कुमार गोस्वामी, भारत रजक, कल्पना कुमारी दास, मुहम्मद जमालुद्दीन, मुहम्मद सलीम अंसारी, राजेश कुमार झा, रंजन कुमार, संजय कुमार, संजय कुमार चौधरी, अजय कुमार गोस्वामी, अलका पांडेय, अंजनी कुमार दास, अंजनी कुमार सुमन, वरुण कुमार जायसवाल विनय कृष्ण, विनयानंद मिश्रा, देवेंद्र कुमार वर्मा, किशोर कुमार झा, मृत्युंज कुमार ङ्क्षसह, प्रफुल्ल चंद्र राही, प्रवीण कुमार, राजेश कुमार भगत, राकेश रोशन, रमण कुमार, संदीप झा, सुबोध कुमार सिन्हा, विमल कुमार विमल, पंकज कुमार शांडिल्य, फुलन सहाय, अंजनी कुमार राणा, सैयद मोतर्हर अली, उमेश प्रसाद ङ्क्षसह, अब्दुल हसीब, चंदन कुमार कर्ण, दीपक कुमार श्रीवास्तव, कुमार अभय, मधुकर मधुप, प्रभात चंद्र यादव, राकेश कुमार रोशन, राकेश पांडेय, संजय कुमार, संतोष कुमार ठाकुर, सरिता कुमारी, सरस्वती कुमारी आदि के भाग्य का फैसला मतपेटी में बंद हो गया है।