भागलपुर शहर के लोगों को नहीं मिल रहा नया जलनल कनेक्शन, जनवरी से नगर निगम ने लगा रखा है रोक;

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भागलपुर। शहरी क्षेत्र में पेयजल संकट को लेकर त्राहिमाम की स्थिति बनी हुई है। लोगों को सुलभ तरीके से पानी नहीं मिल रहा है। शहर की करीब 30 प्रतिशत आबादी अभी पेयजल की सुविधा से वंचित है। यहीं नहीं जिन इलाके में नगर निगम का डीप बोरि‍ंग है, वहां भी सुविधा रहते पानी का कनेक्शन नहीं दिया जा रहा है। किसी को घर बनाने के लिए जलापूर्ति कनेक्शन की जरूरत है।

कोई लंबे समय से निगम का चक्कर लगा रहा है उसे कनेक्शन नहीं मिला। जनवरी माह से निगम ने कनेक्शन पर ब्रेक लगा रखा है। चार माह में करीब 150 के करीब पानी कनेक्शन के आवेदन लंबित है। लोग हर रोज पानी कनेक्शन को लेकर निगम पहुंच रहे हैं, लेकिन यह कहकर टालमटोल किया जा रह है कि जलापूर्ति योजना का कार्य हो रहा है। इसके तहत कनेक्शन दिया जा रहा है। जबकि मुख्यमंत्री नल जल की योजना के तहत सभी घरों को कनेक्शन देना है।

यहां बस रहीं नई कालोनियां

शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के सीमावर्ती क्षेत्र में तेजी से आवासीय कालोनी बस गई हैं। अलीगंज, कुतुबगंज, मिरजानहाट, गंगटी, नाथनगर, साहेबंगज, मायागंज और परबत्ती आदि क्षेत्र में घरों का निर्माण हो रहा है। वर्ष 2012 में जलापूर्ति योजना के लिए सर्वे हुआ था, उस समय कालोनी नहीं थी। सर्वे के अनुसार जलापूर्ति योजना से 68 हजार 182 घरों को पानी कनेक्शन दिया जाना है। वहीं आबादी बढऩे से अब परिवारों के बीच बंटवारा भी हुआ है।

वही नगर विकास एवं आवास विभाग ने दिसंबर 2020 में सर्वे कराया था। जिसमें घरों की संख्या करीब 84 हजार दर्ज किया है। इसके कारण जलापूर्ति कनेक्शन को लेकर कई मोहल्ले में विवाद भी हुआ है। ऐसे में करीब 16 हजार घर पेयजल कनेक्शन से वंचित रह जाएंगे।

निगम को हो रहा आर्थिक नुकसान

पानी का कनेक्शन चार्ज दूरी और सड़क के हिसाब से अलग-अलग फिक्स है। नगर निगम के सप्लाई लाइन से घर की दूरी अगर 50 फीट की है तो आठ सौ रुपये, सौ फीट तक एक हजार, डेढ़ सौ फीट तक 12 सौ एवं इससे ऊपर डेढ़ हजार रुपये तक चार्ज है। सड़कों के प्रकार पर भी चार्ज घटता-बढ़ता है।