भागलपुर। मनरेगा के जिला परियोजना पदाधिकारी संजीव कुमार सिंह ने सभी पीओ को पौधरोपण काम में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जल जीवन हरियाली योजना को लेकर पूरे प्रखंड में पौधरोपण किया जाना है। इसके लिए कुछ पौधे वन विभाग से मिला है। उन पौधों को बरसात गिरने के बाद लगाया जाना है। महोगनी, शीशम, अर्जुन आदि के पौधे न सिर्फ हरियाली बढ़ाएगी, बल्कि भविष्य में आसपास के इलाकों के पर्यावरण को भी दुरुस्त करेगी।
आज से 14 तक टीएनबी कॉलेज की सभी कक्षाएं स्थगित;
इंटर, बीएड, पीजी सेमेस्टर वन और फोर की परीक्षाओं को लेकर टीएनबी कॉलेज की सभी कक्षाएं 5 से लेकर 14 जुलाई तक स्थगित रहेंगी। टीएनबी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय कुमार चौधरी ने बताया कि सभी परीक्षाएं साथ होने की वजह से जगह की कमी पड़ सकती है। इसलिए निर्णय लिया गया है कि सभी वर्ग 14 जुलाई तक स्थगित रहेगा।
उन्होंने बताया कि पीजी की कक्षाएं के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। इसकी कक्षाएं भौतिकी, रसायनशास्त्र, बॉटनी, अंग्रेजी और गणित विभाग में होगी। वहीं एसएम कॉलेज में 12 जुलाई तक सभी कक्षाएं स्थगित रहेंगी लेकिन पीजी की कक्षाएं होंगी। मारवाड़ी कॉलेज में 6 जुलाई को कक्षाएं स्थगित रहने का निर्देश कॉलेज के प्राचार्य डॉ. केसी झा ने दिया है। एमएम डिग्री कॉलेज में भी 6 जुलाई को सभी कक्षाएं स्थगित रहेंगी। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सलाहउद्दीन अहसन ने कहा कि 6 जुलाई को बीएड की परीक्षा को लेकर कक्षाएं स्थगित रहेंगी।
सुल्तानगंज में 16 किमी. क्षेत्र में मेला की होगी तैयारी;
14 जुलाई से शुरू हो रहे श्रावणी मेला की तैयारी से सोमवार को मुख्य सचिव अवगत हुए। समीक्षा भवन में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए भागलपुर, मुंगेर, बांका, जमुई, लखीसराय, मुजफ्फरपुर और बेगूसराय के डीएम की तैयारी से अवगत हुए। इस मौके पर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी को भागलपुर डीएम ने स्वास्थ्य विभाग की तैयारी की जानकारी के लिए पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन (पीपीटी) दिखाया। मुख्य सचिव ने मेला शुरू होने से पहले तैयारी पूरी करने का निर्देश दिया।
डीएम सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि मेला के उद्घाटन में महज 10 दिन शेष रह गए हैं। घाटों की स्थिति से लेकर कांवरियों पर निगरानी, वाहनों की पार्किंग, सुरक्षा, सुविधा और स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं को लेकर तैयारी हो गई है। एक सप्ताह के अंदर सारी बची हुई तैयारी हो जाएगी। मुख्यमंत्री से मेला के उद्घाटन के लिए मंत्रिमंडल सचिवालय को प्रस्ताव भेजा गया है। इसके अलावा जिला के प्रभारी मंत्री व अन्य माननीयों को आमंत्रित करने के लिए संबंधित विभागों को प्रस्ताव भेजा गया है।
मुख्य सचिव को डीएम ने बताया कि मेला क्षेत्र के 16 किमी एरिया में प्रशासनिक तैयारी क…
सुल्तानगंज-अगुवानी घाट पुल पहुंच पथ का कार्य प्रारंभ;
सुल्तानगंज-अगुवानी घाट गंगा पुल परियोजना के पहुंच पथ में एप्रोच पथ का कार्य नगर परिषद वार्ड आठ में सोमवार को प्रारंभ की गई। इसके लिए सुल्तानगंज पुलिस अंचल के अन्य थाने के थानाध्यक्ष सहित काफी संख्या में महिला पुरुष पुलिस बल की तैनाती की गई थी। दंडाधिकारी की उपस्थिति में कार्य एजेंसी एसपी सिंगला कंट्रक्शन कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के पीएम राकेश रंजन,पुल निर्माण निगम के अधिकारी जेसीबी,एवं पोकलेन लेकर तैनात थे।
दंडाधिकारी के रूप में शाहकुंड बीडीओ अभिनव भारती, सीओ निलेश चौरसिया और प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी सुल्तानगंज राकेश कुमार, थानाध्यक्ष लाल बहादुर बज्रा टीम सहित 150 महिला-पुरुष जवान के साथ लगे रहे। सदर एसडीएम धनंजय कुमार ने बताया कि वार्ड 8 में लगभग 600 मीटर जमीन पर एप्रोच पथ का बाधित कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। बताया कि पिछले 39 जून को घटी घटना के मामले में दो मामला दर्ज किया गया है। 86 लोगों पर 107 की कार्यवाही की गई है। कार्य प्रारंभ कराने के दौरान विधि-व्यवस्था डीएसपी डॉ गौरव कुमार, सुल्तानगंज बीडीओ एवं सीओ मौजूद थे। विदित हो की 29 जून को इसी एप्रोच पथ पर कार्…
सुल्तानगंज के 14 स्कूलों में ककहरा के बजाय गूंजेंगे ‘बोलबम;
भागलपुर। श्रावणी मेला को लेकर पूरा सुल्तानगंज भगवामय होने की ओर है। पूरा शहर कांवरियों के स्वागत को तैयार हो रहा है। वहीं प्रशासन भी उनके रहने-ठहरने की व्यवस्था कराने के प्रयास में लगा हुआ है। ऐसे में सुल्तानगंज नगर क्षेत्र के 14 ऐसे स्कूल होंगे, जहां पर पूरे सावन माह विद्यार्थियों के बजाय बाबा धाम को जाने वाले कांवरियों का प्रवास होगा। इन स्कूलों में प्राथमिक, मध्य एवं हायर सेकेंड्री स्कूल शामिल हैं। इस दौरान इन स्कूलों में पठन-पाठन बंद रहेगा और कांवरियों के बोलबम के जयकारे इन स्कूलों में गूंजेंगे। हालांकि इस पर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है, लेकिन परंपरागत रूप से अब तक ये होता आया है और इस बार भी इन स्कूलों को कांवरियों के लिए प्रवास स्थल बनाए जाने के लिए संबंधित रिपोर्ट विभाग को भेज दी गयी है।
श्रावणी मेला में गंगा किनारे नहीं लगेगी दुकान;
श्रावणी मेला को लेकर मेला क्षेत्र में किए जा रहे कार्य एवं गंगा घाट पर बाढ़ प्रमंडल भागलपुर द्वारा कराए जा रहे कार्य को देखने सोमवार को एसडीएम धनंजय कुमार और विधि व्यवस्था डीएसपी डॉ. गौरव कुमार अन्य अधिकारियों के साथ पहुंचे। निरीक्षण के दौरान एसडीएम ने गंगा किनारे सजी दुकानों को देख सीओ को इसे हटाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि गंगा घाट आगे खाली रहेगा। दुकान पुराने अजगैवीनाथ मंदिर जाने वाली पक्की सड़क के दक्षिण लगने की बात कही। घाट निर्माण में लगे विभाग द्वारा जीओ बैग की जगह ईसी बैग लगाए जाते देख जीओ बैग लगाने का निर्देश दिया। एसडीएम ने कहा कि हर हाल में दोनों घाट सुव्यवस्थित और सुरक्षित बननी चाहिए।
उद्घाटन स्थल नमामि गंगे घाट के समीप उद्घाटन के दौरान अधिकारियों की वाहन पार्किंग का स्थल देखते हुए सीओ को जमीन किस किस्म का है सरकारी है या निजी इसे पता लगाने ,अगर निजी है तो उससे अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने का निर्देश दिए। उद्घाटन के अवसर पर नमामि गंगे घाट के घेरे से सटे कोई दुकान ना लगे इस पर विशेष ध्यान दिए जाने का निर्देश दिया। इसके साथ ही अधिकारियों ने कंट्रोल र…
बरारी क्षेत्र में दोपहर से देर शाम तक भीषण बिजली संकट;
रारी क्षेत्र में सोमवार को दिन के 2 बजे से ही लोगों को भीषण बिजली संकट का सामना करना पड़ा। दरअसल बरारी सबस्टेशन के ब्रेकर में खराबी आ गई थी। इसके कारण बरारी और डेडिकेडर दोनों 11 केवीए फीडर बंद हो गया। 2 बजे बिजली कटी और शाम 6.40 बजे आपूर्ति बहाल हो सकी। इस दौरान भीषण गर्मी में लोग परेशान रहे। परेशान हाल लोग बिजली कंपनी के कॉल सेंटर में फोन लगाते रहे। लेकिन यह आश्वासन नहीं मिल सका कि कब तक बिजली आपूर्ति बहाल हो पाएगी। लंबे समय तक बिजली नहीं रहने से लोगों को पानी का संकट भी हो गया।
खराबी की सूचना मिलने के बाद एमआरटी की टीम को कॉल दिया गया। एमआरटी की टीम पहुंची तो वहां सप्लाई सेक्शन के जेई और अन्य कर्मचारियों की कमी के कारण काम में देरी हो गई। दरअसल सोमवार को तिलकामांझी बिजली सबडिवीजन के सहायक अभियंता के तबादले के बाद विदाई समारोह रखा गया था। इसी कार्यक्रम में कई बिजली कर्मी व्यस्त थे। हालांकि शाम 6.40 बजे खराबी दूर होने के बाद बिजली आपूर्ति शुरू कर दी गई। कार्यपालक अभियंता प्रकाश कुमार झा ने बताया कि सबस्टेशन के डीसी में खराबी आ गई थी। इसी से सप्लाई सिस्टम को नियंत्…
पीजी में नामांकन के लिए दूसरी सूची पर फैसला आज;
स्नात्कोत्तर सत्र 2021-23 एवं स्नातक सत्र 2022-25 में नामांकन तथा दूसरी मेधा सूची जारी करने को लेकर मंगलवार को डीएसडब्ल्यू कार्यालय में नामांकन समिति की बैठक होगी। बैठक दोपहर 2 बजे से होगी। डीएसडब्ल्यू डॉ. राम प्रवेश सिंह ने बताया कि बैठक में स्नात्कोत्तर एवं स्नातक में नामांकन तथा द्वितीय मेरिट लिस्ट प्रकाश के अलावा अन्य मामलों पर विचार विर्मश कर फैसला लिया जाएगा।
बिहपुर सीएचसी में रक्तदान को रजिस्ट्रेशन 13 तक ;
बिहपुर। सदर अस्पताल भागलपुर में 14जून को रक्तदान कैंप लगेगा। यह जानकारी देते हुये प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. मुरारी पोद्दार और बीसीएम शमशाद आलम ने बताया की जो कोई भी रक्तदान करना चाहता है। वो 13जून तक बिहपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिहपुर में रजिस्ट्रेशन करवा लें। वहीं अधिक से अधिक लोगों से रक्तदान करने की अपील की गई।
मांगें पूरी होने तक जारी रहेगा आंदोलन;
अतिथि शिक्षक बहाली हेतु साक्षात्कार का शेड्यूल जल्द से जल्द जारी करने की मांग को लेकर संघर्षशील अतिथि शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ कपिलदेव मंडल की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन के अंदर शुक्रवार को भी अनिश्चितकालीन धरना लगातार पांचवें दिन भी जारी रहा। एफिलिएटेड कॉलेज शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ आनंद मिश्रा ने कहा है कि जबतक संघ की मांगों को विश्वविद्यालय प्रशासन मान नहीं लेता है तबतक एफिलिएटिड महाविद्यालय शिक्षक संघ मूल्यांकन कार्य को बंद कराते हुए कलम बंद हड़ताल करने को विवश होगा।
संघ के सचिव डॉ अमलेन्दु कुमार अंजन ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन के उदासीन रवैये से विवश होकर विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ संघर्षशील अतिथि शिक्षक संघ ने अनिश्चितकालीन धरना देने का निर्णय लिया है। धरनास्थल पर स्नातकोत्तर भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ संजय झा एवं मुरारका महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर डॉ अमरकांत सिंह एवं जीबी कॉलेज नवगछिया इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ विभांशु मंडल एवं एफिलिएटेड शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ आनंद मिश्रा व अतिथि व्याख्याता संघ के अध्यक्ष डॉ आनंद आ…
भोलानाथ पुल पर आरओबी निर्माण के लिए नापी शुरू;
भोलानाथ पुल के ऊपर रेल ओवरब्रिज निर्माण (आरओबी) के लिए राज्य पुल निर्माण निगम के अभियंताओं ने शुक्रवार से जमीन की नापी शुरू की। पुल निगम के दो कनीय अभियंता प्रशासन से मिले अमीन सतीश रावत के साथ पहले शीतला स्थान चौक से त्रिमूर्ति चौक तक का जायजा लिया। फिर भोलानाथ पुल के पास से ही नापी शुरू की। यहां नक्शा के मुताबिक पहले सरकारी जमीन ढूंढी गई। यहां सड़क के दोनों ओर नाला होने से नापी दल को थोड़ी दिक्कत हुई। करीब 200 मीटर नापी हो गई है। अमीन ने बताया कि शनिवार को भी अभियंता के साथ नापी की जानी है। दो-चार दिन में पूरी सरकारी जमीन की जानकारी मिल जाएगी।
पुल निगम के अभियंताओं ने बताया कि अभी प्रोजेक्ट के मुताबिक जमीन की मांग को दूर करने के लिए पहले सरकारी जमीन ढूंढी जाएगी। प्रोजेक्ट के मुताबिक यदि उपलब्ध सरकारी जमीन से ही जरूरत पूरी हो जाएगी। तब निजी लोगों की जमीन का अधिग्रहण नहीं किया जाएगा लेकिन यदि प्रोजेक्ट के मुताबिक ज्यादा जमीन की आवश्यकता होती है तो सड़क के दोनों ओर बसे रैयतों के नाम, उनके स्वामित्व की प्रतिशतता, दुकान-मकान आदि हुई तो उसका डिटेल अलग से बनेगा, ताकि उ…
बिहपुर में मत्स्यजीवी सहयोग समिति का चुनाव 28 को;
प्रखंड के बिहपुर मत्स्यजीवी सहयोग समिति लिमिटेड का चुनाव 28 जून को होगा। यह जानकारी देते हुये प्रखंड निर्वाची पदाधिकारी सह बीडीओ सतीश कुमार ने बताया कि चुनाव अध्यक्ष, मंत्री सह कोषाध्यक्ष व ग्यारह प्रबंध कार्यकारिणी समिति सदस्य का चुनाव होना है। शुक्रवार को 9 लोगों ने एनआर कटाया। वहीं अध्यक्ष पद के लिये 2, मंत्री पद के 4 एवं कार्यकारिणी सदस्य के लिये 3 लोगों ने एनआर कटाया। एनआर 15 जून तक कटेगा। नामांकन 15 और 16 जून को होगा। चुनाव में 3834 लोग अपने मतदान का प्रयोग करेंगे।
गंगा दशहरा पर बटेश्वर स्थान में गंगा महाआरती;
बटेश्वर स्थान गंगा घाट पर गंगा दशहरा के अवसर पर गंगा समग्र एवं केन्द्रीय रेलवे रेल यात्री संघ के संयुक्त तत्वाधान में गंगा महाआरती का आयोजन किया गया।जिसमें गंगा समग्र के अघ्यक्ष अमरेन्द्र नारायण सिंह उर्फ लल्लू बाबा,राष्ट्रीय मंत्री रामाशंकर सिन्हा और दक्षिणी विहार प्रांत के संयोजक शंम्भूनाथ पांडे ने गंगा महाआरती में भाग लिया। इस अवसर पर भागलपुर जीवन जागृति सोसाईटी के अघ्यक्ष डॉ. अजय कुमार सिंह,नीतिन कुमार, के अलावा गंगा समग्र के संतोष कुमार झा और रेलवे रेल यात्री संघ के अघ्यक्ष विष्णू खेतान गंगा को निर्मल व स्वस्थ बनाने केलिए अपने सहयोग करने की लोगो से अहवान किया । गंगा आरती के दौरान भारी संख्या में आसपास के ग्रामीण उपस्थित रहे।
विक्रमशिला संग्रहालय, भागलपुर (Vikramshila Archaeological Museum) – Bhagalpur
The museum is located at Antichak . It is established in year 2004 to display the antiquities recovered in course of excavation at the site. The museum building forms a cruciform on plan. A scaled model of the excavated site of Vikramshila is on display at the first floor of the building.
/*! elementor - v3.20.0 - 20-03-2024 */ .elementor-widget-divider{--divider-border-style:none;--divider-border-width:1px;--divider-color:#0c0d0e;--divider-icon-size:20px;--divider-element-spacing:10px;--divider-pattern-height:24px;--divider-pattern-size:20px;--divider-pattern-url:none;--divider-pattern-repeat:repeat-x}.elementor-widget-divider .elementor-divider{display:flex}.elementor-widget-divider .elementor-divider__text{font-size:15px;line-height:1;max-width:95%}.elementor-widget-divider .elementor-divider__element{margin:0 var(--divider-element-spacing);flex-shrink:0}.elementor-widget-divider .elementor-icon{font-size:var(--divider-icon-size)}.elementor-widget-divider .elemen…अजगैबीनाथ मंदिर, सुलतानगंज (Ajgaivinath Temple) – Sultanganj
The origin of Ajgaivinath temple at Jahangira or Sultanganj is not exactly known. Some claim it to be a Swayambhu, on the rock, discovered and then given an abode. That this is a very ancient place of worship there can be no doubt. The temple is solidly built on the rock and has got a series of marvelous rock sculpture and some inscriptions. Some of the specimens of the rock panel sculpture at this temple can hold their own against any of the best known specimens anywhere in India.
/*! elementor - v3.20.0 - 20-03-2024 */ .elementor-widget-divider{--divider-border-style:none;--divider-border-width:1px;--divider-color:#0c0d0e;--divider-icon-size:20px;--divider-element-spacing:10px;--divider-pattern-height:24px;--divider-pattern-size:20px;--divider-pattern-url:none;--divider-pattern-repeat:repeat-x}.elementor-widget-divider .elementor-divider{display:flex}.elementor-widget-divider .elementor-divider__text{font-size:15px;line-height:1;max-width:95%}.elementor-widget-div…जहांगीरा, सुलतानगंज (Jahangira) – Sultanganj
During the course of exploration done by The department of Ancient Indian History and Archaeology, Patna University in year 1968-69, observed traces of a ancient mound about 8 km to the west of Sultanganj on the Sultanganj- Bhagalpur road. The ancient mound here is being eroded by the river Ganga.
/*! elementor - v3.20.0 - 20-03-2024 */ .elementor-widget-divider{--divider-border-style:none;--divider-border-width:1px;--divider-color:#0c0d0e;--divider-icon-size:20px;--divider-element-spacing:10px;--divider-pattern-height:24px;--divider-pattern-size:20px;--divider-pattern-url:none;--divider-pattern-repeat:repeat-x}.elementor-widget-divider .elementor-divider{display:flex}.elementor-widget-divider .elementor-divider__text{font-size:15px;line-height:1;max-width:95%}.elementor-widget-divider .elementor-divider__element{margin:0 var(--divider-element-spacing);flex-shrink:0}.elementor-widget-divider .elementor-icon{font-size:var(--divider-ico…मुरली पहाड़ एवं मस्ज़िद, सुलतानगंज (Murli Pahad & Masjid) – Sultanganj
This is another site at Sultanganj. A mosque called Jami Masjid, is situated at the top of the hill, with the platform supported by a retaining wall facing the river.
/*! elementor - v3.20.0 - 20-03-2024 */ .elementor-widget-divider{--divider-border-style:none;--divider-border-width:1px;--divider-color:#0c0d0e;--divider-icon-size:20px;--divider-element-spacing:10px;--divider-pattern-height:24px;--divider-pattern-size:20px;--divider-pattern-url:none;--divider-pattern-repeat:repeat-x}.elementor-widget-divider .elementor-divider{display:flex}.elementor-widget-divider .elementor-divider__text{font-size:15px;line-height:1;max-width:95%}.elementor-widget-divider .elementor-divider__element{margin:0 var(--divider-element-spacing);flex-shrink:0}.elementor-widget-divider .elementor-icon{font-size:var(--divider-icon-size)}.elementor-widget-divider .elementor-divider-separator{display:flex;margin:0;direction:ltr}.elementor-widget-divider--view-…तिलकामांझी की मूर्ति एवं पेड़, भागलपुर (Tilka Manjhi Statue & Tree) – Bhagalpur
Baba Tilka Manjhi is a national hero. Tilka Manjhi also popularly known as “Jabra Paharia”. He was first Santal leader who took up the arms and raised his voice against English fought with them in the 1784’s, around 100 years before Mangal Pandey. So no doubt he was first freedom fighter of India. He made this movement a mass movement and circulated message written on leaf of Sal that “We must be united.”
/*! elementor - v3.20.0 - 20-03-2024 */ .elementor-widget-divider{--divider-border-style:none;--divider-border-width:1px;--divider-color:#0c0d0e;--divider-icon-size:20px;--divider-element-spacing:10px;--divider-pattern-height:24px;--divider-pattern-size:20px;--divider-pattern-url:none;--divider-pattern-repeat:repeat-x}.elementor-widget-divider .elementor-divider{display:flex}.elementor-widget-divider .elementor-divider__text{font-size:15px;line-height:1;max-width:95%}.elementor-widget-divider .elementor-divider__element{margin:0 var(--divider-element-spacing);flex-…मुजाहिदपुर मस्जिद, भागलपुर (Masjid of Mujahidpur) (year 1511-15) – Bhagalpur
The Masjid of Mujahidpur, located in Bhagalpur, dates back to the years 1511-1515. This mosque reflects the architectural style of the era and is significant in the study of the region's cultural and historical developments during the early Mughal period. Although specific details about its construction and historical importance are limited, it represents the Islamic influence in the area and contributes to the local heritage of Bhagalpur.
/*! elementor - v3.20.0 - 20-03-2024 */ .elementor-widget-divider{--divider-border-style:none;--divider-border-width:1px;--divider-color:#0c0d0e;--divider-icon-size:20px;--divider-element-spacing:10px;--divider-pattern-height:24px;--divider-pattern-size:20px;--divider-pattern-url:none;--divider-pattern-repeat:repeat-x}.elementor-widget-divider .elementor-divider{display:flex}.elementor-widget-divider .elementor-divider__text{font-size:15px;line-height:1;max-width:95%}.elementor-widget-divider .elementor-divider__element{margin:0 v…विषहरी स्थान, भागलपुर (Vishahri Asthan) – Bhagalpur
Vishahri Asthan, located in Bhagalpur, Bihar, is a significant religious site dedicated to the worship of Goddess Vishahri, also known as the Snake Goddess. It is believed to be a place of devotion where locals and visitors come to seek protection from snake bites and other ailments.
/*! elementor - v3.20.0 - 20-03-2024 */ .elementor-widget-divider{--divider-border-style:none;--divider-border-width:1px;--divider-color:#0c0d0e;--divider-icon-size:20px;--divider-element-spacing:10px;--divider-pattern-height:24px;--divider-pattern-size:20px;--divider-pattern-url:none;--divider-pattern-repeat:repeat-x}.elementor-widget-divider .elementor-divider{display:flex}.elementor-widget-divider .elementor-divider__text{font-size:15px;line-height:1;max-width:95%}.elementor-widget-divider .elementor-divider__element{margin:0 var(--divider-element-spacing);flex-shrink:0}.elementor-widget-divider .elementor-icon{font-size:var(--divider-icon-size)}.elementor-widget-divider .elementor-d…शाहजंगी दरगाह, भागलपुर (Shahjangi Hilltop Dargah) – Bhagalpur
The tomb of Pir Shahjangi, recorded in authentic books like Francis Buchanan's Gazetteer and M Francis' Eastern India, is a valuable heritage not only for Bhagalpur but also for the people of East Bihar.
/*! elementor - v3.20.0 - 20-03-2024 */ .elementor-widget-divider{--divider-border-style:none;--divider-border-width:1px;--divider-color:#0c0d0e;--divider-icon-size:20px;--divider-element-spacing:10px;--divider-pattern-height:24px;--divider-pattern-size:20px;--divider-pattern-url:none;--divider-pattern-repeat:repeat-x}.elementor-widget-divider .elementor-divider{display:flex}.elementor-widget-divider .elementor-divider__text{font-size:15px;line-height:1;max-width:95%}.elementor-widget-divider .elementor-divider__element{margin:0 var(--divider-element-spacing);flex-shrink:0}.elementor-widget-divider .elementor-icon{font-size:var(--divider-icon-size)}.elementor-widget-divider .elementor-divider-separator{display:flex;margin:0;direction:ltr}.elementor-widget-divider--v…