It is among the most prominent sites of Islamic learning in India and over the past century has played a pivotal role in Islamic education and produced graduates that have been internationally recognized for their intellect and service to mankind.
/*! elementor - v3.20.0 - 20-03-2024 */ .elementor-widget-divider{--divider-border-style:none;--divider-border-width:1px;--divider-color:#0c0d0e;--divider-icon-size:20px;--divider-element-spacing:10px;--divider-pattern-height:24px;--divider-pattern-size:20px;--divider-pattern-url:none;--divider-pattern-repeat:repeat-x}.elementor-widget-divider .elementor-divider{display:flex}.elementor-widget-divider .elementor-divider__text{font-size:15px;line-height:1;max-width:95%}.elementor-widget-divider .elementor-divider__element{margin:0 var(--divider-element-spacing);flex-shrink:0}.elementor-widget-divider .elementor-icon{font-size:var(--divider-icon-size)}.elementor-widget-divider .elementor-divid…खानकाह रहमानी, मुंगेर (Khanquah Rahmani) – Munger
It was established in Munger in 1901 by the eminent scholar Hazrat Maulana Mohammad Ali Mungeri (R.A.), for the reformation of societies and purification of souls following the order of his Shaikh Hazrat Maulana Fazl-e-Rahman Ganj Muradabadi. Following his order, Maulana Mungeri left his birthplace of Kanpur, U.P and migrated to Munger and established the Khanqah. Since its inception, by the mercy of Allah, the Khanqah has witnessed numerous transformed souls who have found peace and tranquility in the message of Islam. People come here to take a solemn pledge (bay’ah) to abandon sins, believe in the Islamic creed and follow Islam, by being kind and just to one-selves and to fellow human beings.
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The cemetery towards Sita kund has the grave of Baptist Missionary Johan Parsons and it is mentioned on grave that he had made the Hindi translation of THE NEW TESTAMENT. This received Persons was born at Loporton, Sommerset (England).The inscription of the grave, thus, indicates that it was probably Persons and not A.Leslie who made the first hindi translation of new Testament which is in the use.
The cemetery has also the grave of Hershchell Dear born at Dobrz-you (Russian Poland) who spent most of his life at Munger. He died in October 1887 at Mussoorie, his remains were brought and buried at Munger. Dear was famous for his charities for the different institutions existing at that time.This cemetery has also the grave of major General charles Murray.Born in Landon in 1827 he had served the Gwalior Campaign (1843-44), Punjab Campaign (1848-49), Battle of Chaianianwala , Kohat Expedition Insurrection of 1857 and Bhutan wars. Charles Murray was a reside…
सफीआबाद मिर्ज़ा सराय एवं कुआँ, मुंगेर (Safiabad-Mirza Sarai and Wells) – Munger
Mirza Safiy retitled Saif Khan, was the husband of Malka Banu, eldest sister of Mumtaz Mahal, the lady of the Taj. When Saif Khan became the Governor of Bihar in 1628 A.D. he undertook construction of public utilities. Peter Mundy speaks very highly of them. The inception of safiabad township near Jamalpur and Safina Sarai and a big well in Munger are commonly attributed to saif Khan.
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आठ को एलईडीवैन और नुक्कड़ नाटक द्वारा होगा पीएम कृषि सिंचाई योजना का प्रचार;
बिहपुर। बिहपुर प्रखंड में आठ जून को एलईडी वैन और नुक्कड़ नाटक के द्वारा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। यह जानकारी देते हुये प्रखंड उद्यान पदाधिकारी सोनू कुमार ने बताया की एलईडी वैन व नुक्कड़ नाटक गौरीपुर, बभनगामा और मड़वा के महंत स्थान चौक पर किसानों को हर घर खेत तक सिंचाई का पानी के तहत सूक्ष्म सिंचाई योजना एवं प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना अंतर्गत ड्रीम सिंचाई पद्धति के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
आज मध्य शहर में दो घंटे बंद रहेगी बिजली आपूर्ति;
भीखनपुर, टीटीसी और सीएस सबस्टेशन को बंद रखा जाएगा |
33 केवीए हाईटेंशन लाइन में तार लगाने का काम होगा
भागलपुर, वरीय संवाददाता। शहर के मध्य हिस्से में मंगलवार को फिर बिजली का संकट रहेगा। भीखनपुर, सिविल सर्जन और टीटीसी तीनों सबस्टेशन से दिन के 11 बजे से 1 बजे तक बिजली आपूर्ति बंद रहेगी। इससे लगभग डेढ़ लाख आबादी जुड़ी है। तिलकामांझी बिजली सबडिवीजन के सहायक अभियंता विवेक कुमार ने बताया कि सबौर ग्रिड से आने वाली 33 केवीए हाईटेंशन लाइन का तार बदला जाएगा। इसलिए सुरक्षा कारणों से बिजली आपूर्ति बंद रखी जाएगी। भीखनपुर पावर सबस्टेशन से डिक्सन रोड, त्रिमूर्ति चौक, मुंदीचक, भीखनपुर, इशाकचक, लालूचक आदि मोहल्लों में बिजली की सप्लाई की जाती है। वहीं टीटीसी सबस्टेशन से नयाबाजार, उर्दू बाजार, कोतवाली, खलीफाबाग, खरमनचक आदि मोहल्लों में बिजली दी जाती है। जबकि सिविल सर्जन पावर सबस्टेशन से बरहपुरा, कचहरी चौक, कोर्ट कैंपस, पटल बाबू रोड, घंटाघर आदि इलाकों में बिजली आपूर्ति की जाती है। हालांकि शटडाउन 2 घंटे का ही रखा गया है। लेकिन जैसी गर्मी है उसमें लोगों को काफी परेशानी का सामन…
9 जून को भागलपुर से अमरनाथ एक्सप्रेस रद्द रहेगी;
भागलपुर से जम्मूतवी जाने वाली अमरनाथ एक्सप्रेस 9 जून को रद्द रहेगी। 7 जून को जम्मूतवी से भागलपुर के लिए भी अमरनाथ एक्सप्रेस रवाना नहीं होगी। दरअसल नार्थ ईस्टर्न रेलवे जोन के गोंडा स्टेशन पर यार्ड रिमॉडलिंग और इंटरलॉकिंग का काम चल रहा है। इसके कारण एक दर्जन से अधिक एक्सप्रेस ट्रेनें रद्द कर दी गईं। इसमें भागलपुर रेलखंड की भी दो ट्रेनें शामिल हैं। इसी कारण से सोमवार को भागलपुर से भागलपुर-गांधीधाम स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन भी रद्द रहीं।
रेशम भवन में जल्द संचालित होंगे चार कोर्स;
रेशम संस्थान भवन में जल्द ही चार नये कोर्स संचालित किये जायेंगे। यह कोर्स विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग के स्टेट बोर्ड ऑफ एजुकेशन की ओर से संचालित होंगे। गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक ऑफ टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी के प्राचार्य रवि कुमार ने बताया कि रेशम भवन में कम्यूटर ऑडियो कॉस्टयूम डिजाइन एंड ड्रेस मेकिंग, फैशन एंड क्लोथ टेक्नोलॉजी, गारमेंट्स टेक्नोलॉजी, टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी की पढ़ाई जल्द शुरू होने की संभावना है। इसके लिए जल्द ही एक्पर्ट विजिट कमेटी आने वाली है। कमेटी अगर यहां सभी चीज को सही पाती है तो संभवत: अगस्त से पढ़ाई शुरू हो जाएगी। चारों कोर्स में 60-60 सीट है। उन्होंने बताया कि इंटर उत्तीर्ण छात्रों के लिए तीन साल का यह कोर्स होगा। संस्थान के पास जो डिस्प्ले बोर्ड लगा है, वहां इसकी जानकारी दी गयी है। बताया गया कि रेशम संस्थान की ओर से यहां पढ़ाई शुरू होने के कारण अब विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से यहां पढ़ाई संचालित की जाएगी। भविष्य में यह गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक ऑफ टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी के नाम से जाना जायेगा।
शितला मंदिर, मुंगेर (Shitla Temple) – Munger
This Shitla temple is situated at Neem Talla, Nearby Police Station of Munger. Its One of the oldest and well known temple of the city. Although due to limited land area, not so spacious but renovated from time to time. Local residents have strong religious belief in this temple and the goddess.
/*! elementor - v3.20.0 - 20-03-2024 */ .elementor-widget-divider{--divider-border-style:none;--divider-border-width:1px;--divider-color:#0c0d0e;--divider-icon-size:20px;--divider-element-spacing:10px;--divider-pattern-height:24px;--divider-pattern-size:20px;--divider-pattern-url:none;--divider-pattern-repeat:repeat-x}.elementor-widget-divider .elementor-divider{display:flex}.elementor-widget-divider .elementor-divider__text{font-size:15px;line-height:1;max-width:95%}.elementor-widget-divider .elementor-divider__element{margin:0 var(--divider-element-spacing);flex-shrink:0}.elementor-widget-divider .elementor-icon{font-size:var…25 हजार से अधिक टैक्स बकाया वालों की सूची तलब, जाएगा नोटिस;
भागलपुर शहर में निगम के बड़े बकायेदारों की सूची बनेगी। साथ ही हर वार्ड में कॉमर्शियल होल्डिंग की सूची अलग से तैयार की जाएगी। सोमवार को नगर आयुक्त डा. योगेश कुमार सागर ने कर संग्राहकों के साथ मासिक समीक्षा में यह निर्देश दिया। बैठक में लक्ष्य के अनुसार कर वसूली नहीं करने वाले 4 तहसीलदारों का वेतन रोक दिया गया तो 7 तहसीलदारों से स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। बैठक में सिटी मैनेजर रवीश चन्द्र वर्मा भी मौजूद थे।
नगर निगम के सभी सभी 51 वार्डों में कर संग्रहण का काम 37 तहसीलदार करते हैं। समीक्षा बैठक में सभी मौजूद थे। बैठक दिन के 12 बजे से 2.30 बजे तक चली और एक-एक तहसीलदारों से जवाब पूछा गया। वैसे तहसीलदार जिन्होंने लक्ष्य से 10-20 हजार कम वसूली की है उन्हें मौका दिया गया है कि जून में मई और जून दोनों का लक्ष्य पूरा होना चाहिए। समीक्षा के क्रम में कपिदेव दास, वार्ड- 1, 2, मो. राहत वार्ड - 39, 40, राधारमण चौधरी, वार्ड- 19, शंभूनाथ झा, वार्ड- 21, 22, जाबिर आलम, वार्ड- 24, 26, रोहन कुमार, वार्ड- 25, 27, मनोज कुमार हरि, वार्ड- 45 में कम वसूली के कारणों का संतोषजनक जवाब नहीं…
काली पहाड़ी, मुंगेर (Kali Pahadi) – Munger
Kali Pahadi is a famous hill, where the worship of Goddess Kali is carried out. Legends behold that the hill is symbolic of her divine power. It is Situated in the village Ashikpur just south of The Jamalpur Town.
The place is also a good picnic spot.
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This temple is situated in shadipur Munger, as per years since started it is numbered as First. And hence worshiped as Badi Durga Maa. During dussehra huge crowd visit here for worship and darshan, not only from munger but from different parts of bihar and other states as well. Every year during navratri (Ashwin Navratri) Durssehra time in this temple goddess is worshiped. This idol also take part in famous dussehra visarjan possesion leading at front most, its carried on shoulders of 32 kahars and supported by other members of badi durga organisations.
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Company Garden Munger (Park) is located in Munger, Bihar, India. Nearby area or landmark is Munger Fort.
It's a good place for walking and jogging. Every one can come and spend some valuable time here and may enjoy the beauty of greenery, view of Yog-ashrama also known as the Karna vihar.
Here's also a pond were people can sit and take beautiful view of this garden.
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Daman Koh Cold Waterfall,Kharagpur' is Located about 40 km from Munger and 60 km from Bhagalpur.
Daman Koh village comes under Kharagpur taluk in Munger district of Bihar. Pincode of the village is 811213.
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A hill in the Kharagpur subdivision, situated in the Kharagpur Hills about seven miles north-east of Bhimbandh. There are several springs, known as Janam Kund, at the bottom of the hill, which form the source of the Anjan River. One spring, which issues at all seasons of the year directly from a crevice in the rock, is apparently that of which the temperature was tested by Buchanan in 1811. Mr.V.H.Jackson, making tests at different seasons, has found that its temperature varies from 147.2` to 149`.
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Haha Panchkumari is an alluring waterfall above the Kharagpur dam. As per the legendary tales, the king of Kharagpur was imprisoned in Delhi and so his five daughters took refuge in Kharagpur Hills. It is the westeen side of Rameshwar kund. It is a waterfall coming from the hills with straight drop.
/*! elementor - v3.20.0 - 20-03-2024 */ .elementor-widget-divider{--divider-border-style:none;--divider-border-width:1px;--divider-color:#0c0d0e;--divider-icon-size:20px;--divider-element-spacing:10px;--divider-pattern-height:24px;--divider-pattern-size:20px;--divider-pattern-url:none;--divider-pattern-repeat:repeat-x}.elementor-widget-divider .elementor-divider{display:flex}.elementor-widget-divider .elementor-divider__text{font-size:15px;line-height:1;max-width:95%}.elementor-widget-divider .elementor-divider__element{margin:0 var(--divider-element-spacing);flex-shrink:0}.elementor-widget-divider .elementor-icon{font-size…दमदमा कोठी, मुंगेर (Damdama Kothi) – Munger
Inside of the Munger fort there is a hillock, on the other side of the tanks, is an artificial rectangular mound which once probably formed the citadel of the fort. There is no ancient local name given to this hill, but it is stated that there once stood here a building known as Damdama Kothi which was demolished by the British, to make room for the Collector’s Bungalow.
This Kothi was built of very strong masonry, for it had to be blown-up by gunpowder, bit by bit, since the ordinary methods of demolition could make no impression on it.
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Inside of the Munger fort there is a natural rocky eminence called as Karnachaura associated with the Raja Karna. Buchanan mentioned that this king built a house on this hill. The ruins of which were occupied under the British by a saluting battery; but later General Goddard built the present bungalow on the site as the residence of the Commanding Officer, since it commands a fine view of the surrounding country.
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Muruk is an important place in Munger district. This place is popular as an ideal picnic spot and a part or Kharagpur hill. A hill in the Kharagpur subdivision, situated in Kharagpur Hills 13 miles south of Munger.
An interesting account of the hill is quoted in an article on the Kharagpur Hills by Captain Sherwill. The origin of the name Maruk is not known, but it is probably so called after the maharuk tree (Ailanthus Excelsa).
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गोयनका मछली तालाब, मुंगेर (Machhli Talab – Goenka Shivalaya – Munger
Goenka Shivalaya is also known as the Machhli Talab. The word Machhli means fish and the word Talab means water tank. There is a beautiful Hindu temple situated in the middle of this place, which is dedicated to Lord Shiva. This temple surrounded with a beautiful garden and the water tank also filled with fish.
/*! elementor - v3.20.0 - 20-03-2024 */ .elementor-widget-divider{--divider-border-style:none;--divider-border-width:1px;--divider-color:#0c0d0e;--divider-icon-size:20px;--divider-element-spacing:10px;--divider-pattern-height:24px;--divider-pattern-size:20px;--divider-pattern-url:none;--divider-pattern-repeat:repeat-x}.elementor-widget-divider .elementor-divider{display:flex}.elementor-widget-divider .elementor-divider__text{font-size:15px;line-height:1;max-width:95%}.elementor-widget-divider .elementor-divider__element{margin:0 var(--divider-element-spacing);flex-shrink:0}.elementor-widget-divider .elementor-icon{font-size:var…खड़गपुर कैथोलिक चर्च, मुंगेर (Kharagpur Catholic Church
Kharagpur Catholic Church is located on the Bhagalpur-Jamui road. It was established in 1964, but it was destroyed by dacoits. After few years Fr. Chacko E.O. reconstructed a new Church at the same place.
/*! elementor - v3.20.0 - 20-03-2024 */ .elementor-widget-divider{--divider-border-style:none;--divider-border-width:1px;--divider-color:#0c0d0e;--divider-icon-size:20px;--divider-element-spacing:10px;--divider-pattern-height:24px;--divider-pattern-size:20px;--divider-pattern-url:none;--divider-pattern-repeat:repeat-x}.elementor-widget-divider .elementor-divider{display:flex}.elementor-widget-divider .elementor-divider__text{font-size:15px;line-height:1;max-width:95%}.elementor-widget-divider .elementor-divider__element{margin:0 var(--divider-element-spacing);flex-shrink:0}.elementor-widget-divider .elementor-icon{font-size:var(--divider-icon-size)}.elementor-widget-divider .elementor-divider-separator{display:flex;margin:0;direction:ltr}.elem…