राधा – अध्याय 9 – हीरा प्रसाद ‘हरेन्द्र’ – अंगिका काव्य

नद्दी नाला गंगा जल सें,मिलथैं मन हर्षाय।गंगा अकुलैलोॅ-बकुलैलोॅ,सागर बीच समाय॥1॥

चानोॅ सें चाननी सुरुज सें,किरण अलग न´् होय।ब्रह्म जीव नै अलग वोहिनाँ,कहै एक सब कोय॥2॥

जड़-चेतन सब्भै के आशा,इष्ट चरण लपटाय।मधुर मिलन सुख सार धरा पर,सगरे सब्भैं गाय॥3॥

ब्रह्मा जीव दोनों छै सुन्ना,सुन्ना सगरे छाय।सुन्ना सें जों निकलै सुन्ना,बचिये सुन्ना जाय॥4॥

एक संात, दोॅसर अनंत फनु,पावै एक्के रूप।सच कहिहौ ई जीव ब्रह्म केॅ,अद्भुत कथा अनूप॥5॥

जीव बिना छै, ब्रह्म अधूरा,ब्रह्म बिना की जीव?बड़का-बड़का महल-अटारी,सबसें नीचें नीव॥6॥

ब्रह्मों छेकै जीवन धारा,वै धारा मेॅ मोॅन।ऊबै-डूबै मतवाला रङ,की संपत, की धोॅन॥7॥

धारा जब उलटै, पाबै छी,सुन्दर राधा नाम।प्रेम जगत् के सर दिखाबै,निष्कलंक, निष्काम॥8॥

राध् धातु संगे अच् प्रत्यय,आरू टाप् मिलाय।राधा पावन प्रेम-पहेली,कान्हा हिये समाय॥9॥

राधा-मोहन छै अविनाशी,रूप, अरूप, स्वरूप।राधा गोरी, श्याम सलोना,मोहन युग्म अनूप॥10॥

कला साथ सोलह धरती पर,मनमोहन अवतार।अभिमानी के मान घ…

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राधा – अध्याय 8 – हीरा प्रसाद ‘हरेन्द्र’ – अंगिका काव्य

मोहन जब से छोड़ी गेलै,राधा, गोकुल धाम।तब सें राधा चैन नैं पाबै,कखनूँ सुबहो-शाम॥1॥

वृन्दावन, वंशीवट सूना,सूना यमुना धार।कदमी डारें टँगलोॅ झूला,सब लागै बेकार॥2॥

सदा सुहानोॅ लागै मधुवन,गुंजै मुरली तान।अब राधा-मोहन बिन मधुवन,लागै छै सुनसान॥3॥

रीति रंग सब बदली गेलै,बदलै सदा-बहार।झलकै सगर विषाद जहाँ पर,हरदम हर्ष अपार॥4॥

राधा हौ गोकुल नगरी मेॅ,बैठी ध्यान लगाय।कृष्ण नाम ही जपै निरंतर,कृष्ण नाम ही गाय॥5॥

चललै नारद बनी खबरिया,गोकुल राधा पास।धरी डगरिया छोड़ नगरिया,मन मेॅ हर्ष-हुलास॥6॥

डगर-डगर पर सगर अन्हरिया,सूरज जाय नुकाय।हवा चलै तब हिलै टहनिया,मुखड़ा दै चमकाय॥7॥

पपिहा पिउ-पिउ गाबै पल-पल,कोयल मारै तान।भौंरा के पंखोॅ सें भन-भन,निकलै सुन्दर गान॥8॥

लत्तर भरलोॅ गाछ-गछेली,काँटोॅ पर छै फूल।फूल-फूल पर भौंरा डोलै,खोलै भेद न भूल॥9॥

ढकमोरै आमी के मंजर,गाछे लागै मोर।वै मेॅ छिपलोॅ कखनूँ झलकै,कोयल करिया भौर॥10॥

आहर-पोखर पानी भरलोॅ,सीढ़ी बनलोॅ घाट।कहियो राधा घाटें बैठी,जोहै छेली वाट॥11॥

रा…

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राधा – अध्याय 7 – हीरा प्रसाद ‘हरेन्द्र’ – अंगिका काव्य

प्रभु लीलाधारी के लीला,अबेॅ कहौं की भाय।बसै द्वारिकाधीश द्वारिका,सागर बीच बनाय॥1॥

रुक्मिणी, जामवंती आरू,सतभामा के संग।हँसी-खुशी सब समय बिताबै,खूब जमाबै रंग॥2॥

पटरानी के संगें खेलै,चौसर, रास-विलास।छैलोॅ मुद-मंगल सब्भे ठाँ,खूबे हर्ष-हुलास॥3॥

लेकिन राधा मन-मंदिर सें,कभी दूर नै जाय।मोहन बिना अकेली राधा,राधा बिनु यदुराय॥4॥

एक दिनाँ के बात सुनाबौं,कृष्ण द्वारिका धाम।खूबे नाचै, खुशी मनाबै,गाबै राधा नाम॥5॥

रानी, पटरानी सब चौंकै,सुनि कान्हा के बात।घेरै सब्भैं दौड़ी आरू,कसी पकड़ै हाथ॥6॥

हमरा सीनी साथ रहै छी,हर पल आठो याम।कहियो न´् निकलै छौं मूँ सें,हमरा सबके नाम॥7॥

की देखै छोॅ राधा मेॅ तों,गाबै छोॅ गुणगान।सुनियै राधा रानी के गुण,बढ़िया करोॅ बखान॥8॥

सेवा के फल मेवा लागै,हम्हुँ सब जानौं खूब।हमरा बरतै झरकी आरू,तोरा बरथौं हूब॥9॥

राधे कैसें याद करै छोॅ,हमरा सबके बीच।श्याम बतावोॅ बोलै रानी,बंशी मुख सें खीच॥10॥

हाँस्से आरू बोलै कान्हा,ढेर करोॅ नै तंग।जे गाबै छी आबोॅ सब्भैंगाबोॅ हमरा संग॥11॥ Read more about राधा – अध्याय 7 – हीरा प्रसाद ‘हरेन्द्र’ – अंगिका काव्य

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राधा – अध्याय 6 – हीरा प्रसाद ‘हरेन्द्र’ – अंगिका काव्य

राधा-मोहन कथा-कहानी,जतना कहलोॅ जाय।सब लागै छै थोड़े टानी,मनमाँ कहाँ अघाय॥1॥

सब्भे सखियन बेचैनी सें,खोजै बहुत उपाय।केना रोकौं मनमोहन केॅ,जैतें मथुरा आय॥2॥

जखनी मोहन मथुरा चललै,छोड़ी गोकुल धाम।कोय सखी पहिया तर बैठै,पकड़ै कोय लगाम॥3॥

राधा तड़पेॅ समझ जुदाई,खूब बहाबै लोर।मत जा कान्हा, मत जा कान्हा,खूब मचाबै शोर॥4॥

प्राण बिना जेना तन सूना,चन्दा बिना चकोर।कोयल बिना बसन्त अधूरा,श्यामल घन बिन मोर॥5॥

मणि बिनु मणियर जीव विकल ज्यों,जल बिन विह्वल मीन।कुंज गली, यमुना तट, राधा,मनमोहन बिन दीन॥6॥

पंख कटलका पक्षी नाक्ती,राधा अति लाचार।मनमोहन बिन सूना-सूना,लागै जग-संसार॥7॥

सौ-सौ वादा करलक मोहन,खैलक किरिया ढेर।लौटी ऐबै जल्दी मानोॅ,कहाँ लगैबै देर॥8॥

बढ़लोॅ आगू बड़ी कठिन सेॅ,रथ समझाय-बुझाय।मंत्र मोहनी मनमोहन के,दै छै भूत भगाय॥9॥

तब सें राधा कृष्ण याद मेॅ,जपे कृष्ण के नाम।वृन्दावन के रास रचइया,जय-जय हे सुखधाम॥10॥

कंशराज मथुरा नगरी के,रस्ता मोंन लुभाय।कृष्ण चन्द्र बलदाऊ दोनों,खूब चलै अगुआय॥11॥

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राधा – अध्याय 5 – हीरा प्रसाद ‘हरेन्द्र’ – अंगिका काव्य

अक्रूरे कंशोॅ के खिस्सा,सब्भै बीच सुनाय।कान्हा-बलदाऊ बात सुनी,मन्द-मन्द मुस्काय॥1॥सोचै कान्हा कंश राज के,आबी गेलै काल।ठीक जल्दी होतै ओकरोॅ,हाल बड़ी बेहाल॥2॥नन्द बाबा करिये देलकै,यही बीच एलान।धनुष यज्ञ, मथुरा के शोभा,निरखन करेॅ पयान॥3॥बाबा के एलान सुनी सब,मथुरा वाली बात।गोपियन सब मुरझाई गिरै,अँखियन मेॅ बरसात॥4॥बितलोॅ कथा-कहानी सोचेॅ,कृष्णोॅ के मुस्कान।तन श्यामल घन, चंचल चितवनबाँसुरिया के तान॥5॥वृन्दावन के रास रचलका,घुँघरैलोॅ ऊ बाल।सखियन सब पर वाण चलाबै,मनमोहन के चाल॥6॥कोय तेॅ अक्रूर पेॅ बरसै,गाली दै दू-चार।बड़ा दुष्ट तों हमरा सबकेॅ,देल्हो कष्ट अपार॥7॥क्रूर तोंय, अक्रूर कहाँ सें,नाम रखलखौं माय।दोसरा के दरद की बुझभेॅजे बोलोॅ चिकनाय॥8॥छै अक्रूर कहा निर्मोही,सुन्दर बात बनाय।बाबा केॅ यें मोही लेलक,अब की करबोॅ दाय॥9॥दोष तोरोॅ छौं हे बिधाता!अक्रूर बनी आय।तोहीं कान्हा प्रेम-पाश सें,छोॅ रहलोॅ बिलगाय॥10॥एगो बात विचित्र सखी छै,मनमोहन चितचोर।कखनू नैं ताकै हमरा सब,लागै बड़ी कठोर॥11॥मन देखै छी जाई कान्हा,घुरतै मथुरा हाट।ई छलिया केॅ प्रेम करै के,लागी गेलै चाट॥12॥सब्भैं बूढ़ें बापें, दादा,क…

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राधा – अध्याय 4 – हीरा प्रसाद ‘हरेन्द्र’ – अंगिका काव्य

मोहन मधूवन झूला झूलै,सुनोॅ उधर के बात।अभिमानी कंशासुर काफी,करै रोज उत्पात॥1॥

वासुदेव सेॅ हारी-पारी,वसुदेव संग आय।उलटा-पुल्टा, गरजी-भूकी,खूबे धूम मचाय॥2॥

खिसियैली बिल्ली खंभा केॅ,नोचै जेनाँ आय।वोहिनाँ बौखलाबै कंशो,वसुदेवोॅ लग जाय॥3॥

वासुदेव केॅ खूब सताबै,कंशें हर दिन-रात।उनकोॅ दशा निहारी नारद,बोलै सुन्दर बात॥4॥

कंशराज! कान्हा-बलदाऊ,वसुदेवोॅ के लाल।ऊ दोनों केॅ छोड़ी तोरोॅ,तेसर के छौं काल॥5॥

बिन कसूरी वसुदेव जी पेॅ,बरसै छोॅ दिन-रात।देवकी बहिन के संकट मेॅ,पड़लोॅ छै अहिवात॥6॥

निर्दोष केॅ तकलीफ देना,छै अनुचित, अन्याय।अन्यायी के जन, धन-संपद,राज रसातल जाय॥7॥

नारद बाबा के वाणी सें,कंशो कुछ नरमाय।भेज दूत तब अक्रूरोॅ केॅ,लेलक तुरत बुलाय॥8॥

कंश कहै तब अक्रूरोॅ सें,सोचोॅ कोय उपाय।लानी झट केन्हों कान्हा के,शेखी दहो भुलाय॥9॥

धनुष यज्ञ, मथुरा के शोभा,देखन लेॅ बोलाय।कल-बल-छल सें जेना सपरै,देबै सीख सिखाय॥10॥

पीड़ कुबलिया अपनोॅ लाती,भरता देत बनाय।चाणुर मुष्टिक मुक्खैं-मुक्खैं,कटहर देत पकाय॥11॥<…

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राधा – अध्याय 3 – हीरा प्रसाद ‘हरेन्द्र’ – अंगिका काव्य

हुट्ठी कंश रहै बड़ा, जानै सब संसार।जानी बूझी हर घड़ी, करै सदा तकरार॥करै सदा तकरार, शान्ति के दुश्मन छेलै।अस्त्र-शस्त्र के साथ, हमेशा खेला खेलै॥उत्पाती भी खूब, करै राजा के कुट्टी।लोग सदा भयभीत, रहै अहिनों ऊ हुट्ठी॥1॥

सगरे छैलै ओकरोॅ मनमानी के राज।ढेरी राजा के छिनै, माथा पर के ताज॥माथा पर के ताज, छिनी कारागृह भेजै।शोकाकुल नृपराज, बहुत्ते जीवन तेजै॥सुनी असुर के नाम, हमेश काँपै नगरै।त्राहिमाम के शोर मचाबै सब्भैं सगरे॥2॥

प्यारी बहिना देवकी, खेलै संगे साथ।चललै चर्चा एक दिन, शादी केरोॅ बात॥शादी केरोॅ बात, बसुदेव ब्याहन ऐलै।चारो तरफ उमंग, द्वार-घर-आँगन छैलै॥सजलै दुल्हन रूप, सजाबै सखियन सारी।शोभा केरोॅ धाम, लखै तब बहिना प्यारी॥3॥

शादी के सब काज, पूरा होलै धूम सें।हँसी-खुशी के राज, झलकै चारो दिश सदा॥4॥

माय बहाबै लोर, चिन्तित मनमा बाप के।गाबै भोरमभोर, गीत गला फाड़ी सखी॥5॥

कानी-कानी माय, लिपटी गल्ला सें कहै।रखिहोॅ स्वर्ग बनाय, जा बेटी ससुराल केॅ॥6॥

देवकी, बसुदेव सें ब्याही,जब चलली ससुराल।कंशो चलै बनी लोकनिया,पहुँचाबेॅ तत्काल॥7…

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राधा – अध्याय 2 – हीरा प्रसाद ‘हरेन्द्र’ – अंगिका काव्य

सुता एक वृषभानु घरोॅ मेॅ,सुन्दर परम अनूप।चम्पकवर्णी, गोरी-गारी,रहै मनोहर रूप॥1॥

ऐथै दुख-तकलीफा भागलै,छैलै हर्ष अपार।बढ़ै रुहानी गाँव घरोॅ के,लगै गाँव गुलजार॥2॥

जकरा धरती पर ऐला सें,छैलै खुशी तमाम।माय-बाप सब सोची-सोचीराखै ‘राधा’ नाम॥3॥

राधा घर ऐंगन मेॅ नाची,सबके मन लोभाय।हुन्नें बाबा नंद ऐंगना,कान्हा धूम मचाय॥4॥

डेगा-डेगी भागी-भागी,नाचै गाबी गीत।स्वर्ग धरा पर उतरी ऐलै,लागै मन परतीत॥5॥

हिन्नें मोहन, हुन्नें राधा,दोनों सुख के खान।नाचै, काबै, दौड़ी-धूपी,आँगन, घोॅर, बथान॥6॥

घूमै घर-घर जाय, दुलारी राधा रानी।झगड़ा कखनूॅ मेल, करै सगरे मनमानी॥बढ़लै जल्दी ढेर, सयानी लागेॅ लगलै।माय हिया अरमान, देखी केॅ जागेॅ लगलै॥7॥

राधा के परिवार, बिहा के सगुण उचारै।बाबा जी के बात, वहाँ पर मोॅन बिचारै॥मन-मन सोचै माय, देखताँ कोनों लड़का।शादी मेॅ अरमान पुरैबै बड़का-बड़का॥8॥

जहाँ चाह छै राह वहाँ पर सगरे मिलतै।सही लगन जों पास, विघ्न-बाधा सब हिलतै॥लोग कहै रायान नामके लड़का छेलै।जकरा संगे ब्याह, तुरत राधा के होलै॥9॥

स…

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राधा – अध्याय 1 – हीरा प्रसाद ‘हरेन्द्र’ – अंगिका काव्य

नटनागर करूणा के सागर,मुरलीधर घनश्याम।नइया पार लगाबै सबके,जौनें गाबै नाम॥1॥

हर पल हर संकट मेॅ कान्हा,हेरै सब पर आँख।ओकरोॅ सुधि बिसारै भल्ले,जकरा होल्हौं पाँख॥2॥

प्रभु के महिमा बड़ा गजब छै,इ-टा पार के पाय।प्राणी छै हौ धन्य जगत् मेॅजे नैं नाम भुलाय॥3॥

करै मरै बेरी तक मारिच,रावण केरोॅ काम।ताके अंतर प्रेम परेखी,प्रभु दै अपनोॅ धाम॥4॥

हरिश्चन्द्र अहिनों के सच्चाउनको पूरै बीध।ईश कृपा सें तरै अजामिल,आरू जटायु गीध॥5॥

बड़का-बड़का महा-पातकी,पहुँचै उनकोॅ धाम।जे भूल्हौ-चूकौं सें लेलक,कहियो उनकोॅ नाम॥6॥

भस्मासुर सें डरलोॅ भागै,भोले सम भगवान।मोहनियाँ रूपोॅ सेॅ राखै,शिव-शंकर के मान॥7॥

आँख आंधरोॅ केॅ दै आरूबैहरोॅ केॅ दै कान।कोढ़ी केॅ दै सुन्दर काया,गूँगा सहज जुवान॥8॥

लँगड़ा-लूल्हा दौड़ी-दौड़ी,होवै पर्वत पार।राम नाम हर पल सुखकारी,सब दुख मेटनहार॥9॥

ध्रुव के अहिनों नाबुध बालक,हरदम हरि गुण गाय।धु्रवतारा अखनी चमकै छै,अचल परम पद पाय॥10॥

लाजो राखै दु्रपदसुता के,कान्हा चीर बढ़ाय।दुस्सासन के मान मिटाबै…

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सिंदूरदान – अंगिका गीत – अर्पिता चौधरी (Sindoordaan – Angika Geet – Arpita Choudhary)

उठो उठो सिया बेटी करो तोय सृंगार हे, उठो उठो सिया बेटी करो तोय सृंगार हे, आबि गेले रामचंद्र लेकै बारात हे …2आबि गेले रामचंद्र ………!!

सोने के सिंधौरा लेले सखी सब ठार हे, सोने के सिंधौरा लेले सखी सब ठार हे, उठो उठो रामचंद्र कर सिंदूर दान हे…2उठो रामचंद्र………..!!

राम सीता जोड़ी देखी मनमा लुभाय हे,राम सीता जोड़ी देखी मनमा लुभाय हे, आबो सुनैना रानी देखी ल जमाई हे..2 आबो सुनैना रानी……..!!

कोय नै कमी छै रघुबर जोड़ी के शानमें…….2राम सीता जइसन जोड़ी देखला नै जहान में ….2राम सीता जइसन……..!!

~अर्पिता चौधरी।

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अंग परदेश में बसबै – अंगिका गीत – अर्पिता चौधरी (Ang Pardesh Men Basbai – Angika Geet – Arpita Choudhary)

आपनो कर्ण राजा के भूमी पे रहबेॅ, अंग परदेश में बसबेॅ -2हमरा नैय चाहीयौ चारों धाम, अंग परदेश में बसबेॅ-2

साग भात दूयै रोटी भौरे सांझ खैयबे ,अंग परदेस में बसबेॅ-2हमरा नैय चाहीयौ सुख आराम , अंग परदेश में बसबेॅ-2

जोना विधि रखबो भैया उन्हें विधि रहबेॅ, अंग परदेश में बसबेॅ-2राम राम रटबेॅ आठो याम,अंग परदेश में बसबेॅ-2!

- अर्पिता चौधरी

https://youtu.be/WKTtqij108s?si=T04-G4wReb3mUbQk
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सृजन मेले की तैयारी:23 अप्रैल से शुरू होगा सृजन मेला, कलाकार दिखाएंगे प्रतिभा;

सृजन मेले की तैयारियों को लेकर रविवार को कला केंद्र में बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता शारदा श्रीवास्तव ने किया। इसमें शिल्प प्रदर्शनी को और कलात्मक बनाने पर चर्चा हुई। ललन ने कहा कि लगभग 20 वर्षों से सृजन मेला का आयोजन किया जा रहा है। सृजन मेले की शुरुआत 23 अप्रैल को सुबह 7 बजे चित्रांकन प्रतियोगिता से होगी। इस प्रतियोगिता के लिए 4 ग्रुपों में बांटा गया है। इसके अलावा शास्त्रीय गायन, शास्त्रीय नृत्य, कविता पाठ नाटक माइम, मिट्टी खिलौना निर्माण मंजूषा चित्रकला, एकल अभिनय आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी। 25 अप्रैल को समूह सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं होंगी। डॉ. जयंत जलद ने कहा कि यह सृजन मेला भागलपुर की पहचान बन गई है। प्रदर्शनी प्रतियोगिता को तीन खंडों में विभक्त किया गया है। इसके बाद प्रदर्शनी 28, 29, 30 अप्रैल को होने वाले चित्र शिल्प प्रदर्शनी में लगाई जाएगी। बैठक में सुषमा, लाडली राज, शालू गणेशन, पूनम श्रीवास्तव, कोमल कुमारी, डॉ. चैतन्य प्रकाश, तेज बसंत, सार्थक भरत, उज्जवल घोष, रजनी कुमारी, कृषिका, बिनय कुमार भारती सहित कई रंगकर्मी मौजूद थे।

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प्रशासन व एसोसिएशन करेंगे जागरूक:चौराहों से 100 मीटर दूर ई-रिक्शा के लिए पिकअप प्वाइंट बने, जाम पर लगेगी लगाम;

शहर में अभी करीब चार हजार ई-रिक्शा अलग-अलग रूटाें पर चल रहे हैं। इसकी संख्या लगातार बढ़ रही है। ई-रिक्शा में सवारी काे चढ़ाने-उतारने के लिए शहर के विभिन्न चाैक-चाैराहे पर पिकअप प्वाइंट बनाए गए हैं। ये चाैक-चाैराहे से 100 मीटर दूर वाले हिस्से में प्वाइंट बने हैं। लेकिन अब भी ई-रिक्शा बीच चाैक पर सवारी काे चढ़ाते-उतारते हैं, जिससे जाम की स्थिति बनी रहती है। इसके पीछे कारण यह है कि ज्यादातर चालकाें काे पिकअप प्वाइंट के बारे में जानकारी नहीं है। इसलिए अब प्रशासन ई-रिक्शा चालकाें काे जागरूक करेगा। इसका पालन नहीं करने वालाें पर सख्ती भी की जाएगी। इसके लिए कमिश्नर ने डीएम काे पत्र भेजा है।

इसमें कहा गया है कि ई-रिक्शा ड्राइवर एसाेसिएशन ने कहा है कि ई-रिक्शा चालकाें में जागरूकता की कमी है। इसलिए अधिकतर ई-रिक्शा पिकअप प्वाइंट पर गाड़ी नहीं लगाते हैं। इस कारण कारण उन्हें जुर्माना भी भरना पड़ रहा है। इसलिए पिकअप प्वाइंट का संचालन ठीक से किया जाए। एसाेसिएशन भी चालकाें काे जागरूक करने में मदद करेगी। पिकअप प्वाइंट के सुचारु रूप से संचालन पर शहर के विभिन्न चाैक-चाैराहे पर जाम नह…

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कलेक्ट्रेट परिसर में जनसभा का आयोजन:पुरानी पेंशन बहाल करने के लिए किया पैदल मार्च, प्रदर्शन की दी चेतावनी;

नेशनल मूवमेंट फाॅर ओल्ड पेंशन स्कीम के आह्वान पर रविवार को पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए पेंशन मार्च निकाला गया। ये मार्च घंटाघर चौक से सुबह 11 बजे निकला और जिला मुख्यालय पर समाप्त हुआ। पेंशन मार्च में बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ, बिहार राज्य अराजपत्रित शिक्षक संघ(गोपगुट), अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ संघ, जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, जिला स्वास्थ्य संगठन, बिजली विभाग, अवर अभियंता संघ, अभियंत्रण संघ, डायट संघ, कृषि विभाग संघ, पुलिस विभाग के कर्मचारी, रेलवे संघ, माध्यमिक शिक्षक, उच्चतर माध्यमिक शिक्षक, बिहार कृषि विश्वविद्यालय के शिक्षकेतर कर्मचारी संघ, जिला प्रशासन के कर्मचारी, चतुर्थवर्गीय कर्मचारी संघ व सेवानिवृत्त कर्मी शामिल हुए।

कलेक्ट्रेट परिसर में हुई सभा में कर्मचारियों ने चेताया कि मांगों को नहीं माना गया तो राज्य में बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन दिया गया। इस मौके पर ब्रजेश कुमार, शशि कांत शशि, जिला सचिव डाॅ रूचि रानी, श्याम नंदन सिंह, ब्रजराज चौधरी, अमित कुमार अमृत, मों …

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टीएमबीयू के प्रशासनिक भवन पर धरना दिया:परीक्षा फॉर्म भरने के लिए छात्रों ने दिया धरना;

बीसीए के प्रमाेटेड छात्राें ने छठे सेमेस्टर की परीक्षा का फाॅर्म भरने की अनुमति लेने के लिए साेमवार काे टीएमबीयू के प्रशासनिक भवन पर धरना दिया। छात्र पिछले हफ्ते भी इसी मांग को लेकर पहुंचे थे। तब वीसी के निर्देश पर परीक्षा नियंत्रक डाॅ. आंनंद कुमार झा ने छात्राें काे परीक्षा फाॅर्म भरने की अनुमति देने से मना कर दिया था।

छात्राें का कहना है कि बीसीए का सत्र लेट है। वे 2019-22 सत्र के छात्र हैं। अब तक यह काेर्स पूरा नहीं हुआ है। विवि प्रशासन मनमर्जी कर रहा है। सेमेस्टर एक से चार तक में कुछ छात्र-छात्राएं प्रमोटेड हैं। लेट सत्र हाेने के कारण उन्हें परीक्षा का फाॅर्म भरने दिया जाए। परीक्षा नियंत्रक ने फिर कहा कि वीसी ने नियम सेपरीक्षा लेने का निर्देश दिया है।

एमएड की परीक्षा के लिए डीएसडब्ल्यू से मिले छात्रएमएड के सत्र 2021-23 के छात्र सेमेस्टर टू की परीक्षा लेने की मांग करने साेमवार काे टीएमबीयू पहुंचे। छात्राें ने डीएसडब्ल्यू प्रो. योगेंद्र से बताया कि उनकी परीक्षा नहीं ली गई है। फॉर्म फरवरी में ही भरवाया गया था। डीएसडब्ल्यू ने परीक्षा नियंत्रक से बात कर क…

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लखीसराय के कप्तान की अर्द्धशतकीय पारी बेकार गई:भागलपुर की टीम ने लखीसराय की टीम को 68 रनों से दी मात;

बिहार क्रिकेट एसोसिएशन और भागलपुर जिला क्रिकेट संघ की ओर से अंगिका जोन में कराए जा रहे स्व. रणधीर वर्मा अंतर जिला अंडर-19 क्रिकेट टूर्नामेंट में भागलपुर ने राकेश कुमार गुप्ता की शतकीय पारी की मदद से लखीसराय काे 68 रनाें से हरा दिया। स्थानीय सैंडिस कंपाउंड स्टेडियम में साेमवार काे खेले गए इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भागलपुर की टीम ने 50 ओवरों में 9 विकेट के नुकसान पर 246 रनों का स्कोर खड़ा किया।

राकेश कुमार गुप्ता ने 128 गेंदों पर 13 चौकों की मदद से 106 रनों की पारी खेली। कप्तान अमन कुमार सिंह ने 87 गेंदों पर तीन चौकों की मदद से 51 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली। लखीसराय की ओर से गेंदबाजी में अमन गोस्वामी व रियान वर्मा ने तीन-तीन विकेट लिए। अंकित राज काे दो और सूरज चौरसिया काे एक विकेट मिला। जवाब में लखीसराय की टीम 43.5 ओवर में 178 रनों पर आउट हो गई। कप्तान बाबुल आर्या ने 85 गेंदों पर सात चौकों की मदद से 53 रनों की अर्धशतकीय पारी खेली।

लेकिन दूसरे छाेर से विकेट गिरते रहे, जिसके दबाव में जरूरी रनाें का औसत 11 तक बढ़ गया और जब लखीसराय का अंतिम…

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स्वच्छ भारत मिशन:सूबे का पहला ओडीएफ प्रखंड बना इस्माइलपुर;

जिला का इस्माइलपुर प्रखंड सूबे का पहला माॅडल ओडीएफ प्लस प्रखंड बन गया है। इसका घाेषणा पंचायत स्तर पर की गई है। अब प्रखंड के हर घर में शाैचालय व डस्टबिन की सुविधा है। कचरा प्राेसेसिंग यूनिट है। उसे बेचकर कमाई भी की जा रही है। इसका आकलन स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के पाेर्टल पर इंट्री डाटा के हिसाब से किया गया है।

इसमें बिहार में छह प्रखंड ऐसे हैं, जहां 10 या उससे कम गांव है। उनमें से सिर्फ इस्माइलपुर प्रखंड में ही ओडीएफ प्लस के तहत हाेनेवाले काम पूरे किए गए हैं। जबकि ज्यादातर में 50 फीसदी भी काम पूरा नहीं हाे सके हैं। सूबे में 534 प्रखंड हैं। इनमें से सबसे छाेटा प्रखंड पश्चिमी चंपारण का पिपरासी है, जहां केवल सात गांव है। लेकिन वहां भी अब तक काम पूरा नहीं हाे सका है।

90 दिन के अंदर जिला स्तर से इसका सत्यापन किया जाएगा

हर घर से उठ रहा कचरा, प्राेसेसिंग यूनिट में हाे रहा इसका निपटाराओडीएफ प्लस मॉडल के तहत गांव के हर घर में शौचालय की सुविधा जरूरी है। स्कूल, आंगनबाड़ी और पंचायत भवन में महिला व पुरुष के लिए शौचालय, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, तरल अपशिष्ट प्रबंध…

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डीएम ने विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की:20 अप्रैल से जिले में शुरू होगी गेहूं की खरीद;

डीएम सुब्रत कुमार सेन ने साेमवार काे विभिन्न विभागाें की याेजनाओं की समीक्षा की। इस दाैरान चालू वित्तीय वर्ष में गेहूं खरीद 20 अप्रैल से शुरू होगी। यह प्रक्रिया 31 मई तक चलेगी। जिला सहकारिता पदाधिकारी को समय पर लक्ष्य पूरा करने का निर्देश दिया गया है। गर्मी व लू से निपटने के लिए अब तक की गई तैयारियों की भी समीक्षा की गई।

इसमें डीएम ने बीडीओ काे प्रखंड स्तर पर स्वास्थ्य विभाग के साथ बैठक करने के निर्देश दिए। कहा कि लू से प्रभावित लोगों के इलाज के लिए चिकिस्तीय व्यवस्था कराई जाए। इस दाैरान डीएम ने सिविल सर्जन को लू व गर्मी से प्रभावित लाेगाें के लिए मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार आवश्यक चिकित्सीय संसाधन उपलब्ध कराने काे कहा।

पंचायत सरकार भवन के लिए भूमि उपलब्ध कराएं

पंचायत स्तर पर संचालित लोक सेवा केंद्र में आरटीपीएस संबंधित आवेदन की समीक्षा में कई प्रखंडों में आवेदनाें की संख्या कम पाई गई। इसे बढ़ाने पर जाेर दिया गया। सभी बीडीओ को लोक सेवा केंद्र के नियमित निरीक्षण,समीक्षा और सुधारात्मक कार्रवाई का निर्देश दिया गया। सभी अंचलों को ऑनलाइन दाखिल ख…

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हिट-वेब को ले बांका को किया गया अलर्ट;

बांका। अप्रैल माह शुरू होते ही गर्मी की तपिश बढ़ गई है। पिछले कुछ दिनों से चिलचिलाती धूप और बढ़ते तापमान के वजह से जिलेवासी परेशान हैं। सड़क पर लू भरी हवा चलने से लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही हैं। स्थिति यह है कि सुबह का तापमान 34 से 36 डिग्री होता है। जबकि दोपहर आते-आते तापमान का पारा 40 से 42 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच जा रहा है। नतीजतन, तेज धूप एक ओर जहां लोगों को घर में दुबके रहने पर मजबूर कर दिया है। वहीं दूसरी ओर कामकाज करने वाले लोग घर से निकलने तो है, लेकिन चिलचिलाती धूप से राहत पाने के लिए पूरे शरीर पर कपड़े ढके होते है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 42 डिग्री, जबकि न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सैल्सियस दर्ज किया गया है। इधर, बढ़ते तापमान व हिट-वेब को देखते हुए जिला प्रशासन ने कई आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किये है। जिला प्रशासन ने आपदा विभाग के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट व सजग रहने की बात कही है।

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सेमीफाइनल मैच आज;

डायनामिक कृषांग क्रिकेट चैम्पियनशीप दुसरा सेमीफाइनल मैच जो गत 9 अप्रैल को खगड़िया एकादश और बिनोद-ब्रजेंद्र वारियर्स (बीबी वारियर्स), बांका के बीच खेला जाना है था, अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दिया गया था। यह सेमीफाइनल मैच अब नये शेड्यूल के अनुसार 15 अप्रैल को आरएमके स्कूल मैदान पर खेला जाएगा। जानकारी आयोजन समिति ने दी।

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जल्द अंगिका भाषा संविधान की आठवीं अनुसूची में होगी शामिल;

भागलपुर, । अंग और राजा कर्ण की धरती पर पहली बार अंगिका युवा ब्वॉयज की ओर से शुक्रवार को अंगिका युवा महोत्सव का आयोजन हुआ। महोत्सव के दौरान वक्ताओं ने अंगिका भाषा को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की। इस मौके पर आयोजक डॉ. मनजीत सिंह किनवार ने कहा कि अंगिका भाषा को प्राथमिकी देने और प्राचीन अंगिका के विकास व उत्थान के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। लगभग चार से पांच करोड़ लोग अंगिका को मातृभाषा के रूप में प्रयोग करते हैं और इसके प्रयोगकर्ता देश व विदेशों में खूब है। पूर्व मेयर वीणा यादव ने अंगिका बहुत ही खूबसूरत भाषा है। अंगिका महोत्सव हर साल से मनाया जाए। मंच संचालन कर रहे कुमार गौरव ने कहा कि प्राचीन अंग प्रदेश की भाषा का नाम ही अंगिका है। अंगिका आर्य भाषा परिवार की सदस्य है। इसके अलावा अंगिका को अंगी, अंगीकार, चिक्का-चिकी और देशी, दखनाहा, मंगेरिया, देवघरिया, धरमपुरिया इत्यादि उपनामों से जाने जाते हैं। साथ ही मितिलेश आनंद ने यह कहा कि अंगिका साहित्य का अपना समृद्ध इतिहास रहा है और आठवीं शताब्दी के कवि सरह को अंगिका साहित्य में सबसे ऊंचा दर्जा प्र…

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